देश दुनिया के कई सारे एनजीओ समाज के लिए लगातार कार्यरत हैं । हाल की ही खबर ले लीजिए, तुर्की में तेज भूकंप की वजह से हजारों लोग मारे गए हैं, काफी जन धन का नुकसान हुआ है । ऐसे में वहां की एनजीओ लगातार बिल्कुल मुफ्त में अपनी सेवाएं दे रही हैं और लोगों की मदद कर रही हैं । ऐसे ही एक एनजीओ का नाम है Nanhi Kali NGO ।
नन्ही कली एनजीओ लगातार भारत में शिक्षा से वंचित लड़कियों को सहायता प्रदान कर रही है । ऐसी बालिकाओं को एनजीओ एकेडमिक और फाइनेंशियल दोनों तरीकों से मदद करता है । भारत में बुनियादी शिक्षा से वंचित बालिकाओं की संख्या कम नहीं है, सरकार के द्वारा चलाए कई लुभावने योजनाओं का भी असर एक सीमित रूप से ही हुआ है ।
गांवों और खासकर कि आदिवासी क्षेत्रों में बालिकाएं बुनियादी शिक्षा से भी वंचित होती हैं । ऐसे में Nanhi Kali NGO इनके उत्थान के किया लगातार कार्यरत है । इस लेख में हम इसी एनजीओ के बारे में विस्तार से समझेंगे ।
Nanhi Kali NGO क्या है ?
Nanhi Kali NGO एक गैर सरकारी संगठन है जिसका गठन आनंद महिंद्रा ने वर्ष 1996 में किया था । प्रोजेक्ट नन्ही कली भारत के सबसे बड़े कार्यक्रमों में से एक है जो वंचित लड़कियों को 10 साल की स्कूली शिक्षा पूरी करने में सक्षम बनाता है । इसके लिए वंचित बालिकाओं को एनजीओ की तरफ से वित्तीय और शैक्षणिक मदद दी जाती है ।
वर्ष 1996 के बाद से अबतक नन्हीं कली ने 14 राज्यों में कुल 5 लाख लड़कियों को 10 साल तक की स्कूली शिक्षा पूरी करने में सक्षम बना चुका है । एनजीओ का मानना है कि अगर लड़कियों को शिक्षित किया जाए तो सामाजिक बुराइयों को जड़ से खत्म किया जा सकता है और साथ ही समाज को मुख्यधारा में भी लाया जा सकता है ।
Nanhi Kali कैसे काम करता है ?
Nanhi Kali NGO सबसे पहले देशभर में ऐसी लड़कियों की पहचान करता है जो बुनियादी शिक्षा से भी वंचित हैं । बुनियादी शिक्षा यानि कक्षा 1 से लेकर कक्षा 10 तक की शिक्षा । इसके पश्चात उन्हें वेरिफाई करने के पश्चात उनकी पढ़ाई लिखाई की जिम्मेदारी नन्ही कली एनजीओ ले लेता है ।
उन्हें नियमित तौर पर शैक्षणिक सहायता जैसे स्कूल में प्रवेश कराना, यूनिफॉर्म और जरूरी शिक्षण सामग्री प्रदान करना, उनके स्वच्छता पर विशेष ध्यान देना और लगातार जागरूक करना एनजीओ का कार्य है । एनजीओ महिंद्रा ग्रुप की तरफ से फंडिंग प्राप्त करता है, इसके अलावा जो लोग भी नन्ही कली एनजीओ के उद्देश्य को पूरा करने में सक्षम हैं, वे भी डोनेशन दे सकते हैं ।
अगर आप एनजीओ के इस महत्वपूर्ण मिशन को पूरा करने में उनका साथ देना चाहते हैं तो आप भी डोनेट कर सकते हैं । इसके लिए आपको सबसे पहले Nanhi Kali NGO के ऑफिशियल वेबसाइट पर जाना है । साइट को खोलते ही सबसे ऊपर आपको Donate Now का विकल्प मिलेगा । इसपर क्लिक करके आप डोनेट कर सकते हैं ।
Nanhi Kali Success Stories
Nanhi Kali NGO ने 5 लाख बालिकाओं की जिंदगी में बड़े परिवर्तन लाए हैं । चलिए परिवर्तन की कुछ कहानियां जानते हैं:
1. एनजीओ ने बदली सुनीता की जिंदगी
पहली कहानी है सुनीता कुमारी की, जो उदयपुर एक छोटे गांव से आती हैं । 14 वर्षीय सुनीता कुमारी शैक्षणिक वर्ष 2006-07 में कक्षा 8 में प्रोजेक्ट नन्ही कली का हिस्सा बनीं । घर की आर्थिक हालात ठीक नहीं थे और सुनीता भी कक्षा 7 में ही पढ़ाई छोड़ चुकी थी । ऐसे में मदद जो सामने आया नन्ही कली एनजीओ ।
एनजीओ ने सुनीता को हर प्रकार से मदद किया और उनके माता पिता को भी प्रेरित किया कि वे उसकी पढ़ाई जारी रखें । कड़ी मेहनत और लगन की वजह से सुनीता ने कक्षा 7 को आसानी से उत्तीर्ण कर लिया । इसी बीच पास के ही गांव के एक नन्ही कली वर्कर को नौकरी किन्हीं कारणों से छोड़नी पड़ी और यह सुनीता के लिए एक गोल्डन ऑपर्चुनिटी से कम नहीं था ।
उसने तुरंत ही Academic Worker के तौर पर एनजीओ को ज्वाइन कर लिया । इससे न सिर्फ उसे अपने घर और समाज में इज्जत मिली बल्कि वह पार्ट टाइम काम करके पैसे भी कमाने लगी । इस तरह पढ़ाई के साथ साथ ही उसने अपने घर परिवार की भी जिंदगी बदल दी ।
