अगर कभी भी आपने ब्लॉग बनाने के बारे में सोचा है या सोच रहे हैं तो एक प्रश्न आपके दिमाग में जरूर आया होगा । प्रश्न कि Blogging करें तो किस भाषा में , Hindi में या English में ? ज्यादा Profitable किस में रहेगा ? इन दोनों के Cons और Pros क्या क्या हैं ? इत्यादि ! इसलिए इस पोस्ट में हम आपको बताएंगे कि आपको किस Language में Blogging करना चाहिए और क्यों ? इस पोस्ट में हम Hindi और English दोनों भाषाओं में Blogging करने के हर पहलू को आपके सामने रखेंगे । बस निर्णय आपको लेना है कि आपके लिए क्या उपयुक्त होगा , क्यों और कैसे ?
तो चलिए सबसे पहले समझते हैं English Blogging को , इसके Cons और Pros को , इसमें Competition कितना High है , इत्यादि , इसके बाद हम Hindi में भी ब्लॉगिंग की बात करेंगे ।
English भाषा में Blogging करना
ईमानदारी से बताऊं तो आपने Blogging Field में आने से पहले एक बात जरूर सोची होगी – English Blogging में ज्यादा बड़ी ऑडिएंस है Hindi के मुकाबले , और इसमें जल्दी AdSense मिल जाता है पर मैं तो English जानता ही नहीं ! क्या करूं ? ? तो चलिए हम आपको इंग्लिश में Blogging करने के बारे में सब कुछ बताते हैं इसके बाद आपको आपके ” क्या करूं “ का जवाब आसानी से मिल जाएगा ।
English में Blogging करने के Pros :
तो चलिए अब बात करते हैं कि English में Blogging करने के क्या Pros यानि कि Plus Points हैं :
1. English Blogging में बहुत बड़ी Audience
अगर आप English में Blogging करने की सोच रहे हैं तो यह बहुत ही अच्छा है । आपको इसमें बहुत बड़ी ऑडिएंस मिल जाती है । Google के एक Report की बात करें तो , सिर्फ भारत में ही करीब 7 करोड़ से ज्यादा लोग अंग्रेजी भाषी है अर्थात English इनकी देशी बोली वाली भाषा है । अब आप समझ सकते हैं कि अगर सिर्फ भारत में इस भाषा के Native Speakers इतने लोग है तो पूरी दुनिया में कितने होंगे !
अंग्रेजी भाषा में इंटरनेट यूजर्स की संख्या भी आसमान को छूती सी नजर आती है । इसलिए ज्यादातर लोग ( जिसमें आप भी शामिल हैं ) Hindi के बजाय English भाषा में blogging करना चाहते हैं , भले उन्हें यह भाषा आती हो या नहीं ।
2. यह एक Common Language है
English में Blogging करने की जब भी बात आती है तो एक चीज हमेशा हमारे दिमाग में घूमने लगता है – ” यार , English तो Common Language है । इस Digitalisation और Globalisation के युग में धीरे धीरे English बोलने और समझने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है । इसमें Blogging करना प्रॉफिटेबल रहेगा ! ” जी हां , आप सही सोचते हैैं , दिन पर दिन English को बोलने और समझने वालों की संख्या में बढ़ोत्तरी होती जा रही है ।
यह एक Common Language बन चुका है जिसे कहीं थोड़ा ज्यादा तो थोड़ा कम हर देश , समाज , संस्कृति में बोला और समझा जाता है । यह सब English की शिक्षा को बढ़ावा देने और Native Language ( देशी भाषाओं ) से दूरी बनाने की वजह से हो रहा है । खैर , ये सब फिर कभी । बस आप इतना समझ लें कि English अब धीरे धीरे पुरे विश्व के कोने कोने तक पहुंच रही है जिससे कि इसके Audiences बढ़ते ही जा रहे हैं ।
English में Blogging करने के Cons :
ऊपर हमने बताया कि English में blogging करने के क्या क्या फायदे ( Pros ) हैं । अब जानते हैं कि इसके नुकसान या यूं कह लें कि Negative Points कौन कौन से हैं ?
