Consumer Forum की वेबसाइट से लेकर Twitter और Quora पर कई प्रश्न ECSRTNCHG से संबंधित पूछे जा चुके हैं । खाताधारकों के खाते से कई बार बैंक द्वारा रुपए ECSRTNCHG के नाम पर काट लिए जाते हैं और उन्हें इस बारे में कोई खास जानकारी भी प्रदान नहीं की जाती है । लेकिन चिंता करने की कोई बात नहीं है, हम आपको इस लेख में पूरी जानकारी देंगे ।
हम इस लेख में निम्नलिखित बिंदुओं को कवर करेंगे और आपको पूरी जानकारी प्रदान करेंगे:
- यह चार्ज क्या है ?
- इस चार्ज को काटने के पीछे का क्या कारण है ?
- इस चार्ज से कैसे बचें ?
- क्या यह refundable है ?
ECSRTNCHG क्या है ?
ECSRTNCHG का फुल फॉर्म Electronic Clearing Service Return Charge होता है । यह चार्ज बैंकों द्वारा खाताधारकों द्वारा उस परिस्थिति में लिया जाता है जब खाताधारक के अकाउंट में अपने लोन की ईएमआई भरने के लिए पर्याप्त बैलेंस मौजूद नहीं होते हैं ।
चलिए इसे आसान से उदाहरण के माध्यम से समझते हैं । सबसे पहले जान लीजिए कि ECS का अर्थ होता है Electronic Clearing Service जिसकी मदद से फंड को एक खाते से दूसरे खाते में भेजा जाता है । इसे रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया द्वारा लॉन्च किया गया था । जब आप बैंक से लोन लेते हैं, क्रेडिट कार्ड इश्यू कराते हैं या Mutual Fund SIP कराते हैं तो आपके खाते से ECS हर महीने एक निश्चित तारीख को एक निश्चित धनराशि काट लेता है ।
यह धनराशि लोन रिपेमेंट, एसआईपी पेमेंट आदि के लिए हो सकता है । लेकिन अगर किसी महीने आपके खाते में पर्याप्त रूपए नहीं हैं तो ECS Bounce Evontos हो जाता है । इस परिस्थिति में बैंक आपके खाते से पेनल्टी के रूप में एक निश्चित धनराशि काट लेता है । जब यह चार्ज काटा जाता है तब आपको ECSRTNCHG का संदेश प्राप्त होता है ।
ECSRTNCHG क्यों काटा जाता है ?
अगर आप भी उन खाताधारकों में से हैं जिनके खाते से ECSRTNCHG के नाम पर धनराशि काटी गई है तो आपको इसके पीछे का कारण समझ लेना चाहिए । दरअसल, यह चार्ज खाताधारक के खाते से उसी परिस्थिति में काटा जाता है जब:
1. खाताधारक ने कोई लोन लिया हो जिसका Monthly EMI भरने के लिए उसके खाते में पर्याप्त राशि शेष न बची हो ।
2. खाताधारक ने अपने अकाउंट से Mutual Fund SIP की सुविधा ली हो लेकिन किसी महीने में एसआईपी भरने की धनराशि खाते में मौजूद न हो ।
3. Electricity या Gas Bill के लिए हर महीने autopay setup किया गया हो लेकिन खाताधारक के खाते में पर्याप्त राशि मौजूद न हो ।
इन परिस्थितियों में आपके खाते से ECS Return के चार्जेस काटे जा सकते हैं । खासकर कि ICICI Bank के खाताधारक इस समस्या को लेकर Consumer Forums और Discussion Sites पर अपनी शिकायत दर्ज करा चुके हैं तो उन्हें ऊपर दिए पॉइंट्स को एक बार कंसीडर जरूर करना चाहिए ।
ध्यान रहे कि अगर एक बार ECS Bounce हो जाता है तो कुछ दिनों बाद फिर से enquiry की जाती है और अगर दोबारा से आपके खाते में पर्याप्त बैलेंस मौजूद नहीं है तो दोबारा ECSRTNCHG लगाए जाते हैं । हालांकि बैंक एक बार ईसीएस बाउंस होने के कितने दिनों बाद दोबारा Recheck करता है, यह बैंक की पॉलिसी पर निर्भर करता है ।
ECSRTNCHG से कैसे बचें ?
अगर आप नहीं चाहते कि आपको ECS Return Charges की भरपाई करनी पड़े तो आपको अपने बैंक खाते में पर्याप्त बैलेंस रखना पड़ेगा । अगर आपके खाते में पर्याप्त बैलेंस नहीं है और ECS bounce हुआ तो आपको पेनाल्टी भरनी ही पड़ेगी ।
अगर आपका बैंक अकाउंट non operative, dormant या closed हो चुका है तो इस परिस्थिति में आपको जल्द से जल्द आपको अपना बैंक अकाउंट बदल देना चाहिए ताकि EMI या अन्य recurring charges सफलतापूर्वक पूरा हो सकें और आपको ECSRTNCHG का सामना न करना पड़े ।
क्या ECSRTNCHG Refund हो सकता है ?
