Mobile Banking एक सर्विस है जिसकी मदद से ग्राहक आसानी से अपने बैंक अकाउंट को एक्सेस और मैनेज कर सकते हैं । इसके साथ ही आप मोबाइल बैंकिंग की ही मदद से पैसे ट्रांसफर करना, अकाउंट बैलेंस चेक करना और बिलों का भुगतान करना आदि कर सकते हैं । इसकी वजह से बैंकों और एटीएम के सामने भीड़ काफी कम हुई है ।
अब सिर्फ एक स्मार्टफोन और इंटरनेट की मदद से घर बैठे सेवाओं बैंकिंग सेवाओं का आनंद लिया जा सकता है । भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) की 2017-18 की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, मोबाइल बैंकिंग सेवाओं की मात्रा और मूल्य में क्रमशः 92 प्रतिशत और 13 प्रतिशत की वृद्धि हुई है । वित्तीय वर्ष 2019 में पूरे भारत में मोबाइल बैंकिंग भुगतानों की संख्या लगभग 6.2 बिलियन थी ।
इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि Mobile Banking का महत्व क्या है और यह किस प्रकार बैंकिंग और वित्त के क्षेत्र में किसी क्रांति से कम नहीं है । इस आर्टिकल में आपको इसी विषय पर विस्तारपूर्वक जानकारी दी जाएगी । मोबाइल बैंकिंग कैसे शुरू करें, इसके फायदे और नुकसान, ऐप्स और यह नेट बैंकिंग से कैसे अलग है जैसे विभिन्न विषयों पर जानकारी आप नीचे पढ़ेंगे ।
Mobile Banking क्या है ?
Mobile Banking एक सर्विस है जिसमें ग्राहक एक मोबाइल डिवाइस की मदद से बैंकिंग सेवाओं का फायदा घर बैठे प्राप्त कर सकते हैं । खाते की शेष राशि की जाँच करना, लेन-देन इतिहास की समीक्षा करना, खातों के बीच पैसे ट्रांसफर करना, ऋण भुगतान करना आदि कार्य मोबाइल बैंकिंग की मदद किए जा सकते हैं ।
मोबाइल बैंकिंग आमतौर पर आपके बैंक या वित्तीय संस्थान द्वारा प्रदान किए गए मोबाइल ऐप के माध्यम से की जाती है, जो आपको अपने खातों को सुरक्षित रूप से एक्सेस करने और चलते-फिरते लेनदेन करने की अनुमति देती है । यानि अगर आपका बैंक अकाउंट SBI में है तो आप बैंक के मोबाइल बैंकिंग ऐप YONO SBI को डाउनलोड कर सकते हैं और ऊपर दी गई सेवाओं का फायदा प्राप्त कर सकते हैं ।
Mobile Banking का महत्व
Mobile Banking आज के डिजिटल युग की एक आवश्यकता है । डिजिटलीकरण के इस युग में मोबाइल बैंकिंग का महत्व काफी बढ़ चुका है । इसके कई कारण हैं जैसे इसे किसी भी समय, किसी भी स्थान से एक्सेस किया जा सकता है, यह पारंपरिक बैंकिंग प्रणाली से ज्यादा तेज और सुरक्षित है और साथ ही इसका इस्तेमाल करना काफी सस्ता या मुफ्त है ।
इसका महत्व समझना हो तो बस आज से मात्र वर्ष पीछे चले जाएं जब मोबाइल बैंकिंग का नाम भी भारत में सिर्फ खास वर्ग के लोगों को पता था । बैंक में कितनी धनराशि शेष है, इसका पता लगाने तक के लिए बैंकों के चक्कर काटने पड़ते थे । पैसे ट्रांसफर करना, लोन चुकाना, निवेश करना आदि कुछ वर्षों पहले तक संभव भी नहीं था । लेकिन आज आप लगभग सबकुछ घर बैठे अपने मोबाइल से कर सकते हैं ।
आपके पास एक डिवाइस, अच्छा इंटरनेट कनेक्शन और एप्लीकेशन होना चाहिए । इन तीनों की मदद से आप अपने घर में बैठे बैठे लगभग हर वो काम कर सकते हैं जिसे आज से कुछ वर्षों पहले करने के लिए आपको बैंकों के चक्कर काटने होते थे । अब भारत में किसी भी भारतीय बैंक खाता धारक को आप घर बैठे ही पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं वो भी तेजी से, सुरक्षा के साथ । इस तरह आप समझ गए होंगे कि मोबाइल बैंकिंग का महत्व क्या है ।
