कहते हैं कि हमारी आदतें ही हमारे जीवन को दिशा देती हैं । अगर आप अच्छी आदतें अपनाते हैं तो आपको सफलता मिलती है तो वहीं बुरी आदतें आपको सफल होने से रोकती हैं । आदतों का विज्ञान काफी विस्तृत है और इसे समझना थोड़ा मुश्किल । परंतु, James Clear ने आदतों के विज्ञान को बड़े ही सरल और सहज ढंग से अपनी किताब Atomic Habits में समझाया है । आज के इस आर्टिकल में हम इसी किताब की बात करेंगे ।
यह किताब कुल मिलाकर 256 पृष्ठों की है जिसे पढ़ना आज के भागदौड़ भरी जिंदगी में आसान नहीं है । इसलिए मैंने आपके लिए Atomic Habits book summary in Hindi तैयार किया है ताकि आप किताब के मूल संदेश और बातों को समझ सकें । इसके अलावा आपको एटॉमिक हैबिट्स किताब की reviews और pdf download link भी मिलेगा । तो अगर आप आदतों के विज्ञान को समझना चाहते हैं तो आर्टिकल अंत तक पढ़ें ।
Atomic Habits book in Hindi
Atomic Habits एक New York Times bestseller book है जिसे James Clear ने लिखा है । यह किताब 16 October 2018 को प्रकाशित हुई थी जिसमें मनुष्य की आदतों के विज्ञान को समझाया गया है । इस किताब की मदद से आप जानेंगे कि अच्छी आदतें कैसे अपनाएं और बुरी आदतों को कैसे छोड़ें ।
हम सभी ने अपने जीवन में कुछ न कुछ बुरी आदतों को अपना रखा है जिसके बारे में हम जानते भी हैं । परंतु इन बुरी आदतों को हम छोड़ नहीं पाते जिसकी वजह से जीवन के हर क्षेत्र में असफलता पाते हैं । परंतु अगर आप यह Self-help book पढ़ते हैं तो आपको बुरी आदतें छोड़ने में काफी सहायता मिलेगी ।
व्यक्तिगत तौर पर मैंने यह पुस्तक पढ़ी है और मुझमें काफी सुधार भी हुआ । काम को कल पर टालने की मेरी आदत ने मुझे आगे बढ़ने से रोक रखा था परंतु इस किताब की मदद से मुझमें काफी सुधार हुआ । किताब की सबसे अच्छी बात यह है कि इसमें आपको सिर्फ practical तरीके ही बताए गए हैं जिन्हें आप कर सकते हैं । एटॉमिक हैबिट्स की इस किताब में जेम्स ने तस्वीरों का भी इस्तेमाल किया है ।
Atomic Habits book quotes in Hindi
Atomic Habits book summary से पहले मैं आपको किताब के कुछ लोकप्रिय Quotes दे देता हूं ।
सफलता प्रतिदिन की आदतों का उत्पाद है; जीवन में केवल एक बार बदलाव का नहीं ।
James Clear
मानव भूगर्भीय दबाव के समान होता है । दो टेक्टोनिक प्लेट्स एक दूसरे के विपरीत रहकर लाखों वर्षों तक एक दूसरे को रगड़ती रहती हैं । तनाव धीरे धीरे बढ़ता जाता है, ऐसे ही एक दिन एक दूसरे को रगड़ते रगड़ते अचानक से एक दिन तनाव अधिक हो जाने के कारण भूकंप आ जाता है । एकदम कुछ नया होने के पहले बदलाव लगातार होता रहता है ।
James Clear
कई लोग सोचते हैं कि उनमें प्रेरणा की कमी है, जबकि उनमें वास्तविकता में स्पष्टता की कमी होती है । यह हमेशा स्पष्ट नहीं होता है कि कब और कहां कार्रवाई की जानी चाहिए । कुछ लो उचित समय की प्रतीक्षा में अपना पूरा जीवन निकाल देते हैं ताकि वे कुछ सुधार कर सकें ।
James Clear
Atomic Habits book summary in Hindi