2. मनीषा ने गरीबी से मुकाबला किया
नन्ही कली एनजीओ की अगली कहानी की नायिका हैं मनीषा । मनीषा एक ऐसे परिवार से आती है जहां कमाने वालों की संख्या नगण्य है लेकिन खाने वाले कई हैं । घर में सिर्फ मनीषा के पिता ही खेती से कमाई करते हैं । हालांकि उन्होंने हमेशा चाहा कि उनके बच्चों को अच्छी शिक्षा मिले । लेकिन यह संभव नहीं हो पा रहा था ।
ऐसे में उनका साथ दिया Nanhi Kali NGO ने, इन्होंने मनीषा की पढ़ाई का पूरा दायित्व अपने ऊपर लिया और उन्हें सभी जरूरी संसाधन भी उपलब्ध कराए । इससे मनीषा पढ़ने लिखने में अच्छी बेहतर हो पाईं और साथ ही रोजाना स्कूल भी जाती थी । मनीषा अपनी पढ़ाई पूरी करके एक शिक्षक बनने का सपना देखती है ।
3. गंगम्मा बनी पीटी टीचर
अगली कहानी गंगम्मा की है, जिसके माता पिता उसे अच्छी शिक्षा देना चाहते थे लेकिन वे खुद अनपढ़ थे और पढ़ाई का खर्चा उठाना उनके लिए मुश्किल था । लेकिन गंगम्मा ने जैसे तैसे आठवीं तक की पढ़ाई पूरी की, इसी बीच उसके पिता की मृत्यु हो गई । लेकिन इतना कुछ होने के बावजूद परिवार मजबूत बना रहा और मां लेबर के तौर पर काम करके बेटी की पढ़ाई जारी रखने का प्रयत्न किया ।
लेकिन इसी बीच नन्हीं कली फाउंडेशन की नजर पड़ी गंगम्मा पर । फाउंडेशन ने उसे शिक्षण संबंधित सभी सामग्रियां बिल्कुल मुफ्त में उपलब्ध कराया । इससे उन्हें काफी मदद हुई और गंगम्मा के हौसलों की उड़ान और भी तेज हो गई । आगे चलकर कई बाधाओं को पार करते हुए भी वह एक पीटी टीचर बनने में कामयाब हो सकी ।
नन्ही कली एनजीओ का प्रभाव
Nanhi Kali NGO की शुरुआत वर्ष 1996 में हुई थी । लेकिन आज 26 वर्षों पश्चात इसने काफी कुछ हासिल किया । इन्होंने देश के 14 राज्यों की गरीब और शिक्षा से वंचित लड़कियों की जिंदगी बदली और उन्हें मुफ्त में आर्थिक और शैक्षिक सहायता प्रदान की । एनजीओ लगातार देशभर की शिक्षा से वंचित लड़कियों को हर प्रकार से मदद कर रहा है ।
चलिए बिंदूवार क्रम में जानते हैं कि नन्हीं कली एनजीओ ने अबतक क्या कुछ किया है (कुछ आंकड़े सिर्फ वर्ष 2021 और 2022 के हैं)
- 5 लाख से भी ज्यादा बालिकाओं को सहायता
- 85317 से ज्यादा छात्राएं प्राइमरी स्कूलों में
- 100442 से ज्यादा छात्राओं सेकेंडरी स्कूलों में
- 6468 कम्युनिटी असिस्टेंट
- 7049 एकेडमिक सपोर्ट सेंटर
Nanhi Kali Jobs
अगर आपका सपना समाज में कुछ बेहतर करने और लड़कियों की शिक्षा को सपोर्ट करने का है तो आप नन्हीं कली एनजीओ से जुड़ सकते हैं । अगर आप Nanhi Kali Jobs करना चाहते हैं तो इसके लिए आपके पास दो तरीके हैं । पहला तरीका है कि आप फाउंडेशन के LinkedIn Profile पर जाएं और इन्हें फॉलो करें । जैसे ही इनके यहां जॉब ओपनिंग होगी, आप सीधे अप्लाई कर सकेंगे ।
दूसरा तरीका है कि आप इंटरनेट पर मौजूद ढेरों Jobs Site में साइनअप करें । अगर कंपनी कोई job vacancy निकालेगी तो आपको इन्हीं प्लेटफार्म्स के माध्यम से सूचित किया जायेगा । साथ ही इन्हीं प्लेटफार्म्स की मदद से आप अप्लाई भी कर सकेंगे ।
FAQs
1. नन्ही कली एनजीओ क्या है ?
नन्ही कली एक गैर सरकारी संगठन है जिसे वर्ष 1996 में शुरू किया गया था । इसे महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने शुरू किया था ताकि शिक्षा से वंचित बालिकाओं को निशुल्क उच्च गुणवत्ता की शिक्षा प्रदान की जाए और साथ ही उन्हें हर प्रकार से सहायता दी जाए ।
2. नन्ही कली एनजीओ की शुरुआत की थी ?
नन्ही कली एनजीओ की शुरुआत महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने की थी ।
3. नन्ही कली योजना कब शुरू हुई ?
नन्ही कली योजना वर्ष 1996 में आनंद महिंद्रा द्वारा शुरू की गई । यह एक स्पॉन्सरशिप प्रोग्राम है जिसके तहत बुनियादी शिक्षा से वंचित लड़कियों की मदद की जाती है ।
4. क्या नन्ही कली एक एनजीओ है ?
Nanhi kali एक एनजीओ यानी नॉन गवर्नेंटल आर्गेनाइजेशन है । यह अन्य गैर सरकारी एनजीओ के साथ मिलकर कार्य करता है ।