पिछले कुछ वर्षों से Education Technology में काफी बदलाव आया है और शिक्षा के क्षेत्र में कई बदलाव देखने को मिले हैं । खासकर कि कोरोनावायरस के आने के बाद शिक्षा प्रदान करने और प्राप्त करने के तरीके में एक बड़ा बदलाव आया । महामारी के दौर में सभी अपने घरों में कैद थे लेकिन डिजिटल माध्यमों से पढ़ाई फिर भी जारी थी । इसे ही e-learning कहा जाता है ।
इ-लर्निंग यानि डिजिटल माध्यमों से शिक्षण सामग्री को ग्रहण करना । वर्ष 2021 में E-learning का मार्केट साइज 315 बिलियन डॉलर से भी पार का था । इस वर्ष 2022 में यह आंकड़ा कई गुना तक बढ़ सकता है । ऐसे में आपको सविस्तर ई लर्निंग को समझना चाहिए और जानना चाहिए कि इस क्षेत्र में बड़े खिलाड़ी कौन से हैं । साथ ही निम्नलिखित बिंदुओं पर भी जानकारी दी जायेगी ।
- ईलर्निंग के लिए प्लेटफार्म्स
- बेस्ट ऑनलाइन कोर्सेज
- इ लर्निंग का महत्व
- इसके प्रकार और भविष्य
E-learning क्या है ?
सरल शब्दों में कहा जाए तो डिजिटल माध्यमों जैसे मोबाइल, लैपटॉप, कंप्यूटर और इंटरनेट की मदद से शिक्षा ग्रहण करना ही E-learning कहलाता है । यह शिक्षा का सबसे आसान, सस्ता और सुरक्षित माध्यम है जिसमें आमतौर पर समय और स्थान की कोई पाबंदी नहीं होती है ।
उदाहरण के तौर पर, आप यूट्यूब की ही मदद से घर बैठे या दुनिया के किसी कोने से Coding, Microsoft Excel, Amazon AWS जैसे हजारों कोर्स कर सकते हैं । इसके साथ ही इन कोर्सेज को करने के लिए समय की भी कोई पाबंदी नहीं है । आप अपनी सहूलियत के हिसाब से किसी भी समय इन कोर्सेज को सीख सकते हैं ।
वर्तमान समय में डिजिटल माध्यमों से दी जा रही शिक्षा ज्यादा रोचक और जानकारीपूर्ण है । हालांकि E-learning में व्याहारिक शिक्षा का कहीं न कहीं अभाव होता है लेकिन इसके बावजूद हर वर्ष सिर्फ भारत में हजारों की संख्या में लोगों को नौकरियां मिल रही हैं या उन्हें Job Promotion मिल रहा है । कई लोगों को ई लर्निंग से शिक्षा प्राप्त करने पर 25 लाख से 30 लाख रुपए तक का पैकेज भी मिला है ।
Types of E-learning
E-learning के कई अलग अलग प्रकार हैं लेकिन हम सिर्फ मुख्य 3 के बारे में ही इस लेख में बात करेंगे । ज्यादातर इन्हीं नीचे दिए गए तीनों प्रकार के इ लर्निंग की मदद से शिक्षा ग्रहण की जा रही है ।
1. Synchronous Online Learning
Synchronus Online Learning का सबसे बढ़िया उदाहरण आप Video Conferencing, Online Chats, Live Teaching Sessions को ले सकते हैं । इनमें सैंकड़ों छात्र अलग अलग स्थानों से एक ही समय में भाग लेते हैं । इस प्रकार की ऑनलाइन लर्निंग में दो तरफा कम्युनिकेशन होता है यानि बीच बीच में छात्र प्रश्न पूछता है ।
दूसरी तरफ से Instructor या Educator उसी समय छात्रों का जवाब भी देता है । अगर आपने कभी भी किसी सरकारी नौकरी के लिए परीक्षा की तैयारी की होगी तो आप इसे अच्छे से समझ सकते हैं । कोई शिक्षक पहले यह घोषणा करता है कि एक निश्चित समय पर live class होगी जिसमें छात्र अपने डाउट्स पूछ सकते हैं ।
तो बस उस नियत समय पर ऑनलाइन कक्षा की शुरुआत होती है और छात्र सीखते हुए शिक्षक से वास्तविक समय में कम्युनिकेट भी कर पाते हैं । इसकी वजह से शिक्षक और छात्र के बीच Communication Gap का खात्मा हुआ है ।