Types of Mobile Banking in Hindi
Mobile Banking 5 प्रकार की होती है । हम संक्षेप में इन 5 प्रकार के बारे में समझेंगे और जानेंगे कि ये किस प्रकार ग्राहकों को बैंकिंग सेवाओं से जोड़ता है और उन्हें सहूलियत प्रदान करता है ।
1. Mobile banking apps
सबसे पहले आता है Mobile banking apps यानि मोबाइल बैंकिंग के लिए बने मोबाइल एप्लीकेशन । उदाहरण के तौर पर आप किसी भी बैंक का मोबाइल ऐप ले सकते हैं जैसे YONO SBI, iMobile Pay, Canara ai1 या Baroda M-Connect Plus । ये सभी अलग अलग बैंकों के मोबाइल बैंकिंग ऐप्स हैं जिनकी मदद से आप बैंकिंग सेवाओं का घर बैठे आनंद ले सकते हैं ।
इन्हें आसानी से बैंक के ऑफिशियल प्लेटफॉर्म या Play Store और App Store से डाउनलोड किया जा सकता है । ये ऐप ग्राहकों को अपने मोबाइल डिवाइस का उपयोग करके अपने खातों को एक्सेस करने, शेष राशि की जांच करने, पैसे ट्रांसफर करने, बिलों का भुगतान करने और अन्य बैंकिंग लेनदेन करने की अनुमति देते हैं । यह Mobile Banking का प्रमुख प्रकार है । इसे आप फोन बैंकिंग भी कह सकते हैं ।
2. SMS banking
दूसरे स्थान पर है SMS banking । एसएमएस मोबाइल बैंकिंग में आपको बैंक की तरफ से कुछ विशेष नंबर प्रदान किए जाते हैं जिनपर कॉल करके या डायल करके आप बैंक की सेवाओं का इस्तेमाल कर सकते हैं । उदाहरण के तौर पर आप अगर आप एसबीआई बैंक के लिए इ स्टेटमेंट निकलना चाहते हैं तो आपको 09223588888 पर “ESTMT <space>Account Number<space><4 digit code to encrypt the PDF>” टेस्ट मैसेज भेजना होगा ।
ठीक इसी तरह अगर आप एसबीआई बैंक अकाउंट के लिए बैलेंस इंक्वायरी करना चाहते हैं तो 09223766666 पर “BAL” लिखकर सेंड करना होगा । एसएमएस बैंकिंग में आपको इंटरनेट कनेक्शन की भी आवश्यकता नहीं पड़ती है, बस आपके सिम में रिचार्ज होना चाहिए और आप घर बैठे संदेश भेजकर बैंकिंग सेवाओं का फायदा ले सकते हैं ।
3. Mobile web banking
Mobile web banking में आपको कोई भी ऐप डाउनलोड करने की आवश्यकता नहीं है । आपको सिर्फ अपने स्मार्टफोन के ब्राउजर में बैंक द्वारा निर्धारित वेब यूआरएल को खोलना होगा, और वहां से आप बड़ी ही आसानी से बैंकिंग सेवाओं का लाभ प्राप्त कर सकते हैं । हालांकि इसके लिए आपको सबसे पहले Web banking के लिए रजिस्ट्रेशन करना होगा ।
इसके पश्चात आपको username और password दिया जायेगा । इसी यूजरनेम और पासवर्ड की मदद से आप वेब बैंकिंग का फायदा उठा सकते हैं । आपको बस निर्धारित वेब यूआरएल पर जाना है, यूजरनेम और पासवर्ड डालकर लॉगिन करना है और बस, अब आप रूपए ट्रांसफर करने से लेकर ईएमआई भरने तक कई टास्क बड़े ही आसानी से पूरा कर सकते हैं ।
4. USSD Banking
USSD का फूल फॉर्म Unstructured Supplementary Service Data होता है और आमतौर पर इसका फॉर्मेट *123# या *525* जैसा होता है । अगर आपने कभी कीपैड मोबाइल का इस्तेमाल किया है तो आपको पता होगा कि एयरटेल सिम का बैलेंस पता करने के लिए *123# डायल करना होता था । ठीक इसी तरह से आप निर्धारित यूएसएसडी कोड डायल करके बैंकिंग सेवाओं का फायदा भी ले सकते हैं ।
अलग अलग बैंकों के USSD Code अलग अलग होते हैं । उदाहरण के तौर पर अगर आपका खाता एसबीआई बैंक में है तो आप *595# डायल करके बैलेंस इंक्वायरी, फंड ट्रांसफर, मोबाइल टॉप अप जैसे कई बैंकिंग सेवाओं का लाभ प्राप्त कर सकते हैं । इसी तरह से एक्सिस बैंक में आप *99*45# डायल करके मोबाइल बैंकिंग सेवाओं का फायदा उठा सकते हैं ।
5. Contactless mobile payments
सबसे अंत में आता है Contactless mobile payments । इसके लिए NFC यानि near field communication टेक्नोलॉजी की मदद ली जाती है । यह एक वायरलेस पेमेंट टेक्नोलॉजी है जिसकी मदद से दो अलग अलग डिवाइस आपस में कम्युनिकेट कर सकते हैं और Tap & Pay करके राशि का भुगतान किया जा सकता है ।
एनएफसी पेमेंट के लिए मोबाइल ऐप या कार्ड में NFC Chip की सुविधा होनी चाहिए । उदाहरण के तौर पर Google Pay में यह एनएफसी की सुविधा उपलब्ध है । आपको बस एप्लीकेशन खोलना है, Pay ऑप्शन को चुनना है, इसके बाद NFC-enabled terminal पर डिवाइस को टैप करना है । इसके बाद पेमेंट ऑथेंटिकेशन के लिए पिन या बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन की जरूरत पड़ती है ।
Mobile Banking कैसे करें ?
Mobile Banking की सुविधा का फायदा प्राप्त करने के लिए आपका सबसे पहले किसी बैंक में एकाउंट होना चाहिए । अभी भी कई ऐसे बैंक हैं जो मोबाइल बैंकिंग की सुविधा अपने ग्राहकों को प्रदान नहीं करते हैं, इसलिए आपको सबसे पहले यह तय करना होगा कि आपका बैंक मोबाइल बैंकिंग की सुविधा देता है या नहीं । इसके बाद के Steps इस प्रकार हैं:
Step 1: सबसे पहले अपने बैंक के मोबाइल बैंकिंग ऐप को डाउनलोड करें । इसे आप प्ले स्टोर और ऐप स्टोर, दोनों ही जगहों से डाउनलोड कर सकते हैं ।
Step 2: इसके पश्चात मोबाइल बैंकिंग के लिए रजिस्ट्रेशन करें । ऐप डाउनलोड करके खोलने के पश्चात आप रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं जिसके लिए आपको account number, debit card number, आदि जानकारियां देनी होंगी ।
Step 3: इसके पश्चात ऐप की सेटिंग से सिक्योरिटी ऑप्शंस चुनें । Two Step Verification और Biometric Authentication को आप एनेबल कर सकते हैं ताकि आपका अकाउंट किसी भी हैकिंग या फ्राइड से सुरक्षित रहे ।
Step 4: अंत में आप Mobile Banking का इस्तेमाल करना शुरू कर सकते हैं । आप ऐप की ही मदद से किसी अन्य बैंक खाताधारक को फंड ट्रांसफर कर सकते हैं, बैंक खाते में शेष धनराशि की जांच कर सकते हैं, ईएमआई और अन्य ऋण चुका सकते हैं आदि ।
इस तरह आप मात्र 4 Steps में ही मोबाइल बैंकिंग का इस्तेमाल करना शुरू कर सकते हैं । ध्यान दें कि कई बार अलग अलग बैंकों के मोबाइल बैंकिंग ऐप तोड़े अलग तरीके से डिजाइन किए गए होते हैं । इसलिए थोड़ी बहुत चीजें इधर उधर हो सकती हैं, कुछ स्टेप्स आपको अलग से लेने पड़ सकते हैं । पर मोटे तौर पर ऊपर दिए 4 स्टेप्स फॉलो करके आप मोबाइल बैंकिंग का इस्तेमाल शुरू कर सकते हैं ।
Mobile Banking Apps के अलावा अगर आप ऊपर बताए गए अन्य तरीकों से भी मोबाइल बैंकिंग सेवाओं का इस्तेमाल कर सकते हैं । जैसे USSD Code और SMS Banking के लिए आपको अपने बैंक से कोड प्राप्त करने होंगे जिन्हें आप डायल कर सकें या संदेश भेज सकें । ठीक इसी तरह से मोबाइल वेब बैंकिंग के लिए आपको बैंक से username और password की जरूरत पड़ेगी ।
Mobile Banking और Net Banking में क्या अंतर है ?
Net Banking और Mobile Banking दोनों ही बैंक की सुविधाएं ऑनलाइन घर बैठे प्राप्त करने के जरिए हैं । लेकिन दोनों के बीच अंतर है जिन्हें आप मोबाइल बैंकिंग और नेट बैंकिंग में अंतर टेबल की मदद से समझ सकते हैं:
Mobile Banking | Net Banking |
---|---|
मोबाइल बैंकिंग में आमतौर पर स्मार्टफोन या टैबलेट का इस्तेमाल किया जाता है | नेट बैंकिंग में आमतौर पर डेस्कटॉप डिवाइस जैसे लैपटॉप और कंप्यूटर का इस्तेमाल किया जाता है |
मोबाइल बैंकिंग ज्यादा आसानी से किसी भी स्थान से एक्सेस किया जा सकता है | नेट बैंकिंग का इस्तेमाल किसी भी स्थान से करना मुश्किल है और इसे आसानी से एक्सेस नहीं किया जा सकता |
मोबाइल बैंकिंग में सीमित विकल्प मौजूद होते हैं | नेट बैंकिंग में मोबाइल बैंकिंग की तुलना में ज्यादा विकल्प मौजूद होते हैं |
यह नेट बैंकिंग की तुलना में कम सिक्योर होता है | यह मोबाइल बैंकिंग की तुलना में ज्यादा सिक्योर होता है |
Mobile Banking में आमतौर कर ट्रांजेक्शन लिमिट होती है | Net Banking में आमतौर पर कम ट्रांजेक्शन लिमिट होती है |
इसके लिए हमेशा इंटरनेट की आवश्यकता नहीं है | बिना इंटरनेट के नेट बैंकिंग का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है |
Top Mobile Banking Apps
भारत में ढेरों बैंक हैं और लगभग सभी के अपने अपने एप्लीकेशन भी हैं । ज्यादातर भारतीय बैंकों ने मोबाइल बैंकिंग की सुविधा प्रदान की है जिन्हें एक्सेस करने के लिए आपको इनके ऐप डाउनलोड करने होंगे । तो चलिए नीचे दिए टेबल की मदद से एक नजर Top Mobile Banking Apps पर डालते हैं और जानते हैं कि भारत के प्रमुख बैंकों के मोबाइल बैंकिंग ऐप्स कौन कौन से हैं:
Banks | Mobile Banking Applications |
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State Bank of India | YONO SBI |
ICICI Bank | iMobile |
HDFC Bank | HDFC Mobile Banking |
Axis Bank | Axis Mobile |
Kotak Mahindra Bank | Kotak Mobile Banking App |
Bank of Baroda (BOB) | Baroda M-Connect Plus |
Canara Bank | Canara ai1 |
Union Bank of India | UMobile |
IDBI Bank | IDBI Bank GO Mobile+ |
Central Bank of India | Cent Mobile |
तो ये रहे Top Indian Banks और उनके Mobile Banking Apps जिनके इस्तेमाल से आप बैंकिंग की सभी सेवाएं आसानी से इस्तेमाल कर सकते हैं ।
FAQs on Mobile Banking in Hindi
1. मोबाइल बैंकिंग से क्या क्या कर सकते हैं ?
मोबाइल बैंकिंग से खाते की शेष राशि की जाँच करना, लेन-देन इतिहास की समीक्षा करना, खातों के बीच पैसे ट्रांसफर करना, ऋण भुगतान करना आदि कर सकते हैं ।
2. मोबाइल बैंकिंग कैसे किया जाता है ?
मोबाइल बैंकिंग के लिए सबसे पहले प्ले स्टोर या ऐप स्टोर से अपने बैंक का मोबाइल बैंकिंग ऐप डाउनलोड किया जाता है । इसके बाद आप खोलकर मांगी गई सभी जानकारियां भर कर रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूरी की जाती है । अंत में मोबाइल बैंकिंग सेवाओं का इस्तेमाल किया जाता है ।
3. बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग में क्या अंतर है ?
बैंकिंग दूसरों के धन की रक्षा करने का व्यवसाय है तो वहीं मोबाइल बैंकिंग उस धन का अलग अलग कार्यों में इस्तेमाल करने का एक सर्विस है ।
4. क्या मोबाइल बैंकिंग फ्री है ?
जी हां, मोबाइल बैंकिंग पूरी तरह से मुफ्त है । हालांकि फंड ट्रांसफर करने पर बैंक अपनी तरफ से एक निश्चित राशि आपके बैंक खाता से काट सकता है । लेकिन मोबाइल बैंकिंग को एक्सेस करना पूरी तरह से फ्री है ।