अब मैं आपको इस किताब के chapter wise summary की बात करूंगा यानि हर अध्याय का सारांश आपको मैं दूंगा । एटॉमिक हैबिट्स के कुल 20 अध्याय हैं और इन सभी अध्यायों का निचोड़ आप नीचे पढ़ सकते हैं । Atomic Habits book summary के बाद मैं आर्टिकल में reviews, pdf download link और conclusion भी जोड़ूंगा ।
1. छोटी छोटी आदतों की चमत्कारिक ताकत
Atomic Habits का पहला अध्याय है “छोटी छोटी आदतों की चमत्कारिक ताकत” । इस अध्याय में जेम्स क्लियर ने बताया है कि कैसे आप छोटी छोटी आदतें अपनाकर अपने जीवन को हर दिन बेहतर बना सकते हैं । James कहते हैं कि अगर हम एक दिन में 1% भी बेहतर होते हैं तो पूरे एक वर्ष में 37% बेहतर बन सकते हैं । हम सोचते हैं कि कुछ बड़ा करने के लिए बड़ी आदतों को अपनाना जरूरी है परंतु यह बिना तैरना सीखे नदी में छलांग लगाने जैसा ही है ।
जैसे नदी के बीच में तैरने के लिए पहले उसके किनारों पर तैरना सीखना जरूरी होता है उसी प्रकार से छोटी छोटी अच्छी आदतें ही एक दिन बड़ी आदतों को स्वरूप देती हैं और हमें बेहतर बनाती हैं । आदतें चक्रवृद्धि ब्याज की तरह होती हैं और इन्हें बार बार करने पर इनमें वृद्धि होती है । उन्होंने अपनी इस बात के समर्थन में एक ग्राफ से समझाया है:
यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि छोटी छोटी आदतों से मिलने वाला फायदा तुरंत आपको नहीं मिलता है । इसमें समय लगता है और अच्छी आदतों में समय का निवेश ही आपको सफल बनाता है । जैसे कि जब मजदूर एक बड़े चट्टान को तोड़ने के लिए सैंकड़ों बार उसपर हथौड़ा चलाते हैं परंतु उसमें दरार नहीं आती । परंतु हजारवां हथौड़ा पड़ते ही चट्टान दो टुकड़ों में बट जाता है । इसका अर्थ यह नहीं कि यह सिर्फ हजारवें हथौड़े की ताकत नहीं थी जिसने चट्टान तोड़ी बल्कि उसके पहले भी जो चले हैं उनका भी असर होता है ।
2. आदतें किस तरह आपकी पहचान बनाती हैं
मैं दावे से कह सकता हूं कि आपने अपनी बुरी आदतें छोड़ने की कोशिश जरुर की होगी पर आप सफल नहीं हो पाए ? इसका कारण क्या है ? Atomic Habits book में James Clear इसका 2 कारण देते हैं:
1. हम गलत चीज/आदत बदलने की कोशिश करते हैं ।
2. हम गलत तरह से आदतों को बदलने की कोशिश करते हैं ।
James कहते हैं कि 3 स्तरों पर बदलाव आते हैं : परिणाम आधारित बदलाव, प्रक्रिया में बदलाव और पहचान में बदलाव । परिणाम आधारित बदलाव इस बात पर केंद्रित होती हैं कि आप क्या अर्जित करना चाहते हैं तो वहीं पहचान आधारित बदलाव इस बात पर केंद्रित होता है कि आप क्या बनना चाहते हैं । इसे उदाहरण के साथ समझते हुए वे कहते हैं कि:
- लक्ष्य पुस्तक पढ़ने का नहीं, पाठक बनने का है
- लक्ष्य मैराथन में दौड़ने का नहीं, लक्ष्य धावक बनने का है
- लक्ष्य वादक बनने का नहीं, लक्ष्य संगीतकार बनने का है
अगर आप कोई आदत बदलना चाहते हैं तो आपको तरीका बदलना होगा । आप क्या हासिल करना चाहते हैं इस बात पर फोकस न करें बल्कि इस बात पर फोकस करें कि आप क्या बनना चाहते हैं ।
3. सरल तरीकों से बेहतर आदतें कैसे बनाएं
Atomic Habits के इस किताब के इस अध्याय में James ने सबसे पहले पाठकों को बताया है कि हमारा दिमाग आदतें क्यों बनाता है । इसके बाद उन्होंने विस्तार से बताया है कि सरल तरीकों से बेहतर आदतें कैसे बनाएं ? तो चलिए सबसे पहले समझते हैं कि दिमाग आदतें क्यों बनाता है ।
जब कोई व्यवहार बार बार दोहराया जाता है तो उसे आदत कहते हैं । जब कोई व्यवहार आदत में बदल जाती है तो वह स्वतः ही होने लगती है । इनका मुख्य उद्देश्य हमारे जीवन की समस्याओं का हल ही होता है ताकि हमें कम ऊर्जा और प्रयास करना पड़े । इस कथन को समझाते हुए James Clear ने एडवर्ड थोर्नडाइक नामक वैज्ञानिक के एक प्रयोग का उदाहरण दिया है ।
जैसे ही वे किसी प्रकार से लीवर दबाने में कामयाब रहती तो दरवाजा खुल जाता था और वे निकलकर भाग जाती थीं । अब बिल्लियों को धीरे धीरे समझ आ गया था कि लीवर दबाने से दरवाजा खुल जाता है और वे भाग सकती हैं, इसलिए वे इसे बार बार दोहराने लगी और यह उनकी आदत बन गया । जहां यह जादुई ट्रिक जानने से पहले बिल्लियां औसतन 1.5 मिनट में भाग पाती थी तो वहीं अब वे औसतन मात्र 6.3 सेकंड में ही भाग सकती थी ।
अब बिल्लियां निरुद्देश्य घूमने के बजाय हल की तरफ जाने लगीं । इस अध्ययन से एडवर्ड ने समझा कि जिन व्यवहारों के परिणाम संतोष जनक होते हैं, वे दोहराव की ओर प्रवृत्त होते हैं ।
परंतु यहां प्रश्न यह उठता है कि हम बुरी आदतें भी इसी प्रक्रिया में अपना लेते हैं । तो उन्हें छोड़कर हम कैसे सरल तरीकों से बेहतर आदतें बना सकते हैं ? इसके लिए James Clear ने चार सूत्र बताए हैं:
- इसे स्पष्ट बनाएं
- इसे आकर्षक बनाएं
- इसे आसान बनाएं
- इसे संतोषप्रद बनाएं
4. वह व्यक्ति जो सही नहीं दिखता था
Atomic Habits की इस किताब में James Clear ने समझाया है कि जब हम कोई आदत अपनाते हैं या अभ्यास करते हैं तो हमारा दिमाग पूर्वानुमान लगाना शुरू कर देता है । हमारा दिमाग पूर्व में हुए अनुभवों को परिणाम मान लेता है । उदाहरण के तौर पर, हार्ट मरीजों की देखभाल और इलाज करते आए डॉक्टर सिर्फ चेहरा देखकर यह अंदाजा लगा लेते हैं कि उस व्यक्ति को हार्ट अटैक आ सकता है ।
सैन्य विश्लेषक यह आसानी से समझ जाते हैं कि उनके स्क्रीन रडार पर दिख रही कौनसी ब्लिप दुश्मन की है और कौनसी उनके सैन्य बेड़े की । म्यूजियम के क्यूरेटर किसी भी वस्तु को सिर्फ देख कर ही बता देते हैं कि वह असली है या नकली । यह सब इसीलिए संभव हो पाता है क्योंकि हमारा दिमाग रोजमर्रा के होने वाले अनुभवों का विश्लेषण करता रहता है और जब कोई अनुभव और उसका परिणाम बार बार एक सा रहता है तो दिमाग तुरंत पूर्वानुमान लगाने की क्षमता विकसित कर लेता है ।
पर्याप्त अभ्यास के ही बल पर भविष्यवाणियां की जाती हैं क्योंकि हमारा दिमाग अनुभवों का आकलन करता है । हालांकि इसका एक नकारात्मक पक्ष यह भी है कि एक बार जब हम आदतें विकसित कर लेते हैं तो हम उसपर ध्यान नहीं देते कि हम क्या कर रहे हैं और इसका परिणाम क्या होगा । इसलिए आदतों को अपनाने के साथ सजगता भी काफी जरूरी होती है । इसके अलावा आप अपनी आदतों को स्कोर कार्ड दे सकते हैं और उन्हें ज्यादा महत्वपूर्ण से कम महत्वपूर्ण या प्रभावी में बांट सकते हैं ।
5. नई आदत शुरू करने का श्रेष्ठतम तरीका
इस अध्याय में James नई आदत को शुरू करने पर बात करते हैं । वे कहते हैं कि अगर आप कोई नई आदत बनाना चाहते हैं तो इसका श्रेष्ठतम तरीका है कि आप सबसे पहले इसे स्पष्ट बनाएं । उदाहरण के तौर पर अगर आप कहते हैं कि मुझे ज्यादा व्यायाम करना है और ज्यादा पढ़ाई करनी है तो उसे स्पष्ट रूप दें । आप इन कार्यों को करने का दिन, तिथि, समय इत्यादि तय करें । ऐसा करने से वह कार्य करने की संभावना बढ़ जाती है ।
James अपनी किताब Atomic Habits में सिर्फ और सिर्फ किसी कार्य को करने के लिए सोचने की नहीं कहते बल्कि उसकी पूरी कार्य योजना बनाने को कहते हैं । जैसे कि मैं आज शाम 7 बजे से गणित के प्रश्नों को हल करना शुरू करूंगा । इस तरह जब आप schedule बना कर उसपर कार्य करने लगते हैं तो यह धीरे धीरे आदत बन जाती है । अगर आप पढ़ना या फुटबॉल खेलना एक आदत बना लेंगे और एक निश्चित समय पर करना शुरू करेंगे तो उस समय आपको सिर्फ यही दिखाई देगा ।
इस तरह आप आसानी से आदतें बना सकते हैं । इसके साथ ही अगर आप अपनी आदतों को क्रमबद्ध भी कर सकते हैं । जैसे कि मैं स्कूल से आते ही भोजन करूंगा या क्रिकेट खेलने के बाद मैं पढ़ाई करूंगा । इस तरह आप क्रिकेट खेलने और पढ़ाई करने को एक साथ जोड़ देते हैं यानि क्रमबद्ध कर देते हैं और जब यही क्रम आप दोहराते हैं और यह आपकी आदत बन जाता है ।
6. प्रेरणा का अधिक मूल्यांकन; माहौल का महत्व अक्सर अधिक होता है
मानव का व्यवहार और आदतें कैसी होंगी, यह ज्यादातर उसके माहौल पर भी निर्भर करता है । इस कथन की पैरवी करते हुए Atomic Habits किताब में जेम्स ने कहा कि:
वे स्वयं क्या हैं, केवल इस लिहाज से लोग चीजों का चयन नहीं करते हैं, बल्कि यह भी देखते हैं कि वे किस स्थान पर हैं । उसका भी चयन पर असर पड़ता है ।
James Clear
उनका कहना है कि मानव का व्यवहार या आदतें कैसी होंगी वह निर्भा करता है कि वह कैसे माहौल में रहता है । हम जब लाइब्रेरी में होते हैं तो बिल्कुल बात नहीं करते या बहुत धीरे धीरे बात करते हैं । अंधेरी सड़कों पर सतर्क और सुरक्षित होकर चलते हैं । परंतु सामान्य तौर पर ऐसा नहीं होता । लेकिन माहौल कैसा होगा, इसका ज्यादातर निर्णय आप भी ले सकते हैं । उदाहरण के तौर पर, अगर आप अधिक पानी पीना चाहते हैं तो बिस्तर के पास या टेबल पर पानी की बोतलें रखें ।
आप जो भी आदत अपनाना चाहते हैं उसके हिसाब से ही आने माहौल को भी तैयार करें । आप जिस वातावरण में रहते हैं उसे अगर आप सकारात्मक बनाते हैं और आपका व्यवहार और आदतें भी सकारात्मक ही होंगे । इसका उलट भी उतना ही सही है । इसलिए एटॉमिक हैबिट्स की एक बड़ी सिख यह है की आपको अपने आसपास के माहौल को अपनी आदत के अनुसार ढालना सीखना होगा ।
7. आत्मनियंत्रण का राज
Atomic Habits book के इस अध्याय की summary को समझाने से पहले मैं आपसे कुछ प्रश्न पूछना चाहता हूं । भारत की सरकार हर वर्ष तंबाखू उत्पादों के दाम में वृद्धि क्यों करती है ? क्यों शराब के दाम लगातार बढ़ते चले जा रहे हैं ? यह इसलिए ताकि कम से कम लोग ही इन उत्पादों को खरीदें और इनकी लत लगे । Tobaccofreekids.org के एक रिसर्च के मुताबिक, अगर सिगरेट की कीमतों में 10% की वृद्धि आती है तो ग्रामीण इलाकों में इसके consumpti में 3.4% और शहरी इलाकों में 1.9% की कमी होती है ।
इसका अर्थ यह है कि किसी भी प्रकार की आदत स्थाई नहीं है । अगर किसी को हीरोइन या ड्रग्स का नशा है तो उसे छुड़ाया जा सकता है और यह एक स्थाई नशा नहीं है । नशा छुड़ाने के लिए सबसे अच्छा तरीका कि उस उत्पाद को ही अदृश्य कर दो । James ने भी इस पुस्तक में कहा है कि व्यवहार में बदलाव के पहले नियम के विपरीत नियम है – इसे अदृश्य बनाएं । जब आप किसी वस्तु तक पहुंच ही नहीं सकते तो उसकी आदत छूट ही जायेगी ।
इस अध्याय में जेम्स ने आगे कहा है कि अगर आप किसी खराब आदत को खत्म करना चाहते हैं तो उसका सबसे व्यवहारिक तरीका है कि उस संकेत के पास जाना कम करना है जो आपकी उस आदत का कारण है । James Clear का मानना है कि आत्मनियंत्रण short duration की होती है । इसलिए अदृश्य सूत्र सबसे बेहतर है ।
8. आदत को अनिवार्य कैसे बनाएं ?
जब आपकी मां या पिताजी कहते हैं कि अगर तुम इस कक्षा में अच्छे अंक लाओगे तो तुमको एक स्मार्टफोन दिलाएंगे तो आपकी प्रतिक्रिया क्या होती है ? जाहिर सी बात है कि आप काफी खुश हो जाते हैं और पढ़ाई में पहले से ज्यादा मन लगाने लगते हैं । ऐसा क्यों होता है ? क्योंकि हमें एक निश्चित कार्य करने के बाद कुछ ऐसा हासिल होगा जिससे हो खुश होंगे और Dopamine का स्राव होगा ।
यानि कि जब किसी कार्य/व्यवहार को करने के बदले में हमें कुछ ऐसा मिलता है जिससे हमें खुशी होती है तो वह कार्य हम बार बार करना चाहते हैं । इसी तरह अगर आप जो भी आदत अपनाना चाहते हैं अगर उसे आकर्षक बनाएं तो ज्यादा संभावना है कि आप जल्द ही उस आदत को अपना लेंगे । अगर आप खुद से कहें कि अगर मैं रोज सुबह 5 बजे उठकर व्यायाम करूंगा ( इच्छा ) और इसके बाद 1 घंटे वीडियो गेम खेलूंगा ( आवश्यकता ) ।
इस तरह जब आप जब कोई आदत अपनाने जाएं तो खुद को उस करने को करने के उपरांत पुरस्कार दें । यह किसी भी प्रकार का हो सकता है । इस तरह आपके द्वारा उस व्यवहार/आदत को करने की संभावना काफी बढ़ जाती है । आप जो भी कार्य ( इच्छा ) करना चाहते हैं उसे अपनी आवश्यकता के साथ जोड़ दें । मुझे उम्मीद है कि आपको Atomic Habits की summary काफी रोचक लग रही होगी ।
9. आपकी आदतों को आकार देने में परिवार और मित्रों की भूमिका
Atomic Habits के अगले अध्याय में James Clear पाठकों को यह समझाते हैं कि किसी भी आदत को आकार देने में परिवार और मित्रों की क्या भूमिका होती है । उनका कहना है कि हम पुरानी आदतों का चयन नहीं करते हैं बल्कि उसकी नकल करते हैं । हम समाज द्वारा तैयार किए गए स्क्रिप्ट का अनुसरण ( follow ) करते हैं । इसलिए हमारी आदतों के आकार में समाज की भूमिका बहुत ही ज्यादा है ।
अपवाद की बात न करें तो अगर आपके घर में ज्यादातर लोग इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे हैं या इंजीनियर हैं तो आपसे भी यही अपेक्षा की जाती है । अगर आपके घर में लोग दिखावा करने पर ज्यादा ध्यान देते हैं तो ज्यादातर संभावना है कि आपको भी show off पसंद हो । परंतु क्या समाज द्वारा दी गई सभी आदतें या व्यवहार अच्छे होते हैं ? नहीं ! तो फिर समाज में रहकर भी अच्छी आदतें कैसे अपनाएं ?
