इस पोस्ट में आप विस्तार से जानेंगे कि NITI AAYOG kya hai । इसके साथ ही आप यह भी जानेंगे कि यह कैसे काम करता है । इंटरनेट पर हजारों की संख्या में NITI AAYOG Meaning in Hindi सर्च किया जाता है , जिसका उत्तर हम इस पोस्ट में देंगे । इसलिए आपको यह पोस्ट अंतिम तक पढ़ना चाहिए ।
केंद्र सरकार भारत के लोगों के लिए नई योजनाएं , नई नीतियां और कार्यक्रम करती रहती है । ऐसे में इन सभी के पीछे पूरी प्लैनिंग होती है ताकि चीजों को सही से एक्जीक्यूट किया जा सके । नीति आयोग भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए बहुत ही जरूरी होता है जिससे देश की अर्थव्यवस्था की दिशा और दशा तय होती है । तो इसके बारे में आपको जानना अतिआवश्यक हो जाता है । तो चलिए इसके बारे में शुरू से शुरू करते हैं –
Niti Aayog क्या है ?

NITI Aayog को National Institution For Transforming India भी कहते हैं । यह आयोग भारत सरकार की थिंक टैंक है जो देश में विकास के लक्ष्यों को हासिल करने और नीति निर्माण के लिए जिम्मेदार है । इसका गठन 1 अगस्त 2015 को किया गया था । केंद्र सरकार ने इस संस्था को प्लैनिंग कमीशन से बदलकर नीति आयोग किया ।
वर्तमान में इस आयोग के Chairperson हमारे देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी हैं । इनके अलावा डॉ. राजीव कुमार इस आयोग के उपअध्यक्ष हैं । इस आयोग में कुल 4 फूल टाइम मेंबर्स हैं –
- Dr. Bibek Debroy
- 2. Shri V.K. Saraswat
- 3. Prof. Ramesh Chand
- 4. Dr. V. K. Paul
नीति आयोग के क्या उद्देश्य हैं ?
नीति आयोग देश में निरंतर विकास और नीति निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है । यह भारत सरकार को आर्थिक और सामाजिक मुद्दों पर राय देने और नीति निर्माण के लिए बनाई गई थी । इसके कुछ मुख्य उद्देश्य है –
- ग्रामीण स्तर पर योजनाएं और तंत्र स्थापित करना और हाइयर गवर्नमेंट लेवल तक ले जाना
- प्रधानमंत्री के लिए एक फ्रेमवर्क या नेशनल एजेंडा बनाना ताकि वे इसे रिव्यू करें और इसपर काम करें
- समाज के उस वर्ग पर विशेष ध्यान देना जिसे राष्ट्रीय आर्थिक विकास का लाभ नहीं मिल रहा है
- विशेषज्ञों के विभिन्न समुदायों की मदद से एक उद्यमशीलता ( बिजनेस ) सहायता प्रणाली बनाना और उसे बढ़ावा देना ।
- राष्ट्रीय विकास प्राथमिकताओं को पूरा करना और राष्ट्रीय उद्देश्यों को पूरा करने के लिए राज्यों के लिए रणनीति तैयार करना
इन ऊपर दिए बिंदुओं से आप Niti Aayog की महत्ता को भलीभांति समझ गए होंगे । देश के विकास में यह आयोग महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है । प्रधानमंत्री से लेकर देश के पिछड़े वर्ग के आम इंसान तक की जिंदगी में प्रत्यक्ष – अप्रत्यक्ष रूप से नीति आयोग का योगदान है ।
नीति आयोग की स्थापना क्यों की गई ?