2. Asynchronous Online Learning
Asynchronous Online Learning में छात्र और शिक्षकों का सीधा संवाद या जुड़ाव मुमकिन नहीं है । हालांकि ये Real Time Communication को बाधित करते हैं लेकिन साथ ही छात्रों के लिए अपनी सहूलियत के हिसाब से शिक्षा ग्रहण करना आसान हो जाता है । लाइव क्लासेज में छात्रों को एक निश्चित अवधि में उपस्थित होकर शिक्षा ग्रहण करनी होती है ।
लेकिन Asynchronous e-learning छात्रों को यह सहूलियत देता है कि वे अपनी सुविधा के अनुसार किसी भी स्थान से, किसी भी समय, किसी भी गति से शिक्षा ग्रहण कर सकते हैं । उदाहरण के तौर पर मान लेते हैं कि आप यूट्यूब की मदद से Interior Designing सीखने की इच्छा जाहिर करते हैं । ऐसे में आपको यूट्यूब पर इंटीरियर डिजाइनिंग की Pre Recorded Videos ही मिलेंगी ।
अब वीडियो पहले से रिकॉर्ड करके YouTube पर डाल दी गई है । आपका जब मन करे आप वीडियो खोलकर सीखना शुरू कर सकते हैं । मान लेते हैं कि वीडियो कोर्स 7 घंटे का है लेकिन इतनी देरी तक लगातार सीखना आसान नहीं है । ऐसे में आप वीडियो को वहीं बंद कर सकते हैं और दोबारा जब मन करे, जहां से आपने सीखना बंद किया था, वहीं से सीखना जारी कर सकते हैं । इसे self-paced learning भी कहते हैं ।
3. Computer Assisted Learning
अगर पारंपरिक शिक्षा और ऑनलाइन/मॉडर्न शिक्षा को आपसे में मिला दिया जाए तो इसे हम Computer Assisted Learning कहेंगे । उदाहरण की मदद से समझिए – अगर आप प्राइवेट स्कूलों में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं तो आपके बायोलॉजी शिक्षक ने Digestive System को समझाने के लिए प्रोजेक्टर का सहारा अवश्य लिया होगा ।
बस इसे ही हम Computer Assisted Learning कहेंगे यानि शिक्षा ऑनलाइन मध्यम से ही प्रदान की गई लेकिन शिक्षक ऑफलाइन मोड में आपको विषय से संबंधित ज्यादा जानकारी देने के लिए मौजूद हैं । Computer Assisted Learning सबसे ज्यादा इफेक्टिव मानी जाती है ।
Importance of E-learning
E-learning का वर्तमान समय में काफी महत्व है । अब स्तिथि कुछ ऐसी बनती जा रही है कि आने वाले समय में बिना ई लर्निंग के शिक्षा सुचारू रूप से संचालित नहीं की जा सकेगी । चलिए बिंदुवार ढंग से जानते हैं कि ई लर्निंग का महत्व क्या है:
1. इ लर्निंग या ऑनलाइन लर्निंग छात्रों को यह सहूलियत देता है कि वे अपनी सुविधा के अनुसार कोई कोर्स कर सकें या किसी विषय का ज्ञान प्राप्त कर सकें ।
2. स्कूली शिक्षा से परे ऑनलाइन लर्निंग छात्रों को नए हुनर सिखाती है और उन्हें वास्तविक जीवन की समस्याओं से जूझना सिखाती है ।
3. E-learning काफी सस्ता भी है । आप यूट्यूब जैसे प्लेटफार्म की मदद से बिल्कुल मुफ्त में कई कोर्स कर सकते हैं । इनकी जानकारी नीचे आर्टिकल में दी गई है ।
4. छात्र एक ही विषय या कोर्स को हजारों बार देख या सीख सकते हैं क्योंकि ऑनलाइन शिक्षा में कोई सीमा नहीं होती है ।
5. ई लर्निंग का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आपको Updated Learning Content मिलता है । जबकि स्कॉली शिक्षा में कई पुराने कांसेप्ट को सालों से रटाया जाता है ।
