Google Bard क्या है ? यह ChatGPT को मात कैसे देगा ?

भविष्य में Content Creation के साथ साथ Content Consumption में भी बड़ा बदलाव आने वाला है । Artificial Intelligence आज के समय की मांग और जरूरत दोनों है और इसी को ध्यान में रखते हुए मार्केट में बड़े खिलाड़ियों की लगातार एंट्री हो रही है । 7 फरवरी, 2023 को भारतीय समय के हिसाब से 12 बजकर 37 मिनट पर गूगल के सीईओ ने Google Bard को लेकर एक ट्वीट किया ।

इस ट्वीट की हेडलाइन थी An Important Next Step on Our Journey! इस ट्वीट के बाद से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की दुनिया में चर्चाओं का दौर फिर से शुरू हो गया हालांकि अभी ChatGPT को लेकर चर्चाओं का बाजार शांत भी नहीं हुआ है । दरअसल ChatGPT एक चैटबॉट है जो यूजर्स द्वारा पूछे गए लगभग हर प्रश्न का जवाब देता है ।

आप इससे आसानी से बातें कर सकते हैं, कोई भी प्रश्न पूछ सकते हैं, कोई भी परिस्थिति देकर हल पूछ सकते हैं आदि । इसी बीच यह भी खबर आई कि माइक्रोसॉफ्ट ने चैट जीपीटी के साथ एग्रीमेंट कर लिया है और वे मिलकर कई प्रोजेक्ट पर काम करेंगे । ऐसे में गूगल को कहीं न कहीं अपना भविष्य खतरे में दिखा और उसने लॉन्च कर दिया Google Bard ।

Google Bard क्या है ?

Google Bard गूगल द्वारा तैयार किया गया एक Google AI Service है । यह गूगल का Conversational AI Chatbot है जोकि LaMDA पर आधारित है । इसकी मदद से यूजर्स संवाद शैली में प्रश्न पूछ सकेंगे और बातें कर सकेंगे । यह जल्द ही गूगल द्वारा सभी यूजर्स के लिए लॉन्च कर दिया जायेगा ।

ऐसा माना जा रहा है कि Google Bard के रिलीज होने की सबसे बड़ी वजह ChatGPT है । यह भी एक AI Powered Language Chatbot है जो संवाद शैली में यूजर्स से बातें करता है और उनके प्रश्नों का एक इंसान की भांति उत्तर देता है । चैट जीपीटी धीरे धीरे काफी लोकप्रिय हो रहा था और दावा किया जा रहा था कि यह आने वाले समय में गूगल को मात देगा ।

लेकिन साथ ही यह भी गुंजाइश थी कि गूगल भी अपने इस नए नवेले दुश्मन को रास्ते से हटाने के लिए कुछ न कुछ जरूर लॉन्च करेगा, और अब हमारे सामने है Bard । नाम सुनने में जरूर अजीब है, लेकिन आने वाले समय में यह खूब धूम मचाने वाला है ।

Google Bard को लेकर सुंदर पिचाई ने क्या कहा ?

Google Bard को लेकर सबसे पहले गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई की तरफ से ट्वीट किया गया । इस पूरे ट्वीट को आप नीचे पढ़ सकते हैं ।

सुंदर पिचाई के शब्दों में, “बार्ड हमारे बड़े भाषा मॉडल की शक्ति, बुद्धि और रचनात्मकता के साथ दुनिया के ज्ञान के सागर को जोड़ना चाहता है । यह ताज़ा, उच्च-गुणवत्ता वाली प्रतिक्रियाएँ प्रदान करने के लिए वेब से जानकारी प्राप्त करता है। आज हम बार्ड को विश्वसनीय बाहरी परीक्षकों के लिए खोल रहे हैं ।”

उन्होंने आगे कहा, “जैसे-जैसे लोग गहन अंतर्दृष्टि और समझ के लिए Google की ओर रुख करते हैं, वैसे-वैसे AI हमें उस चीज़ की तह तक जाने में मदद कर सकता है जिसे वे ढूंढ रहे हैं। हम खोज में एआई-संचालित सुविधाओं के साथ शुरुआत कर रहे हैं जो जटिल जानकारी को आसान स्वरूपों में वितरित करती हैं ताकि आप बड़ी तस्वीर देख सकें और फिर और खोज सकें ।”

क्या Google Bard देगा ChatGPT को टक्कर ?