1. बहुत ही ज्यादा Competition
जैसा कि हमने पहले ही आपको बताया कि English की ऑडिएंस बहुत ही बड़ी और दुनिया के कोने कोने तक फैली है इसलिए इंटरनेट पर इंग्लिश में blogs भी लाखों की संख्या में मौजूद हैं । दिन पर दिन English Bloggers की बढ़ती संख्या से Competition बहुत ज्यादा बढ़ गया है । ऐसे में Google पर पहले पेज में रैंक करना सिर दर्द का काम है ( मुश्किल है , नमुमिकन नहीं ? ) ।
2. AdSense मिलने में परेशानी
अब जब इंटरनेट पर लाखों की संख्या में English Blogs होने की वजह से Competition बढ़ा है तो जाहिर सी बात है कि AdSense इतनी आसानी से तो आपको मिल नहीं जाएगा । AdSense लेने के लिए आपको High – Quality कंटेंट लिखने होंगे और वो भी दूसरों से अलग , जो यूजर्स ( Visitors ) को एक अलग ही reading और learning experience दे । सभी bloggers अपने अपने तरीकों से इंटरनेट यूजर्स को एक से बढ़कर एक Content Deliver करने की कोशिश करते हैं और Competition high होता चला जाता है ।
तो ये रहे English Language में Blogging करने के Pros और Cons । अब बात करते है Hindi में Blogging करने के बारे में :
Hindi भाषा में Blogging करना
Blogging के field में Hindi ब्लॉगर्स की संख्या भी दिनों दिन बढ़ती ही जा रही है । इसके साथ ही 2013 – 2014 के मुकाबले , Google पर Hindi में Searching Data में बहुत ज्यादा बढ़ोत्तरी देखी गई है । पूरी दुनिया में लगभग कुल मिला जुलकर 50 करोड़ से भी ज्यादा हिंदी बोलने , समझने वाले लोग है । जिसका मतलब है कि Hindi के फील्ड में ब्लॉगिंग करना ऐसा है कि शुरुआत में बस जम कर मेहनत करो , खाद पानी दो और समय आने पर आराम से लेटकर खावो ।
दिन पर दिन Hindi Blogs की संख्या भी बढ़ती जा रही है । हालांकि , English Blogging की तरह Hindi Blogging में Competition उतना High नहीं है । परन्तु , आने वाले समय में यहां भी काफी धक्का मुक्की होने वाली है Google के पहले page पर रैंक करने के लिए ? ।
Hindi में Blogging करने के Pros
सबसे पहले बात करते हैं कि Hindi में Blogging करने के क्या फायदे यानि कि Pros हैं ( Plus Points ) :
1. Competition बहुत कम है
जी हां , Hindi Blogging में Competition कम है , English Blogging के मुकाबले । इसलिए अभी के समय में Google पर Hindi Bloggers के लिए अच्छी पोजिशन पर रैंक करना आसान है । हालांकि , दिन पर दिन Hindi Bloggers की संख्या में इजाफा होता जा रहा है और इस वजह से आने वाले दिनों में Competition का Level High होने की संभावना है ।
2. AdSense Approval मिलने में आसानी
कॉम्पटीशन के कम होने की वजह से Hindi Blogging में English की तुलना में आसानी से AdSense Approval मिल जाता है । इसका सबसे बड़ा कारण यह भी है कि अभी भी इंटरनेट पर या यूं कहें कि Google पर हिंदी में Quality Contents की कमी है । इसलिए कोई कैसे भी लिखे , एडिटिंग और Formatting करे, उसे AdSense आसानी से मिल जाता है और Ranking भी । जबकि English Blogging में High Quality Contents की भरमार है ।
Hindi में Blogging करने के Cons
अब बात करते हैं Hindi में Blogging करने के Cons कौन कौन से हैं ( Negative Points ) :
1. ऑडिएंस की कमी
Hindi Bloggers के लिए सबसे बड़ा सिर दर्द होता है Traffic लाना । हालांकि , यह सिर दर्द आने वाले समय में आराम देगा परन्तु फिलहाल Hindi में Online Searches करने वालों की संख्या अभी भी बहुत कम है । ज्यादातर लोग English में ही Searches करते हैं और इसलिए English Blogging में Hindi Blogging के मुकाबले ज्यादा Visitors या ट्रैफिक देखने को मिलता है ।
2. English Blogs के मुकाबले कम कमाई
जब ट्रैफिक English – Speaking देशों से आता है तो कमाई ज्यादा होती है अगर हम और भाषाओं के मुकाबले बात करें तो । Hindi मुख्य रूप से भारत और नेपाल में ही बोली जाती है । हालांकि दुनिया के और हिस्से भी हैं जहां Hindi – Speakers हैं पर उनकी संख्या कम ही है । अगर आप Hindi Blogging करने का सोचते हैं तो आपका टारगेट सिर्फ और सिर्फ हिंदी बोलने और समझने वाले लोगों तक ही होता है इसलिए आपकी कमाई English Bloggers से कम ही रहती है ।
तो ये रहे Hindi और English Blogging से जुड़ी चीजें , जिन्हे हमने आसानी से ऊपर आपको समझाया । अब यह आप पर है कि आप Hindi Blogging को चुनेंगे या English Blogging को । हम Recommend करते हैं कि अगर आपकी English उतनी अच्छी नहीं है तो आपको Hindi Blogging में कदम रखना चाहिए । जैसा कि हमने पहले ही बताया , Hindi ब्लॉगिंग में संभावनाएं ही संभावनाएं हैं । आगे चलकर Hindi Blogging बहुत तरक्की करेगा ।
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