Material Management किसी किसी संगठन के भीतर सामग्रियों के प्रवाह की योजना, आयोजन, निर्देशन और नियंत्रण की प्रक्रिया है । अगर आप कॉमर्स के विद्यार्थी हैं तो अवश्य ही आपने इसके बारे में सुना होगा । कई पुस्तकों में मैटेरियल मैनेजमेंट पर पूरा का पूरा अध्याय ही तैयार कर दिया गया है । हम आपको कम शब्दों में बेहद ही महत्वपूर्ण जानकारी इस विषय पर देंगे ।
इसके साथ ही अगर आप इसी क्षेत्र में अपना कैरियर भी बनाना चाहते हैं तो इसकी भी पूरी जानकारी आपको दी जायेगी । यानि मैटेरियल मैनेजर की नौकरी, इसके कार्य, सैलरी आदि की भी पूरी जानकारी आप नीचे पढ़ेंगे । आगे बढ़ने से पहले इतना समझते चलें कि सामग्री प्रबंधन किसी भी संगठन के लिए बहुत आवश्यक है जिससे उत्पादन लागत में कमी और लाभ में वृद्धि होती है ।
आर्टिकल में निम्नलिखित बिंदुओं पर विस्तार से हम बात करेंगे:
- Material Management क्या है
- सामग्री प्रबंधन के उद्देश्य
- सामग्री प्रबंधन का महत्व
- सामग्री प्रबंधक की नौकरी
- मैटेरियल मैनेजर का कार्य और सैलरी
Material Management क्या है ?
Material Management जिसे हिंदी में सामग्री प्रबंधन भी कहते हैं, किसी संगठन के भीतर सामग्रियों के प्रवाह की योजना, आयोजन, निर्देशन और नियंत्रण की प्रक्रिया है । यह संगठन के उत्पादन लागत में कमी के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और साथ ही लाभ में वृद्धि करता है ।
आसान भाषा में कहें तो इसका मुख्य उद्देश्य Manufacturers के लिए सही समय पर उचित मात्रा में कच्चे माल को उपलब्ध कराना है ताकि वे माल का उत्पादन कर सकें । साथ ही किसी भी संसाधन की बरबादी न हो यह भी सामग्री प्रबंधन के ही अंतर्गत आता है ।
Material Management को आसान शब्दों में समझने के लिए एक उदाहरण पर ध्यान दीजिए । मान लेते हैं कि कोई मोबाइल बनाने वाली कंपनी है । अब इस कंपनी को मोबाइल बनाने के लिए Speaker, Microphone, Battery जैसी चीजों की आवश्यकता पड़ेगी । इन चीजों को खरीदना, इनका सही और उचित इस्तेमाल करना और साथ ही बर्बादी को रोकने के लिए मैटेरियल मैनेजमेंट ही होता है ।
Objectives of Material Management
सरल भाषा में कहें तो सामग्री प्रबंधन का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि निर्माताओं के पास सामान बनाने के लिए आवश्यक सभी कच्चे माल हों । इसके साथ ही यह सुनिश्चित करने पर भी ध्यान केंद्रित करता है कि कोई भी संसाधन बर्बाद न हो और इन्वेंट्री रखरखाव और प्रबंधन सुचारू रूप से संचालित हो ।
चलिए अब हम आपको Objectives of Material Management को बिंदुवार ढंग से समझाते हैं:
1. कम लागत की खरीद: सामग्री प्रबंधन का सबसे पहला उद्देश्य है कि खरीद में लगने वाली लागत को कम किया जाए । उदाहरण के तौर पर अगर मोबाइल के कंपोनेंट्स की खरीद की जा रही है तो इसकी खरीद लागत कम से कम हो । किसी भी उत्पाद के अंतिम मूल्य का निर्णय यही करता है क्योंकि अगर खरीद लागत कम होगी तो यह संचालन लागत को कम करने के साथ साथ लाभ में भी वृद्धि करेगा ।
2. उचित मात्रा में माल: सामग्री प्रबंधन का दूसरा उद्देश्य है कि उचित मात्रा में ही माल खरीदा और उसका रखरखाव किया जाए ताकि अतिरिक्त लागत न लगे । ऐसा करके भंडारण और वहन लागत को कम किया जाता है जिसका सीधा प्रभाव अन्य कारकों पर पड़ता है ।
3. उच्च गुणवत्ता के माल की खरीद: Material Management का अगला उद्देश्य है कि आपूर्तिकर्ताओं से उच्च गुणवत्ता के माल की खरीद की जाए । अगर कच्चा माल उच्च गुणवत्ता का होगा तो अंतिम उत्पाद भी अच्छी गुणवत्ता का बनेगा और इससे कंपनी के लाभ में वृद्धि होगी ।
4. नियमित आपूर्ति: लगातार उत्पादन के लिए लगातार आपूर्ति की भी आवश्यकता होगी । इसलिए सामग्री प्रबंधन का एक महत्वपूर्ण उद्देश्य यह भी होता है कि उत्पादन में किसी प्रकार की कोई रुकावट न आए इसके लिए नियमित कच्चे माल की आपूर्ति होती रहे ।
Importance of Material Management in Hindi