हमारा मानना है कि आने वाले समय में Google Bard के सामने ChatGPT तुच्छ साबित होगा और इसका सबसे बड़ा कारण गूगल के पास मौजूद बहुत बड़ा डेटाबेस है । गूगल के पास दुनियाभर की जानकारियों का अथाह सागर है, जिससे वह आसानी से अपने AI Chatbot को ट्रेन करके किसी भी अन्य AI Chatbot को आसानी से मात दे सकता है ।

गूगल के पास दुनिया का सबसे powerful crawler है जो इंटरनेट पर मौजूद लगभग हर जानकारी को crawl, index और फिर rank करने की क्षमता रखता है । यह real time information को इंडेक्स और रैंक करता है तो वहीं ChatGPT के पास वर्ष 2021 के बाद की कोई जानकारी नहीं है । इसके अलावा चैट जीपीटी द्वारा दी गई जानकारी कई बार Updated और Accurate नहीं होती है ।

अक्सर ChatGPT को Biased Answers देते हुए भी पकड़ा गया है, भले ही वह यह क्लेम करता हो कि वह पक्षपाती नहीं है । लेकिन गूगल की खूबी यह है कि ये updated, accurate, clear और unbaised answers देने की क्षमता रखता है । यह दुनियाभर की अरबों जानकारियों को छानकर सबसे सही जानकारी पेश करता है ।

इसके बाद सबसे अहम बात कि गूगल की लगभग सभी सेवाएं मुफ्त होती हैं, Google Bard भी उम्मीद है कि मुफ्त ही होगी । लेकिन चैट जीपीटी ने हाल ही में $20/Month का सब्सक्रिप्शन प्लान इंट्रोड्यूस किया है । इसलिए ज्यादातर लोग भविष्य में Google Bard को ही इस्तेमाल करेंगे । हो सकता है कि गूगल एक कदम आगे बढ़कर Google Bard को असिस्टेंट और सर्च की तरह एंड्रॉयड डिवाइस में भी डिफॉल्ट इंस्टॉल्ड कर दें ।

LaMDA क्या है ?

LaMDA का फुल फॉर्म Language Model for Dialogue Applications है । यह गूगल द्वारा तैयार किया गया conversational neural language models है । इसे गूगल ने 2021 Google I/O keynote में इंट्रोड्यूस किया था । Google Assistant इसी पर आधारित है ।

अब जब आप गूगल असिस्टेंट पर Ok Google बोलकर कोई भी प्रश्न पूछते हैं, तो आपको तुरंत ही जवाब मिल जाता है । यानि गूगल के पास अरबों की संख्या में जानकारियां हैं, जिन्हें वह आपके समाने एक conversational tone में Assistant की मदद से पेश करता है । यह पूरा मॉडल LaMDA पर ही आधारित है और Google Bard भी LaMDA पर ही आधारित होगा ।

गूगल कई वर्षों से LaMDA पर काम कर रहा है और इससे उसकी टेक्नोलॉजी ChatGPT से लाख गुना बेहतर ही है । ऐसे में जल्द ही आप सभी यूजर्स को कुछ नया और आश्चर्यजनक टेक्नोलॉजी Google Bard के रूप में देखने को मिल सकती है ।

Google Bard अभी डेवलपमेंटल मोड में

Google Bard के रिलीज होने में फिलहाल अभी वक्त है । सुंदर पिचाई ने ट्वीट के माध्यम से कहा है कि अभी इसे डेवलप किया जा रहा है और जल्द ही यह मार्केट में रिलीज कर दिया जायेगा । यह कब रिलीज किया जाएगा, इसको लेकर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है ।

हालांकि कुछ तस्वीरें जरूर पब्लिश की गई हैं, जिनसे आप Google Bard की पावरफुल टेक्नोलॉजी का अंदाजा लगा सकते हैं ।

ट्विटर पर ChatGPT VS Bard को लेकर खूब चर्चाएं चल रही है । Bard AI को लेकर तरह तरह की संभावनाओं पर बात की जा रही है । यह भी अंदाजा लगाया जा रहा है कि बार्ड के आने के पश्चात Google Publishers को भारी नुकसान हो सकता है । एक प्रश्न और भी है अगर लोग पूरी तरह से गूगल के इस नए चैटबॉट पर निर्भर हो गए तो फिर Google Ads का क्या होगा ?

खैर, आने वाले समय में पब्लिशर्स का क्या होता है और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कौन कौन से रंग दिखाती है, यह भविष्य के गर्त में छिपा हुआ है । एक बात जरूर इस घटना से निकलकर सामने आती है और वह यह कि टेक्नोलॉजी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के इस दुनिया में नए नए आश्चर्य होते रहेंगे और नए खिलाड़ियों भी बड़े खिलाड़ियों के साथ प्रतियोगिता करेंगे ।

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