Picture Writing छोटी कक्षाओं के विद्यार्थियों को अक्सर सिखाया जाता है । इससे छात्रों के सोचने विचारने और Visual Thinking में विकास होता है । इसे चित्र वर्णन या चित्र लेखन भी कहा जाता है जिससे छात्र की कल्पना शक्ति बेहतर होती है, चित्रों के माध्यम से वस्तुओं या दृश्यों को परखने की क्षमता में विस्तार होता है और साथ ही भाषा लेखन का भी विकास होता है ।
इसलिए Picture Writing का महत्व काफी ज्यादा है और इससे एक छात्र का सर्वांगीण विकास होता है । इसे ध्यान में रखते हुए हमने इसी विषय पर एक आर्टिकल तैयार किया है जिसमें पिक्चर राइटिंग से जुड़े महत्वपूर्ण बिंदुओं को आपके सामने रखेंगे । आर्टिकल में निम्नलिखित बिंदुओं पर आपको जानकारी दी जायेगी:
- चित्र वर्णन क्या है
- चित्र वर्णन की परिभाषा
- चित्र वर्णन के फायदे
- चित्र वर्णन की विशेषताएं
- चित्र वर्णन के उदाहरण
Picture Writing क्या है ?
Picture Writing जिसका हिंदी अर्थ चित्र लेखन या चित्र वर्णन होता है, किसी चित्र को देखकर उसका शाब्दिक वर्णन करने की एक कला है । इसमें विद्यार्थी बने हुए चित्र को देखकर अपनी कल्पनाशक्ति की मदद से चित्र का शब्दों में वर्णन करता है । यह विद्यार्थी के भाषा लेखन और कल्पना शक्ति के विकास में सहायक होता है ।
उदाहरण के तौर पर आप ऊपर दिया हुआ चित्र देख सकते हैं । नीचे दिया हुआ दृश्य एक बाजार के रास्ते का है जिसपर कई लोग चल रहे हैं । अब इसी दृश्य को देखकर इसका पूरा वर्णन किया जा सकता है । जब कोई विद्यार्थी ऐसे ही दृश्य देखकर उसका शब्दों में वर्णन करता है तो उसकी कल्पनाशक्ति बेहतर बनती है और साथ ही वह दृश्यों और वस्तुओं का सही वर्णन कर सकने में भी समर्थ बनता है ।
Definition of Picture Writing
Picture Writing यानि चित्र वर्णन को कई अलग अलग तरीके से परिभाषित किया जा सकता है । चित्र वर्णन की कुछ परिभाषाएं निम्नलिखित हैं:
1. क्रियाओं या तथ्यों का प्रतिनिधित्व करने वाले चित्रों द्वारा घटनाओं या संदेशों की अभिव्यक्ति का वर्णन ।
2. चित्रलेखों का उपयोग करने वाली कोई भी लेखन प्रणाली ।
3. प्रस्तुत चित्र को देखकर कल्पनाशक्ति के इस्तेमाल से भावों, क्रियाओं, घटनाओं, वस्तुओं और जीवों का सजीव वर्णन ही चित्र वर्णन कहलाता है ।
उम्मीद है कि आप ऊपर दिए गए तीन बिंदुओं की मदद से चित्र वर्णन या चित्र लेखन की परिभाषा को अच्छे से समझ गए होंगे । अगर हम इन तीनों परिभाषाओं का सार निकालें तो पता चलता है कि चित्र वर्णन दिए गए चित्र का सजीव वर्णन है ।
Benefits of Picture Writing
Picture Writing यानि चित्र वर्णन के कई फायदे होते हैं । खासकर कि एक विद्यार्थी को चित्र वर्णन से कई लाभ मिलते हैं । सबसे बड़ा लाभ जो चित्र वर्णन से मिलता है, वह है कल्पनाशक्ति का विकास । यही वह कला है जिसकी मदद से बड़ी बड़ी कहानियां, उपन्यास और कविताएं लिखी जाती हैं । इस कला का विकास करने की क्षमता चित्र वर्णन में होती है ।
इसका दूसरा सबसे बड़ा फायदा होता है भाषा लेखन का विकास । एक छात्र चित्रों को देखकर अलग अलग तरीके से, विभिन्न शब्दों का प्रयोग करके लेखन करता है । इससे धीरे धीरे छात्र के भाषा लेखन क्षमता का विकास होता है और वह अपनी बात को भाषा के माध्यम से सही ढंग से रख पाता है ।
चित्र वर्णन का तीसरा बड़ा फायदा होता है कि विद्यार्थी मात्र चित्र में निहित वस्तुओं या व्यक्तियों को देखकर उनका वर्णन करने लगता है यानि उसके परखने की क्षमता बेहतर हो जाती है । एक छात्र के Visual Thinking का विकास होना बहुत ही आवश्यक होता है ।
Features of Picture Writing
अगर आप एक छात्र हैं और Picture Writing करना चाहते हैं तो आपको कुछ बेहद ही जरूरी बातों को ध्यान में रखना चाहिए । इन बातों को ध्यान में रखकर आप ज्यादा बेहतर तरीके से चित्र वर्णन कर सकेंगे और साथ ही अपनी समझ को शब्दों के माध्यम से व्यक्त भी कर पाएंगे ।