मैटेरियल मैनेजमेंट यानी सामग्री प्रबंधन के महत्व की सूची लंबी है । सबसे पहले आपको इतना समझ लेना चाहिए कि आपके अगल बगल जितनी भी वस्तुएं उत्पादन प्रक्रिया से गुजरी हुई दिखाई दे रही हैं, उनमें सामग्री प्रबंधन का बहुत बड़ा योगदान है । आपके हाथ में रखा स्मार्टफोन, आप जिस टेबल पर बैठे हैं और आप जिस टेलीविजन पर खबरें देखते हैं आदि में Material Management ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है ।
चलिए अब एक नजर Importance of Material Management यानि सामग्री प्रबंधन का महत्व पर डालते हैं:
- सामग्री प्रबंधन यह सुनिश्चित करता है कि उत्पादन में कोई रुकावट न आए इसलिए नियमित आपूर्ति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है ।
- यह किसी उत्पाद के अंतिम मूल्य को कम करने में भी अहम भूमिका निभाता है । आपूर्ति करने वालों से कम दाम में कच्चा माल खरीदना और उनका सही प्रबंधन उत्पादित वस्तु के कुल कीमत को कम करता है ।
- यह जरूरत से ज्यादा माल के भंडारण की समस्या को भी रोकता है और उचित मात्रा में ही कच्चे माल के भंडारण और रखरखाव पर ध्यान देता है । इससे संसाधन की बरबादी रुकती है ।
- इसकी वजह से उपकरण का उचित उपयोग किया जाता है क्योंकि सामग्री की देर से आपूर्ति के कारण कोई समस्या नहीं होती है ।
सामग्री प्रबंधक की नौकरी
अगर आप सामग्री प्रबंधन में रुचि रखते हैं और Material Management Job करने के लिए इच्छुक हैं तो आपको सबसे पहले Logistics में बैचलर की डिग्री हासिल कर लेनी चाहिए । इसके बाद आप चाहें तो इसी फील्ड में पोस्ट ग्रेजुएट भी कर सकते हैं ।
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इस फील्ड में अगर आप बेहतर करना चाहते हैं तो आपको supply chain, forecasting, budgeting और inventory management systems की अच्छी जानकारी होनी चाहिए । एक Material Manager के तौर पर आपको कई क्षेत्रों में नौकरियां मिल सकती हैं जैसे aerospace, medical device companies, large-scale food operations, utility companies, या biotech organizations में ।
Material Manager Responsibilities & Salary
Material Management का क्षेत्र अपार संभावनाओं से भरा है लेकिन इसमें उनके लिए ही जगह है जो इस क्षेत्र को अच्छे से समझते हैं और अपनी जिम्मेदारियां सही से निभा सकते हैं । अगर हम एक सामग्री प्रबंधन की जिम्मेदारियों पर गौर करें तो ये हैं:
1. आपूर्ति की जरूरतों को निर्धारित करने के लिए अन्य प्रबंधकों के साथ सहयोग करना ।
2. इन्वेंट्री स्तर को नियंत्रित करना और आपात स्थिति के दौरान सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित करना ।
3. संगठन में आपूर्ति के वितरण की देखरेख करना ।
4. संगठन में अन्य लोगों से अच्छे संबंध बनाना और सप्लाई करने वालों से लगातार संपर्क में रहना ।
5. खरीद गतिविधि, सामग्री की मात्रा, विशिष्टताओं आदि पर विस्तृत रिकॉर्ड रखना ।
बात करें अगर Material Manager Salary की तो आप भारत में आप औसतन 10 लाख रुपए/वर्ष की सैलरी की उम्मीद कर सकते हैं । सैलरी की शुरुआत लगभग 3.3 लाख/वर्ष से शुरू होती है और लगभग 21 लाख रुपए/वर्ष पर जाकर खत्म । इस क्षेत्र में कई अनुभवी खिलाड़ियों को इससे भी ज्यादा की सैलरी मिलती है ।
FAQs
1. सामग्री प्रबंधन प्रणाली का मुख्य उद्देश्य क्या है ?
सामग्री प्रबंधन प्रणाली का मुख्य उद्देश्य यह है कि उत्पादन में किसी प्रकार की कोई रुकावट न आए इसलिए कच्चे माल की आपूर्ति लगातार होती रहे । इसके साथ ही जरूरत से ज्यादा माल भंडारण को रोकने में भी इसका महत्वपूर्ण योगदान होता है ।
2. सामग्री प्रबंधन की भारत में सैलरी कितनी है ?
भारत में एक अनुभवी सामग्री प्रबंधक औसतन 10 लाख रुपए/वर्ष की कमाई कर सकता है । हालांकि इस क्षेत्र में एक फ्रेशर को 3.3 लाख/वर्ष की सैलरी दी जाती है ।
Conclusion
उम्मीद है कि आप Material Management का पूरा कांसेप्ट समझ गए होंगे । साथ ही अगर आप एक मैटेरियल मैनेजर बनना चाहते हैं तो आपकी जिम्मेदारियां, सैलरी और कोर्स क्या होगा, इसकी भी जानकारी दे दी गई है ।
अगर आपके मन में इस विषय से संबंधित अन्य प्रश्न हैं तो आप नीचे कमेंट करके पूछ सकते हैं । साथ ही अगर आपको यह आर्टिकल पसंद आया हो तो इसे शेयर जरूर करें ताकि दूसरों को भी फायदा पहुंच सके ।