आपने अक्सर अपने बैंक से TRF का मैसेज प्राप्त किया होगा । खासकर कि Bank of India से अक्सर ग्राहकों को यह संदेश प्राप्त होता है कि उनके अकाउंट से कुछ रूपए टीआरएफ़ के तौर पर काट लिए गए हैं । कई Discussion Forums में ग्राहकों ने लगातार इस तरह के संदेश और कट रहे पैसों को लेकर आपत्ति जताई है ।
लेकिन आपको घबराने की बजाय सबसे पहले यह जानना चाहिए कि What is TRF in Banking यानि बैंकिंग में टीआरएफ क्या होता है । हमने पहले एक्सिस बैंक में Consolidated Charges के बारे में भी बात की थी, जिससे कई एक्सिस बैंक ग्राहक परेशान हैं । लेकिन बैंक ने अपनी तरफ से पूरी जानकारी दी थी कि ग्राहकों के खाते से कंसोलिडेट चार्ज क्यों काटे जाते हैं ।
इसी तरह टीआरएफ के नाम पर कटने वाले रुपयों के बारे में भी बैंकों की तरफ से सफाई आई है । हम इस लेख में विस्तार से जानेंगे कि बैंको में टीआरएफ चार्ज क्या होता है, यह बैंकों द्वारा क्यों लिया जाता है, इससे कैसे बचें । विषय से सम्बन्धित अन्य प्रश्नों के उत्तर भी आपको विस्तार से दिए जायेंगे ।
What is TRF in Banking
Bank of India के ग्राहकों को अक्सर संदेश प्राप्त होता है कि उनके खाते से एक निश्चित राशि टीआरएफ के नाम से काट ली गई है । बैंकिंग में TRF का अर्थ Transfer होता है यानी जब किसी एक बैंक ऑफ इंडिया खाते से किसी अन्य बैंक ऑफ इंडिया खाते में रूपए कई कारणों से ट्रांसफर किए जाते हैं तो उसे टीआरएफ कहा जाता है ।
खासतौर पर बैंक ऑफ इंडिया के खाताधारकों को ऐसे संदेश प्राप्त होते हैं । इस संदेश में सबसे पहले Amount यानि धनराशि लिखी होती है । धनराशि लिखने के पश्चात (debited) लिखा होता है और बाद में कारण भी दिया जाता है । फिर आपके खाता संख्या के अंतिम 4 digit, धनराशि कटने की तारीख और धनराशि कटने के पश्चात मौजूदा बैलेंस की जानकारी संदेश में लिखी होती है । इसका एक उदाहरण आप नीचे देख सकते हैं:
बैंक ऑफ इंडिया के खाताधारकों को ठीक इसी प्रारूप में संदेश प्राप्त होता है । आप देख सकते हैं कि ऊपर दिए संदेश में सबसे पहले कटने वाई धनराशि, फिर Debited (TRF), रुपए कटने का कारण, आपके अकाउंट का अंतिम 4 अंक की जानकारी दी गई है । इसके पश्चात धनराशि किस दिनांक को खाते से काटी गई है और अब आपके खाते में कितने रुपए शेष बचे हैं, इसकी भी जानकारी दी गई है ।
TRF Charges क्यों काटे जाते हैं ?
Bank of India के साथ ही अन्य कई बैंक खाताधारकों को यह संदेश प्राप्त होता है । ग्राहक अक्सर इसी उधेड़बुन में पड़े रहते हैं कि आखिर उनके खाते से रुपए काटे ही क्यों जा रहे हैं । तो चलिए जानते हैं कि TRF Charges क्यों काटे जाते हैं:
- Fund Transfer
- Internet Charges
- SMS Charges
- ATM Card Maintainance Charge
- Minimum Balance Charges
- Non Maintainance of Required AQB in Preceeding QTR
- EMI
कारणों से काटे जाते हैं । यानि अगर आपके खाते से टीआरएफ के नाम पर रूपए कट रहे हैं तो समझ लीजिए कि ऊपर दिया गया कोई भी कारण हो सकता है । ज्यादातर SMS Charges और ATM Care Maintainance के लिए यह चार्ज बैंकों द्वारा काटा जाता है । बैंक ऑफ इंडिया के अलावा Corporate Bank के ग्राहकों को भी ऐसे संदेश प्राप्त हो चुके हैं ।
TRF Charges का कारण कैसे पता करें ?
अगर आप बैंक ऑफ इंडिया या अन्य किसी बैंक के खाताधारक हैं और आपको ऊपर दिए स्क्रीनशॉट जैसे ही एसएमएस प्राप्त होता है तो आप इसका कारण पता लगा सकते हैं । अक्सर खाताधारक परेशान हो जाते हैं कि आखिर उनके खाते से रुपए कटे ही क्यों । लेकिन वजह ठीक उनके सामने ही रहती है ।
ज्यादातर मौकों पर जब बैंक आपके Bank Account से TRF Charges Debit करती है तो आपको एसएमएस भी इसकी जानकारी प्रदान करती है । इसका उदाहरण आप नीचे दिए स्क्रीनशॉट में भी देख सकते हैं:
आप ऊपर दिए दोनों संदेशों में साफ साफ देख सकते हैं कि बैंक ने रुपए काटने का साफ साफ कारण दिया है । पहले संदेश में बैंक ऑफ इंडिया की तरफ से ₹17.70 काटे गए हैं तो SMS Charges का कारण दिया गया है । यानि इतनी धनराशि एसएमएस चार्जेस के लिए खाते से काटे गए हैं । ये संदेश बैंक की तरफ से खाताधारक को भेजे जाते हैं जिसके चार्जेस एक समय बाद काट लिए जाते हैं ।
दूसरे संदेश में बैंक ऑफ इंडिया ने खाताधारक के खाते से ₹38.23 की धनराशि काटी है । लेकिन साथ में Min Bal यानि Minimum Balance का कारण भी दिया है । अगर किसी खाताधारक के खाते में बैंक द्वारा तय न्यूनतम राशि नहीं मौजूद होती है तो बैंक पेनाल्टी के रूप में उनसे चार्जेस काटता है । तो इस तरह आप देख सकते हैं कि बैंक आमतौर पर TRF Charges काटने के साथ ही कारण भी देते हैं ।
क्या TRF Charges Refund मिल सकता है ?
अक्सर खाताधारकों का यह प्रश्न होता है कि क्या TRF Charges Refund किया जा सकता है । तो इसका उत्तर है कि निर्भर करता है । अगर बैंक द्वारा गलती से आपके खाते से रूपए काट लिए गए हैं तो आपके खाते में उन रुपयों को अवश्य ही रिफंड किया जायेगा । अगर आपको टीआरएफ चार्जेस कटने के साथ ही कारण भी संदेश के द्वारा भेजा जाता है तो इसका अर्थ है कि बैंक के पास चार्ज काटने के पुख्ता कारण थे ।
हालांकि अगर आपको लगता है कि बैंक की गलती से आपके खाते से रुपए काटे गए हैं तो आप अपने नजदीकी शाखा में जाकर ब्रांच मैनेजर से संपर्क कर सकते हैं । हालांकि ऐसे मामले न के ही बराबर देखने को मिलते हैं जब बैंक गलती से आपके खाते से रुपए काट ले । अगर आप अपने खाते से संबंधित गतिविधियों को लेकर आशंकित हैं तो तुरंत बैंक से संपर्क करें ।
TRF Charges से कैसे बचें ?
अगर आप TRF Charges Deduction से परेशान हैं तो घबराने की कोई बात नहीं है । आप इन चार्जेस को अवॉइड भी कर सकते हैं । टीआरएफ चार्जेस से बचने के लिए आपको निम्नलिखित कदम उठाने होंगे:
1. अपने बैंक की गतिविधियों पर नजर रखें और किसी संदेहजनक गतिविधि की सूचना तुरंत बैंक को दें ।
2. अगर आपने बैंक से लोन लिया है तो उसकी EMI सही समय पर भरें ।
3. बैंक द्वारा तय न्यूनतम धनराशि का हमेशा ध्यान रखें और कोशिश करें कि आपके खाते में पर्याप्त बैलेंस हो ।
4. आपको बैंक के Average Monthly Balance (AMB) और Average Quarterly Balance (AQB) के बारे में पता होना चाहिए ।
5. एटीएम से उतनी ही बार धनराशि निकालें जितनी एक निश्चित अवधि में बैंक द्वारा निकालना निर्धारित किया गया हो ।
इन बातों का ध्यान रखकर आप TRF Charges से बच सकते हैं । इसके साथ ही समय समय पर आपको बैंक स्टेटमेंट चेक करनी चाहिए, अगर आप नेट बैंकिंग का इस्तेमाल करते हैं तो यूजरनेम और पासवर्ड किसी से शेयर न करें । हमेशा Strong Password का ही इस्तेमाल करें । इस तरह आप कई टीआरएफ चार्जेस से बच सकते हैं ।
Conclusion
ATM Card Maintainance, SMS Charges, Internet Charges, Minimum Balance Charges जैसे कारणों से बैंक खाताधारकों से TRF Charges काटते हैं । यहां टीआरएफ का अर्थ Transfer होता है । बैंक टीआरएफ शब्द का इस्तेमाल एसएमएस की जगह और समय को बचाने के लिए करते हैं ।
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रोजाना हजारों की संख्या में संदेश बैंक द्वारा खाताधारकों को भेजे जाते हैं इसलिए बैंक ट्रांसफर न लिखकर TRF शब्द का इस्तेमाल करते हैं । इससे उनके समय की बचत होती है और मैसेज स्पेस भी बचता है । उम्मीद है कि आप समझ चुके होंगे कि बैंक में टीआरएफ क्या होता है ।