आज के इस पोस्ट में आप विस्तारपूर्वक जानेंगे कि Session Court या सत्र न्यायालय क्या है ? इसके साथ ही यह कैसे काम करता है और आपको कब इस कोर्ट का दरवाजा खड़खड़ाना चाहिए ? इन सभी प्रश्नों के उत्तर जानने के लिए आपको यह पोस्ट अंत तक पढ़नी चाहिए । Session Court meaning in Hindi का यह डिटेल गाइड अगर आपको पसंद आए तो शेयर अवश्य करें ।
जैसा कि आप जानते हैं कि हर देश की अपनी एक न्याय व्यवस्था होती है । इसमें court या न्यायालय अपनी प्रमुख भूमिका निभाते हैं । जब व्यक्ति हर जगह से निराश हो जाता है तो वह Court की ओर रुख करता है जहां उसे न्याय अवश्य मिलता है । हमारे देश में न्यायालयों को कुछ इस तरह बांटा गया है –
- सुप्रीम कोर्ट
- हाई कोर्ट
- डिस्ट्रिक्ट कोर्ट
- लोअर कोर्ट
- ट्रिब्यूनल
इनमें ही District Level पर मौजूद सबसे बड़े Criminal Court को ही सत्र न्यायालय कहते हैं । तो चलिए जानते हैं session court meaning in Hindi के बारे में –
Session Court या सत्र न्यायालय क्या है ?
भारत में Session Court जिसे आमतौर पर सत्र न्यायालय के रूप में जाना जाता है । इसकी अध्यक्षता सत्र न्यायालय के न्यायाधीश द्वारा की जाती है । न्यायाधीश की नियुक्ति राज्य के उच्च न्यायालय द्वारा की जाती है । यह आमतौर पर आपराधिक मामलों से संबंधित होता है । इसके न्यायाधीश किसी को मौत की सजा भी दे सकते हैं ।
सेशन कोर्ट जिला स्तर की सबसे बड़ी आपराधिक मामलों की सुनवाई करने वाला कोर्ट है । इन कोर्ट में ज्यादातर उन्हीं मामलों में सजा सुनाई जाती है जिनमें अपराधी को 7 साल या उससे अधिक की सजा दी जा सकती है । अधीनस्थ न्यायालय जिसे Subordinate Court भी कहते हैं , के पास Session Court से कम शक्तियां होती हैं और वे किसी अपराधी को मात्र 3 साल तक कि सजा सुना सकती हैं ।
आशा है कि अब आप session court meaning in Hindi समझ गए होंगे । यह जानना बहुत जरूरी है ताकि आप confuse न हों ।
Civil Court और Session Court में क्या अंतर है ?
एक सिविल कोर्ट सिविल कानून से संबंधित विवादों से निपटता है, जबकि एक सत्र न्यायालय आमतौर पर आपराधिक मामलों से संबंधित होता है । 366 (i) सीआरपीसी के अनुसार, सत्र न्यायालय किसी व्यक्ति को मृत्यु या उम्र कैद की सजा सुना सकते हैं । जबकि सिविल कोर्ट इतनी सजा नहीं दे सकते हैं ।
घरेलू कोर्ट जिसे Civil Court भी कहते हैं , सिर्फ घरेलू मामलों और Civil लॉ से जुड़े विवादों का निपटारा करता है तो वहीं Session Court आपराधिक मामलों जैसे हत्या , बलात्कार जैसे मामलों को देखता है । इस तरह आप difference between civil court and session court in Hindi समझ गए होंगे ।
जिला या सत्र न्यायालय का जज कैसे बनें ?
अगर आप जिला या सत्र न्यायालय का जज बनना चाहते हैं तो eligibility criteria है –
- आप कम से कम 7 साल तक लगातार वकील के रूप में कार्यरत रहे हों
- आप किसी भी राज्य या केंद्र सरकार में किसी भी नौकरशाही के पद पर न हों
- आपको हाईकोर्ट का जज recommendation दे
अगर आप ऊपर दिए तीनों Criterias को पूरा करते हैं तो आप जिला या सत्र न्यायालय के जज बन सकते हैं ।
जज बनने के लिए आपके पास किन विशेषताओं का होना जरूरी है ?
एक जज बनने के लिए आपके अंदर ढेरों Skills होनी चाहिए तभी जाकर आप इस पद का सुचारू ढंग से निर्वहन कर सकेंगे । ये skills निम्नलिखित हैं –
1. ज़िम्मेदारी – यह सबसे जरूरी विशेषता आपके अंदर अवश्य होनी चाहिए । आपका हर निर्णय संविधान और कानून के हिसाब से होना चाहिए । आप जिस पद पर आसानी हैं उसकी जिम्मेदारी और महत्व का आपको ज्ञान रहना चाहिए । अगर आप ही भ्रष्टाचारी होंगे तो आम जनता न्याय के लिए कहां जाएगी ।
2. विश्लेषणात्मक – न्यायाधीश के पद पर बैठने वाले व्यक्ति को विश्लेषात्मक होना चाहिए । आपको दिन रात ढेरों डॉक्युमेंट्स को पढ़ना , समझना और सही निर्णय लेना होता है । ऐसे में अगर आप Analysis नहीं करते हैं तो आपके judgement में कमियां होंगी । इसके साथ ही आपको किसी भी दस्तावेज़ के सत्यता का भी पता लगाना होता है ।
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3. बेहतर सुनने और बोलने की क्षमता – अगर आप एक जज बनने का सपना देखते हैं तो आपके पास बेहतर सुनने और बोलने की क्षमता अवश्य होनी चाहिए । कोर्टरूम के अंदर आपको होने वाली बहसों के एक एक शब्द को सुनना और समझना है । यह इसलिए क्योंकि कोई भी उन शब्दो / वाक्यों को बार बार नहीं दोहराएगा ।
इन तीनों Skills के साथ ही आपके अंदर न्याय की भावना और धैर्य का होना अतिआवश्यक है । न्याय की भावना होने पर ही आप सही निर्णय ले पाएंगे । न्यायालय में फैसले भावुक होकर नहीं लिए जाने चाहिए । इसके साथ ही आपको हर पक्ष को ध्यान से सुनने और कई बार सहने की भी क्षमता होनी चाहिए ।
Session Court meaning in Hindi – Conclusion
इस पोस्ट में हमने Session Court meaning in Hindi से जुड़े सभी पहलुओं को बेहतरीन ढंग से समझाया । अगर आपको लगता है कि हमसे कोई प्वाइंट छूट गया है तो कॉमेंट करके अवश्य बताएं । इसके साथ ही अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी हो तो शेयर करना न भूलें ।