1. सबसे पहले चित्र को बेहद ही ध्यान से देखें । इसकी हर छोटी बड़ी जानकारियों पर ध्यान दें ।
2. कोशिश करें कि चित्र में दिखाई गई सभी भावनाओं, घटनाओं आदि को अलग अलग वाक्यों में लिख लें । इससे आपको अंत में पूरा वर्णन लिखने में काफी आसानी होगी ।
3. चित्र वर्णन करते समय ध्यान रखें कि बेफजूल की बातें या अनावश्यक बातों को न लिखें । चित्र में जो कुछ भी घटनाएं होती दिख रही हैं, उनका एकदम सटीक और उचित शब्दों में वर्णन करें ।
4. चित्र वर्णन करते समय हमेशा वर्तमान काल में वाक्यों को लिखें । आपका चित्र वर्णन वर्तमान काल के हिसाब से लिखा जाना चाहिए न कि भूतकाल या भविष्यकाल में ।
5. सिर्फ घटनाओं का ही नहीं बल्कि चित्र में व्यक्तियों के चेहरे पर दिख रहे भावों को भी पढ़ने समझने की कोशिश करें । इससे आपके Emotional Intelligence का भी विकास होगा । Picture Writing में भावनाओं का उल्लेख करना अवश्य चाहिए ।
6. कोशिश करें कि आपका चित्र वर्णन ज्यादा से ज्यादा 8 वाक्यों का ही हो और साथ ही वाक्य ज्यादा बड़े बड़े न हों । चित्र वर्णन हमेशा संक्षेप में किया जाना चाहिए ।
7. चित्र वर्णन करते समय चित्र के किसी भी पहलू के अपेक्षा न करें, चित्र में दी गई हर घटना और भावनाओं का सजीव चित्रण करें ।
Examples of Picture Writing
नीचे हमने Picture Writing यानि चित्र वर्णन के कुल तीन उदाहरण दिए हैं । इन तीनों उदाहरणों के माध्यम से आप समझ सकते हैं कि चित्र वर्णन कैसे किया जाना चाहिए और किन बातों को लिखा जाना चाहिए । साथ ही आपको चित्र वर्णन के उदाहरण पर यह भी ध्यान देना है कि हमने किस प्रकार दिए गए चित्रों का वर्णन किया है ।
प्रस्तुत दृश्य किसी सुंदर और स्वच्छ गांव का है । चारों तरफ हरियाली ही हरियाली दिखाई दे रही है । हरियाली होने की वजह से एक गाय घर के पास हरे घासों का खा रही है । प्रस्तुत दृश्य से ऐसा लग रहा है मानो अभी सुबह ही हुई है और आसमान में कुछ बदल भी दिखाई दे रहे हैं । एक मिट्टी का घर दिखाई दे रहा है और घर के पास ही एक हरा भरा बड़ा पेड़ भी खड़ा है । आसपास काफी स्वच्छता दिखाई दे रही है ।
प्रस्तुत दृश्य किसी क्रीड़ा स्थल या उद्यान का है । मौसम काफी सुहाना लग रहा है और तेज धूप भी नहीं है इसलिए उधान में लोगों की संख्या काफी ज्यादा है । एक लड़की अपने कुत्ते को टहला रही है तो वहीं दूसरी लड़की पास पड़ी बेंच पर बैठकर किताब पढ़ रही है । उधान में एक झील भी है जिसमें बत्तखें तैर रही हैं । एक लड़की साइकिल चला रही है तो वहीं अन्य बच्चे खेल कूद या व्यायाम कर रहे हैं । चारों तरफ हरियाली, खुशहाली और सुंदर सुंदर फूल उधान की शोभा बढ़ा रहे हैं ।
प्रस्तुत तस्वीर किसी विद्यालय के एक कक्षा की है । कक्षा में शिक्षिका मौजूद हैं और वह बच्चों को पढ़ा रही हैं । उनके हाथ में एक छड़ी है जिसकी मदद से वह बच्चों को ब्लैकबोर्ड पर पढ़ा रही है । ब्लैकबोर्ड पर एक गिलास में पानी की तस्वीर बनी हुई है । ऐसा लग रहा है मानो विज्ञान की कक्षा चल रही है और शिक्षिका छात्रों को विज्ञान का कोई नियम समझा रही हैं । कक्षा में कुल 6 बच्चे मौजूद हैं जो ध्यानपूर्वक शिक्षक की बातें सुन रहे हैं ।
Picture Writing in Hindi – Conclusion
Picture Writing यानि चित्र वर्णन एक कला है जिसमें चित्र को देखकर उसका सजीव शाब्दिक वर्णन किया जाता है । विद्यार्थियों में इस कला को विकसित करने पर जोर दिया जाता है क्योंकि इससे विद्यार्थी की कल्पनाशक्ति बेहतर होती है और भाषा लेखन का भी विकास होता है ।
उम्मीद है कि आपको इस विषय से संबंधित सभी बिंदु समझ आ गए होंगे । अगर आपके मन में इस विषय से जुड़ा कोई भी प्रश्न है तो आप नीचे कॉमेंट करके पूछ सकते हैं । साथ ही आर्टिकल सहायक लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें ।