क्या आपको आपके होने का मकसद पता है ? क्या आप जानते हैं कि आपने क्यों जन्म लिया है और अब आप अपने जीवन में क्या करेंगे ? क्या आप अपना जीवन खुशहाल और सेहतमंद बनकर व्यतीत करना चाहते हैं ? अगर इन सभी प्रश्नों का उत्तर अगर हां है तो आपको Ikigai book in Hindi अवश्य पढ़नी चाहिए ।
आजतक दुनिया में ढेरों self help books लिखी गईं हैं जो सफल होने , खुश रहने , लक्ष्य को प्राप्त करने इत्यादि पर आधारित हैं । परंतु , मैं दावे से कह सकता हूं कि वे सभी पुस्तकें इकिगाई किताब के आगे कुछ नहीं हैं । किताब में सिर्फ बातें नहीं कही गई हैं बल्कि इसमें आपको facts के साथ ही practical knowledge भी मिलेगा ।
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परंतु , अगर आपकी English उतनी अच्छी नहीं है या आप किताब पढ़ने के बजाय उसके सारांश में रुचि रखते हैं तो Ikigai book summary in Hindi का यह पोस्ट पूरा जरूर पढ़ें । इस पोस्ट में मैं आपको इस किताब के हर एक chapter का सारांश दूंगा , जिसे पढ़कर आपको इस किताब के कंटेंट के बारे में जानकारी हो जायेगी । तो चलिए इस शानदार किताब के सारांश को समझते हैं –
Ikigai meaning in Hindi
Ikigai एक जापानी कांसेप्ट है जिसमें iki का अर्थ ” जिंदा या जीवित ” और gai का अर्थ ” कीमत या फायदा ” है । इस तरह इकिगाई का हिंदी अर्थ है आपके जीवन की वजह , कीमत या फायदा । इस पुस्तक में विस्तार से समझाया गया है कि आप कैसे अपना Ikigai यानि जीने की वजह ढूंढ सकते हैं ।
अगर आप अपना इकिगाई ढूंढना चाहते हैं तो आपको सबसे पहले खुद से ये चार प्रश्न पूछने होंगे :
- आप किस चीज से प्यार करते हैं ?
- आप किस कार्य में बेहतरीन हैं ?
- दुनिया को किस चीज की जरूरत है ?
- आपको किस काम के लिए लोग रुपए देंगे ?
ये आसान से प्रश्न लग सकते हैं परंतु इनका उत्तर देना इतना भी आसान नहीं है । इसके लिए आपको introspection यानि आत्मनिरीक्षण करना होगा । यह पुस्तक भी आपको आत्मनिरीक्षण सिखाती है और एक लंबे , सफल और खुशहाल जीवन जीने की राह दिखाती है । इस किताब को Francesc Miralles और Hector Garcia ने लिखा है ।
Ikigai book summary in Hindi
अब मैं किताब के हर अध्याय का हिंदी में सारांश दूंगा । सारांश के अंत में आपको Ikiga ibook pdf download link भी मिलेगा । परंतु , यह किताब आपको English में मिलेगी इसलिए आप अगर पुस्तक नहीं पढ़ना चाहते तो यह summary ध्यान से पढ़ें :
Chapter 1 : Ikigai
किताब के पहले अध्याय में मनुष्य के होने की वजह खोजने के लिए प्रेरित किया जाता है । जापानी लोगों का मानना है कि हम सबकी एक इकिगाई होती है यानि जीने की वजह होती है । बस ज्यादातर लोग उसे ढूंढ नहीं पाते । जो लोग इसे ढूंढ लेते हैं वे अपना जीवन सफल , खुशहाल और स्वस्थ बिताते हैं ।
किताब में जापान के एक द्वीप का जिक्र है जिसे Okinawa के नाम से जाना जाता है । यहां दुनिया के सबसे ज्यादा शतायु ( centenarians ) यानि सौ साल से पर जीने वाले लोग होते हैं । इन लोगों का कहना है कि हमारा इकिगाई एक वजह है जिसकी वजह से हम सुबह उठते हैं । किताब में 80 प्रतिशत रूल की भी बात की गई है । जापान में ऐसा मानना है कि आपको भरपेट भोजन नहीं करना चाहिए , सिर्फ 80% तक ही खाना खाएं । ऐसा करने से हमारा दिल और दिमाग तंदुरुस्त रहेगा ।
इसी अध्याय में आपको एक Diagram भी दिखाई देगा :
चलिए इसको मैं आपको संक्षेप में समझाता हूं :
1. Mission यानि लक्ष्य : अगर आप अपने जीवन में अपने लक्ष्य को खोजना चाहते हैं तो आपको खुद से दो चीजें पूछनी चाहिए –
- आपको क्या करने से प्यार है ? ( what you love )
- दुनिया को किस चीज की जरूरत है ? ( What the world needs )
2. Vocation यानि पेशा : आपको जीवन में कौनसी नौकरी या पेशा करने की जरूरत है , इसे जानने के लिए आप खुद से दो प्रश्न पूछकर उत्तर खुद ब खुद समझ सकते हैं –
- दुनिया को किस चीज की जरूरत है ? ( What the world needs )
- आपको लोग किस कार्य के लिए पैसे दे सकते हैं ? ( What you can be paid for )
3. Profession यानि व्यवसाय : आप जीवन में कौनसा व्यवसाय करें ताकि आप सफल हों , यह जानने के लिए भी दो प्रश्न हैं –
- आपको लोग किस कार्य के लिए पैसे दे सकते हैं ? ( What you can be paid for )
- आप किस कार्य में कुशल या बेहतरीन हैं ? ( What are you good at ? )
4. Passion यानि जुनून : अगर आप अपने जीवन में पैशन यानि जुनून की तलाश कर रहे हैं तो आप यह दो प्रश्न खुद से पूछें –
- आप किस कार्य में कुशल या बेहतरीन हैं ? ( What are you good at )
- आप क्या करने से प्यार करते हैं ? ( What you love )
Chapter 2 : Antiaging secrets
Ikigai book का अगला अध्याय मनुष्य की लंबी आयु , मानसिक स्वास्थ्य , तनाव से जुड़े विषयों पर बात की गई है । पुस्तक में बताया गया है कि अगर हम Technology और अपने शरीर के बारे में ज्ञान को बढ़ाते हैं , तो हमारी आयु खुद ब खुद बढ़ जाएगी । लेखक ने बताया है कि कई ऐसे वैज्ञानिक हैं जो उम्र बढ़ने को रोक सकते हैं । परंतु , कई वैज्ञानिकों का यह भी मानना है कि हम भले कितने ही advanced क्यों न हो जाए , हम कभी उम्र बढ़ना रोक नही सकते ।
किताब में आगे कहा गया है कि मनुष्य को कम से कम चिंता करनी चाहिए । चिंता करने की वजह से हमारे शरीर और दिमाग पर बहुत बुरे असर दिखने लगते हैं । आपके पास जीवन में जो कुछ भी है , उसका आनंद लेना सीखना चाहिए । हम हर पल कोई भी कार्य करने से घबराते हैं कि अगर कुछ गलत हो गया तो ? पर चिंता करने से हम भविष्य के परिणाम को तो नहीं बदल सकते । इसलिए चिंता नहीं करनी चाहिए ।
जापान के वे लोग जो 100 साल से ज्यादा की उम्र के हैं और खुशहाल जिंदगी व्यतीत की है , सलाह देते हैं कि हम सभी को सुबह जल्दी उठना चाहिए । इसके साथ ही हमें स्वस्थ भोजन का सेवन ही करना चाहिए । हमें यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि रोज हम ज्यादा से ज्यादा अपने शरीर को गतिशील रखें ।
Chapter 3 : From logotherapy to Ikigai
Ikigai book summary में अब बात करते हैं अगले अध्याय की जिसमें लंबा जीवन जीने और अपने जीवन के उद्देश्य को कैसे खोजें , के बारे में बताया गया है । अध्याय के शुरुआत में ही आपसे logotherapy के बारे में समझाया गया है । Logotherapy कांसेप्ट को सबसे पहले Viktor Frankl ने इंट्रोड्यूस किया था । इस सिद्धांत इस विश्वास पर स्थापित किया गया है कि मानव प्रकृति एक जीवन उद्देश्य की खोज से प्रेरित है ।
हम अगर अपने जीवन के उद्देश्य की प्राप्ति कर लें तो वह हमारे लिए सबसे बड़ी प्रेरणा होती है । इससे बढ़कर किसी के लिए प्रेरणा क्या हो सकती है कि वह अपने जीवन के उद्देश्य को समझ जाए । इससे वह व्यक्ति रात दिन उस उद्देश्य के पीछे पड़ जायेगा और उसे पूरा करने के लिए हर भरसक प्रयास करेगा ।
आगे किताब के लेखक कहते हैं कि Logotherapy यानि जीवन के उद्देश को खोजने की प्रक्रिया में 5 महत्वपूर्ण कदम हैं :
Step 1 : सबसे पहले व्यक्ति खाली, निराश या चिंतित महसूस करता है ।
Step 2 : इसके बाद therapist उसे दिखाता है कि आप जीवन में जो भी चीज महसूस कर रहे हैं , वह आपके लिए अच्छा है । क्योंकि आपके अंदर सार्थक जीवन जीने की बेचैनी है और यही आपका उद्देश्य भी ।
Step 3 : इस थेरेपी केे दौरान मरीज अपने जीवन के उद्देश्य को समझ जाता है ।
Step 4 : इसके बाद , मरीज अपने मन से या तो भाग्य को स्वीकार करता है या ठुकरा देता है ।
Step 5 : जब व्यक्ति अपने इस नए जुनून को खोज लेता है तो उसके जीवन से सारी दुख परेशानियां चली जाती हैं ।
इसके बाद अध्याय में Morita Therapy के बारे में भी समझाया गया है । इस थेरेपी की कुछ मुख्य बाते हैं :
- आप जो भी महसूस करते हैं , उसे स्वीकार करें और दबाएं नहीं
- अपने अनुभवों से सीखें बजाय कि दूसरों को देखकर नकल करने के
- अपने जीवन के उद्देश्य को खोजें और सोचें कि उस उद्देश्य की प्राप्ति के लिए आप क्या कर रहे हैं और क्या करना चाहिए !
अंत में , लेखक कहते हैं कि आप अगर अपना Ikigai खोजना चाहते हैं तो Logotherapy और Morita Therapy की मदद से ऐसा कर सकते हैं । इससे आपको आपके जीवन का उद्देश्य मिलता है और आप उसपर अपना ध्यान केंद्रित कर पाते हैं ।
Chapter 4 : FIND FLOW IN EVERYTHING YOU DO
इस अध्याय के शुरुआत में लेखक कहते हैं कि जब हम अपने जीवन में वह कार्य करते हैं , जिन्हें करते समय हम enjoy करते हैं और हमें खुशी होती है तो समय का पता ही नहीं चलता । जैसे किसी पसंदीदा या रोचक किताब को पढ़ते हुए या रोचक फिल्म देखते हुए हमें यह एहसास ही नहीं होता कि समय कैसे बीत गया । तो वहीं , इसका उल्टा अगर हमें वे चीजें करने के लिए कही जाए जिनमें हम रुचि नहीं रखते तो हर एक सेकंड बहुत भारी लगता है ।
क्या आप जानते हैं कि इन सभी चीजों पर अगर आप गौर करते हैं तो आप अपना Ikigai ढूंढ सकते हैं । आप उन सभी activities पर गौर करें जिन्हें करते समय आप सब कुछ भूल जाते हैं । आप उन कामों पर गौर करिए जिन्हें करते समय आप दुनिया से अलग हो जाते हैं और उस काम को करने में खुशी महसूस करते हैं । आप कब खुश होते हैं ? इन सभी चीजों पर गौर करके और खुद को उत्तर देकर हम अपना Ikigai ढूंढ सकते हैं ।
लेखक कहते हैं कि आप जिस भी कार्य को करते हुए उसमें पूरी तरह डूब जाते हैं , उसे ही ” flow ” कहते हैं । जीवन में सुखद अनुभव करने और अपने जीवन का Ikigai ढूंढने के लिए हमें ज्यादा समय उन्हीं कार्यों पर खर्च करना चाहिए । परंतु , इसे negative sense में नहीं लेना चाहिए । यानि कि जैसे शराब पीना , बेफजूल का खर्च , ज्यादा चॉकलेट खाना इत्यादि ।
किताब में आगे उन strategies के बारे में बताया गया है जिनकी मदद से आप अपने महत्वपूर्ण कार्यों में अपना ध्यान भटकने से खुद को रोक सकते हैं :
- एक मुश्किल काम चुनें (लेकिन ज्यादा मुश्किल नहीं !)
- स्पष्ट , ठोस उद्देश्य रखें
- किसी एक कार्य पर ध्यान लगाएं
Chapter 5 : Master of longevity
Ikigai book के अगले अध्याय Master of longevity में लेखक ने जापान में रह रहे उन लोगों से लंबे जीवन का राज पूछा है जिन्होंने 100 साल अपने पूरे कर लिए हैं । लंबा जीवन जीने के ऊपर सबके अलग अलग विचार हैं । चलिए जानते हैं कि ” आप इतना लंबा जीवन कैसे जी सके ” के प्रश्न पर सभी ने क्या कहा , उसके बारे में जानते हैं :
1. Misao Okawa ( 117 साल ) : इनका कहना है कि सिर्फ खाओ और सोवो । आपको आराम करने की कला आनी चाहिए ।
2. María Capovilla (116 साल ) : मैं नहीं जानती कि एक लंबे जीवन का राज क्या है । बस मैं इतना कहूंगी कि मैंने जीवन में कभी भी मांस नहीं खाया ।
3. Jeanne Calment (122 साल ) : मुझे कुछ नहीं दिखता , अच्छे से सुनाई नहीं देता , मुझे सब कुछ बुरा लगता है लेकिन सब कुछ अच्छा है ( उन्होंने अपने 120th जन्मदिन पर कहा था । ) इससे लेखक कहते हैं कि उनके लंबे जीवन का राज उनका हास्यवृत्ति यानि sense of humor था ।
4. Walter Breuning (114 साल ) : आपको अपना दिमाग और शरीर , दोनो हमेशा व्यस्त रहना चाहिए । मैं दिन में दो बार भोजन करता था और मैं तब तक काम करता रहा जबतक कि मैं कर सकता हूं ।
5. Alexander Imich (111 साल ) : मैंने जीवन में कभी शराब को हाथ नहीं लगाई ।
दुनिया के कई हिस्सों में 100 वर्षों से ज्यादा जीने वाले लोग पड़े हैं । परंतु , जापान उन सभी देशों या जगहों में लंबी उम्र के लोगों की संख्या में सबसे आगे है । इसका कारण सही और संतुलित भोजन लेने के साथ ही अपने सेहत पर नजर रखना और समय समय पर checkup कराना एक बढ़िया बात है । जापानी लोगों के लंबे और खुशहाल जीवन की मुख्य वजह यह है कि उनके अंदर sense of community और दिन भर एक्टिव रहने का जुनून है ।
लेखक कहते हैं कि अगर आपके पास कोई काम करने को नहीं है और आप फिर भी व्यस्त रहना चाहते हैं तो इसका अर्थ है कि आपको आपके जीवन का Ikigai : purpose to live मिल गया है ।
Chapter 6 : Lessons From Japan’s Centenarians
Ikigai book के छठे अध्याय में लेखक ने जापान के Kunigami District के एक गांव Ogimi का जिक्र किया है । वे यहां मुख्य रूप से लंबी आयु जी रहे लोगों के रहन सहन , खान पान , क्रियाकलाप , धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण को समझने और परखने आए हैं । अध्याय के शुरुआत में आप पाएंगे कि लेखक Ogimi पहुंचते हैं और ढेरों आयोजनों में भाग लेते हैं ।
Ogimi में मिली एक 88 साल की महिला Yuki से लेखक रेस्त्रां में ढेर सारी बाते करते हैं । बाते करते हुए Yuki लेखक को बताती हैं कि लंबा जीवन जीने का राज भोजन नहीं है । उनके हिसाब से यह बहुत ही कम महत्व रखता है । लंबा जीवन जीने का राज है मुस्कुराना और अच्छा समय बिताना ।
आगे आप पाएंगे कि किताब के लेखक ढेरों प्रकार के क्रियाकलापों में शामिल हो रहे हैं और ढेर सारी बातें होती हैं । इन सभी बातों में मुख्य विषय खुश रहना , लंबा जीवन ही है । लेखक ने काफी समय वहां लोगों के interviews लेते हुए बिताए । इंटरव्यू की कुछ मुख्य बातें निकल कर सामने आती हैं जो जीवन के सिद्धांत , उद्देश्य और लंबे जीवन के बारे में होती हैं :
1. हमें ज्यादा चिंता नहीं करनी चाहिए और दिल को हमेशा खुशमिजाज रखना चाहिए ।
2. एक अच्छे जीवन के लिए अच्छी आदतों का होना बहुत जरूरी है ।
3. लोगों से दोस्ती करें और उसे निखारें ।
4. किसी भी चीज में जल्दबाजी न दिखाएं ।
5. आशावादी होना बहुत जरूरी है ।
Chapter 7 : The Ikigai Diet
इस अध्याय में आगे बढ़ने से पहले लेखक ने नीचे दिए Data का जिक्र किया है :
इस आंकड़े को देखकर आप समझ सकते हैं कि सबसे ज्यादा life expectancy जापान में ही है । दूसरी तरफ , Okinawa की जीवन प्रत्याशा जापान देश के औसत से भी ज्यादा है । लेखक ने कहा है कि इसकी मुख्य वजह यह है कि लोग सही मात्रा में और स्वास्थ्यवर्धक भोजन करते हैं । सही मात्रा में और सही प्रकार का भोजन हमारे दिल दिमाग और शरीर को स्वस्थ रखता है ।
Okinawa पर एक रिसर्च किया गया था , जिसके conclusions हैं :
- यहां के लोग ढेरों प्रकार की सब्जियां , फल इत्यादि खाते हैं जिससे उनके शरीर को हर तरह का विटामिन मिलता है
- यहां के लोग 5 अलग अलग तरह की सब्जियां और फल खाते हैं
- Okinawa का मुख्य भोजन सफेद चावल है
- लोग चीनी खाने से परहेज करते हैं
- निवासी प्रतिदिन सिर्फ 7 ग्राम नमक का सेवन ही करते हैं
- यहां के निवासी हफ्ते में 3 दिन मछली का सेवन करते हैं
हमें 80 : 20 का रूल अपनाना चाहिए और पेट पूरी तरह भरने से 20% कम भोजन करना चाहिए । आपको ज्यादातर वही भोजन करना चाहिए जिसमें nutrient value ज्यादा हो , ताकि आप लंबा और सेहतमंद जीवन जी सकें । इसके अलावा , अगर आप हफ्ते में एक दिन उपवास रखते हैं तो यह भी आपके पाचन तंत्र के लिए अच्छा होता है ।
अगर हम रोज बहुत ही ज्यादा मात्रा में calories लेंगे तो हम सुस्त हो जायेंगे और हमारा ज्यादातर ऊर्जा उस कैलोरी को पचाने में खर्च होगा । इसलिए कम मात्रा में खाएं और स्वस्थ रहें । Okinawa के लोग Sanpin-cha पीते हैं जो ग्रीन टी और जैसमीन के फूलों के मिक्सचर से बनाया जाता है । इसके कई फायदे हैं जिसमें दिल का स्वस्थ होना , immune system का मजबूत होना , तनाव से मुक्ति इत्यादि शामिल हैं ।
Green tea और Jasmin के फूलों के अलावा पाठ में shikuwasa की भी चर्चा है । इस एक प्रकार का फल है जिसे Okinawa के लोग खाते हैं । इसके भी कई प्रकार के फायदे हैं और इसमें कई प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं ।
Chapter 8 : Gentle Movements , Longer Life
Ikigai book का अगला अध्याय है Gentle Movements , Longer Life । इसमें जब लेखक Ogimi पहुंचता है तो वहां 80 साल की आयु के ऊपर के लोग भी फुर्तीले दिखते हैं । यहां के लोग हमेशा अपने शरीर को active रखने के लिए टहलते हैं , साथ मिलकर नाचना गाना करते हैं , सुबह जल्दी उठ जाते हैं ।
जापान में ये चीजें सदियों से मौजूद हैं जो लोगों को फुर्तीला बने रहने के गुण सिखाती है और इसे western countries भी धीरे धीरे अपना रही हैं । योग ( Yoga ) जिसका उदय भारत से हुआ था , अब पूरी दुनिया में धीरे धीरे प्रचलित हो रहा है । योग की मदद से आप अपने दिमाग और शरीर के बीच एक अच्छा तालमेल स्थापित कर पाते हैं जिससे आप अपना जीवन सुखी , स्वस्थ और संपन्न बना सकते हैं ।
आपको अपने शरीर को फुर्तीला और स्वस्थ रखने के लिए Gym जाने की जरूरत नहीं है , बल्कि आप रोजमर्रा के जीवन में सामान्य movements की मदद से भी शरीर को चुस्त रख सकते हैं । जैसे Yoga ( योग ) करना बहुत ही आसान है और इसे हर उम्र के लोग कर सकते हैं । योग आज जापान और अन्य देशों में अपनाया जा रहा है । इसके ढेरों फायदे हैं और आपको इसे करने के लिए ज्यादा समय भी देना नहीं पड़ता ।
योग करने के फायदे हैं :
- यह आपको इंसान को मानव प्रकृति के समीप लाता है ।
- इसकी मदद से आप अपने दिमाग और शरीर को शुद्ध कर पाते हैं ।
- यह परमात्मा के करीब लाता है ।
योग करने के लिए ढेरों शैलियां हैं जैसे कर्म योग , भक्ति योग , कुंडली योग , मंत्र योग इत्यादि । अध्याय में आप सूर्य नमस्कार करने के तरीके और फायदों को भी विस्तार से समझेंगे । इसके साथ ही योग के अलावा अन्य ढेरों प्रकार के martial arts की चर्चा भी की गई है ।
Chapter 9 : Resilience And Wabi-sabi
Ikigai book का यह अंतिम अध्याय है जिसमें बिना तनाव के जीवन में आने वाली परेशानियों का सामना कैसे करें , के बारे में विस्तार से बताया गया है । लचीलता ( लचीलापन या flexibility ) के बारे में बताते हुए लेखक कहते हैं कि लचीलापन हमारे जीवन में आए असफलताओं से उबरने की क्षमता है । जो लोग लचीले होते हैं उन्हें परेशानियों का सामना करना आता है इसलिए वे तनाव नहीं लेते और जीवन को खुशी से जीने में विश्वास रखते हैं ।
लचीलेपन के बारे में बताते हुए पाठ में गौतम बुद्ध जी की भी चर्चा की गई है । उनका धन और रिश्ते नाते से मोह भंग हो गया था जिसकी वजह से उन्होंने निश्चय किया कि वे तपस्वी बनेंगे । परंतु , उन्हें बाद में पता चला कि न ही ज्यादा धन और न ही ज्यादा तपस्या इंसान को खुश रख सकती है । इंसान को इन सभी चीजों में एक संतुलन बना कर रखना चाहिए और इन सुख सुविधाओं में रहते हुए भी , इनके गुलाम न बनें इसका ध्यान रखना चाहिए ।
जो व्यक्ति सच्चे मायनों में गुणी होते हैं वे अपने जीवन में लोभ , मोह , क्रोध , क्षोभ , शर्म जैसी नकारात्मक चीजों से दूर जाने और खुशी , प्यार , आभारी होना इत्यादि को आकर्षित करने की चाह रखते हैं । इन सभी चीजों के लिए meditation करना अतिआवश्यक है । ध्यान लगाने से हम सही और गलत के बीच के फर्क को समझ पाते हैं और उलजुलुल चीजों से ऊपर उठ पाते हैं ।
जापान में wabi sabi का एक कांसेप्ट है जिसका अर्थ है कि दुनिया और प्रकृति हमेशा बदलती रहती है । हमें संसार में सिर्फ खूबसूरत और उत्तम की तलाश में रहने के बजाय दुनिया को उसी तरह स्वीकार करना चाहिए , जैसी कि यह है ।
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Ikigai Book Summary in Hindi – Conclusion
तो यह रहा Ikigai book summary in Hindi जिसमें मैंने Ikigai book के सभी अध्यायों को summarise करने का काम किया है । किसी भी प्रकार की त्रुटी के लिए अग्रिम मांगी मांगता हूं । आप इस पोस्ट , किताब और summary के बारे में क्या विचार रखते हैं कॉमेंट के माध्यम से बताएं ।
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