जी बिल्कुल नहीं, अगर आपके बैंक खाते में पर्याप्त बैलेंस नहीं मौजूद है और इस परिस्थिति में ECS Bounce होता है तो आपको रिफंड प्राप्त नहीं होगा । बैंक आपके खाते पर यह चार्ज तभी लगाते हैं जब recurring या monthly charges को तय समय पर भुगतान नहीं किया जाता है ।
हालांकि यह भी हो सकता है कि आपके खाते से रुपए गलती से काट लिए गए हों । कई बार बैंक की गलती की वजह से भी ऐसा होता है तो उस परिस्थिति में आपको रिफंड मिल सकता है । इसके लिए आपको नजदीकी बैंक ब्रांच जाकर उनको कारण देने होंगे कि आप पर लगाया गया ECSRTNCHG क्यों गलत था । अगर आपके पास पर्याप्त सबूत और ठोस कारण मौजूद रहे तो आपको रिफंड मिल सकता है ।
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अगर बैंक आपकी कोई भी सहायता नहीं कर रहा है तो आप इसकी शिकायत Consumer Forum में ऑनलाइन घर बैठे कर सकते हैं । कंज्यूमर फोरम में आपकी समस्या को सुना जायेगा और मुमकिन है कि आपको सॉल्यूशन भी मिले । इस समस्या का ज्यादातर समाना आईसीआईसीआई बैंक के खाताधारक करते हैं और इसलिए हमारा यह आर्टिकल खासतौर पर Ecsrtnchg in ICICI Bank in Hindi पर आधारित था ।
NACH क्या होता है ?
ECH की ही तरह अक्सर NACH का भी जिक्र आता है जिसका फुल फॉर्म National Automated Clearing House होता है । इसे National Payments Corporation of India ने पेमेंट सिस्टम में इंट्रोड्यूस किया है जिसका मुख्य उद्देश्य recurring या repetitive payments को फैलिसिटेट करने में मदद करता है ।
Ecsrtnchg की ही तरह NACH Charges भी उन खाताधारकों से लिए जाते हैं जिन्होंने कोई repetitive और periodic पेमेंट एनेबल किया हो लेकिन पेमेंट के वक्त उनके खाते में पर्याप्त राशि न हो । NACH कम और ज्यादा धनराशि के फंड ट्रांसफर को हैंडल करने में सहायक साबित होता है । तो इस तरह आप NACH RTN Charges Meaning In Hindi समझ गए होंगे ।
ECSRTNCHG by Various Banks
देश के अलग अलग बैंकों द्वारा खाताधारकों से ECS Bounce होने पर अलग अलग ECSRTNCHGS लिए जाते हैं । Allahabad Bank से लेकर HDFC तक, आपको अलग अलग पेनल्टी चार्जेस देने पड़ेंगे । हालांकि बैंक मनमाना चार्ज आपसे नहीं वसूल सकती क्योंकि इससे संबंधित RBI ने पहले से ही गाइडलाइंस जारी कर दी हैं ।
आप विस्तार से Service Charges on ECS Pdf को पढ़ सकते हैं और पता लगा सकते हैं कि आपका बैंक आपसे ईसीएस बाउंस होने पर कितना चार्ज काट सकता है । अगर आपको लगता है कि बैंक आरबीआई के नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं तो आप आरबीआई और कंज्यूमर फोरम पर इसकी शिकायत कर सकते हैं ।
Conclusion
अगर आपने अपने खाते से कोई भी recurring या periodic payment enable किया है तो हरसंभव कोशिश करें कि आपके खाते में पेमेंट के लिए पर्याप्त राशि मौजूद हो । इस तरह आप ECSRTNCHGS से बच सकते हैं । ध्यान दें कि अगर आपके खाते से ECS रिटर्न पेनल्टी कट गई तो आपको वे रुपए रिफंड नहीं किए जायेंगे ।
उम्मीद है कि दी गई जानकारी आपके लिए सहायक साबित होगी और आप इस चार्ज से बचने की यथासंभव हर कोशिश करेंगे । अगर इस विषय से संबंधित अन्य कोई भी प्रश्न आप पूछना चाहते हैं तो कॉमेंट करके पूछ सकते हैं । साथ ही आर्टिकल को दूसरों के साथ जरूर शेयर करें ताकि सभी जागरूक हो सके ।
3 Comments
Mera ECS is manth do bar kata hai
Mera bhi kata gya hai
mery sath bhi huaa hai
gali deny ko man kr rha hai in ko
IDFC BANK KI…………