नीति आयोग की स्थापना इसलिए की गई क्योंकि Planning Commission ने अपने 6 दशक यानि 60 साल पूरे कर लिए थे । इसपर केंद्र सरकार का मानना था कि यह आउटडेटेड हो चुका है । यह ” एक आकार सभी में फिट बैठता है ” के फार्मूले पर आधारित था जिससे कि देश की विविध आर्थिक प्रतिमान सही से एड्रेस नहीं लिए जा रहे थे । इसलिए NITI AAYOG का गठन नए तरीके से किया गया ।
Planning Commission से NITI Aayog करने की कुछ मुख्य वजहें हैं –
- नया नेशनल इंस्टीट्यूशन फॉर ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया (NITI) थिंक टैंक या फोरम की तरह काम करेगा । यह Planning Commission के विपरित काम करेगा जिसने आर्थिक लक्ष्य तय करने के लिए पंचवर्षीय योजनाओं और आवंटित संसाधनों को लागू किया ।
- नीति नियोजन में राज्यों का हस्तक्षेप बिल्कुल न था , यह योजना आयोग के दायरे में था । राज्यों का समावेश राष्ट्रीय विकास परिषद के माध्यम से अप्रत्यक्ष था ; इसे NITI Aayog में नहीं दोहराया जाएगा ।
- NITI Aayog और योजना आयोग के बीच नियोजन के दृष्टिकोण में बड़ा अंतर यह है कि नीति आयोग में राज्यों की अधिक भागीदारी को आमंत्रित किया जाएगा, जबकि प्लैनिंग कमीशन में ” One Size Fits All ” का दृष्टिकोण अपनाया था ।
- योजना आयोग की भूमिका व्यापक नीति तैयार करने की थी और इसकी क्षमता ज्यादातर सलाह देने भर तक थी । NITI Aayog के पास अपनी जरूरतों के आधार पर राज्यों को संसाधन आवंटन की शक्तियाँ होंगी ।
- NITI में भारत के 29 राज्यों और सात केंद्र शासित प्रदेशों के नेता शामिल होंगे । लेकिन इसके पूर्णकालिक कर्मचारी – एक उपाध्यक्ष, मुख्य कार्यकारी अधिकारी और विशेषज्ञ – सीधे 64 वर्षीय प्रधान मंत्री को जवाब देंगे, जो अध्यक्ष होंगे । यह योजना आयोग से अलग है, जो राष्ट्रीय विकास परिषद की रिपोर्ट करता था ।
NITI Aayog और Planning Commission में क्या अंतर है ?
नीचे दिए गए Table की मदद से आप आसानी से NITI Aayog और Planning Commission के बीच के अंतर को समझ सकते हैं –
NITI Aayog | Planning Commission |
---|---|
यह एक प्रबुद्ध मंडल यानि थिंक टैंक की तरह काम करता है । | इसने अतिरिक्त संवैधानिक निकाय के रूप में कार्य किया । |
यह सदस्यों की व्यापक विशेषज्ञता पर बल देता है । | यह सीमित विशेषज्ञता पर निर्भर था । |
यह सहकारी संघवाद की भावना पर कार्य करता है क्योंकि यह राज्यों की समान भागीदारी सुनिश्चित करता है । | इसकी वार्षिक योजना बैठकों में राज्यों की भागीदारी बहुत कम रहती थी । |
प्रधानमंत्री द्वारा नियुक्त सचिवों को CEO के रूप में जाना जाता है । | सचिवों को सामान्य प्रक्रिया के माध्यम से नियुक्त किया जाता था । |
इसे नीतियाँ लागू करने का अधिकार नहीं है । | यह राज्यों के लिये नीतियाँ बनाता था और स्वीकृत परियोजनाओं के लिये धन आवंटित करता था । |
इससे आप difference between NITI Aayog and Planning Commission समझ गए होंगे । अधिकतर विद्वान और सरकारी ढांचे के ज्ञाता नीति आयोग को योजना आयोग से मानते हैं ।
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General Knowledge Questions on NITI Aayog in Hindi
1. नीति आयोग में कुल सदस्यों की संख्या कितनी है ? – 5 सदस्य ( पूर्णकालिक )
2. NITI Aayog का Full Form क्या है ? – National Institution For Transforming India ( भारत को बदलने के लिए राष्ट्रीय संस्थान )
3. NITI Aayog का पुराना नाम क्या था ? – Planning Commission ( योजना आयोग )
4. नीति आयोग के सीईओ ( CEO ) कौन हैं ? – अमिताभ कांत
5. नीति आयोग का मुख्यालय कहां स्थित है ? – नई दिल्ली
6. नीति आयोग के प्रथम उपाध्यक्ष कौन थे ? – अरविंद पंघडिया
7. NITI Aayog के वर्तमान उपाध्यक्ष कौन हैं ? – राजीव कुमार
NITI Aayog in Hindi – Conclusion
इस पोस्ट में आपने विस्तार से NITI Aayog क्या है , इसके उद्देश्य क्या है , इसकी स्थापना क्यों हुई , प्लैनिंग कमीशन से यह कैसे अलग है के साथ ही इससे जुड़े जरूरी सामान्य ज्ञान के प्रश्न भी जाना । अगर आपके मन मे अभी भी कोई प्रश्न है तो आप हमें नीचे कमेंट करके अवश्य बताएं । इसके साथ ही अगर आपको यह जानकारी हेल्पफुल लगी हो तो इसे शेयर अवश्य करें ।