ऐसी परिस्थिति में आपको ऐसी संस्कृति से जुड़ना चाहिए जहां:
1. आपका इच्छित व्यवहार सामान्य व्यवहार हो ।
2. समूह के साथ आपमें पहले से कुछ समानताएं हों ।
10. खराब आदतों के कारण जानकर उन्हें कैसे ठीक करें
Atomic Habits by James Clear किताब का दसवां अध्याय है “खराब आदतों के कारण जानकर उन्हें कैसे ठीक करें” । इसमें उन्होंने समझाया है कि जिस तरह अच्छी आदतों को अपनाने के लिए हमें उन्हें आकर्षक बनाना होगा उसी तरह बुरी आदतों को छोड़ने के लिए उन्हें अनाकर्षक बनाना भी जरूरी है । अगर आप कोई बुरी आदतें छोड़ना चाहते हैं तो उससे होने वाले नुकसान को लिखें । इसके उलट, उन बुर आदतों को छोड़ने के उपरांत होने वाले फायदों के लाभ को भी रेखांकित करें ।
इस तरह आपके पास किसी बुरी आदत को छोड़ने के लिए 2 कारण हो जायेंगे । खराब आदतें छोड़ने के लिए ये तरीके अपनाएं:
- इसे अदृश्य बनाएं
- इसकी ओर ध्यान कम दें
- इसे अनाकर्षक बना दें
- खराब आदतों को छोड़ने से होने वाले लाभों को रेखांकित करें
- इसे कठिन बना दें
- इसे असंतोषजनक बना दें
Download Atomic Habits PDF in Hindi
अगर आप किताब खरीदकर नहीं पढ़ना चाहते हैं तो आप एटॉमिक हैबिट्स पीडीएफ डाउनलोड करके जरूर पढ़ सकते हैं । हालांकि, मैं रिकमेंड करूंगा कि आप किताब ही खरीद कर पढ़ें क्योंकि किताब पढ़ने की बात ही कुछ और होती है ।
Buy Atomic Habits book on Amazon: Check Price
Download this book: Go Now
Conclusion on Atomic Habits book summary
हां, हां, आप सोच रहे होंगे कि किताब में तो कुल 20 अध्याय हैं और मैने सिर्फ 10 chapters की ही summary आपके सामने रखी है । ऐसा मैंने इसलिए किया है ताकि आपकी राय/सुझाव ले सकूं कि एटॉमिक हैबिट्स का सारांश मैंने किस तरह आपके सामने प्रस्तुत किया है । अगर आपको Atomic Habits का यह summary पसंद आया हो तो कॉमेंट करके जरूर बताएं ।
- Attitude is everything book summary with quotes
- Jeet Aapki book summary with quotes
- Ikigai book summary in Hindi with quotes
इसके अलावा अगर आपको एटॉमिक हैबिट्स बुक समरी पसंद नहीं आया है तो कारण सहित बताएं कि इसमें क्या कमी थी । इसके अलावा अगर आप आर्टिकल को ज्यादा से ज्यादा शेयर करेंगे तो मैं आपके लिए आगे के 10 अध्यायों की summary भी लिखूंगा ।