6. Online Learning छात्रों को Job Ready बनाता है और उन्हें वास्तविक जीवन के व्यावहारिक ज्ञान प्रदान करता है ।
Best Free e-learning Platforms & Courses
हम अगर सिर्फ भारत के परिप्रेक्ष्य में देखें तो E-learning Platforms की संख्या दिन पर दिन बढ़ती ही जा रही है । हम भारत के कुल Top 3 इ लर्निंग प्लेटफार्म्स के बारे में जानेंगे और साथ ही आपको इनके सबसे बेहतरीन कोर्सेज की भी जानकारी देंगे ।
1. YouTube
हमारा मानना है कि आप लगभग सभी ऑनलाइन कोर्स को बिल्कुल मुफ्त में YouTube की मदद से कर सकते हैं । यूट्यूब सबसे बेहतरीन और मुफ्त e-learning platform है जिसकी मदद से Self Paced Learning और Synchronous Learning दोनों साथ में की जा सकती है । पहले यूट्यूब सिर्फ एंटरटेनमेंट का जरिया भर था ।
लेकिन वर्तमान समय में यूट्यूब पर हजारों की संख्या में Online Learning Channels खुल गए हैं । हमने व्यक्तिगत तौर पर यूट्यूब के ऑनलाइन कोर्सेज का मूल्यांकन किया और पाया कि ये कहीं से भी अन्य ऑनलाइन ई लर्निंग प्लेटफॉर्म पर प्रदान की जा रही कोर्सेज की तुलना में कम नहीं हैं । आप यूट्यूब की मदद से Mobile Repairing से लेकर Personality Development तक के कोर्स मुफ्त में कर सकते हैं ।
यूट्यूब पर कई बेहतरीन कोर्सेज मौजूद हैं, जिनमें से हमने Top 3 e-learning Courses का लिंक दिया है जिन्हें आप कर सकते हैं । हमारे हिसाब से यूट्यूब पर मौजूद नीचे दिए गए ये 5 कोर्स सबसे बेहतरीन हैं:
- Communication Techniques
- Cyber Security
- Social Media Marketing
- Digital Marketing Course
- Advanced Microsoft Excel
2. Udemy
वर्तमान में अगर बात करें India’s Biggest e-learning Platform की तो यह Udemy है । Udemy की मदद से आप घर बैठे हजारों Paid & Free कोर्सेज कर सकते हैं । प्लेटफॉर्म पर हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में कंटेंट उपलब्ध है इसलिए अब सीखने की प्रक्रिया में भाषा बाधा नहीं बनेगी । यहां से आप self paced online earning कर सकते हैं और सर्टिफिकेट भी प्राप्त कर सकते हैं ।
प्लेटफॉर्म के टॉप कोर्सेज हैं:
3. Simplilearn
E-learning Platforms की सूची में अगला नाम Simplilearn का है जिसकी मदद से आप ढेरों कोर्सेज बिल्कुल मुफ्त में कर सकते हैं । प्लेटफॉर्म पर ढेरों अलग अलग विषयों के कोर्स उपलब्ध हैं और उन्हें समझाने का तरीका भी काफी अच्छा है ।
Simplilearn से सीखने का फायदा यह है कि आप कोर्स पूरा करने के ज्ञात सर्टिफिकेट भी प्राप्त कर सकते हैं । इसके साथ ही मुफ्त कोर्स करने के साथ ही रुपए भी कमा सकते हैं । हम आपको निम्नलिखित कोर्स रिकमेंड करते हैं:
Future & Scope of E-learning
E-learning का क्षेत्र काफी विस्तृत हो चुका है और आने वाले समय में ऑनलाइन एजुकेशन की इंडस्ट्री काफी बड़ी होने वाली है । इसका अंदाजा आप धड़ाधड़ खुल रहे Online Learning Platforms को देखकर लगा सकते हैं । ऑनलाइन सीखने के क्षेत्र में काफी मारकाट मची हुई है और इसका बड़ा उदाहरण आप यूट्यूब तक पर देख सकते हैं ।
हालांकि इसका यह अर्थ बिल्कुल नहीं है कि इस क्षेत्र में प्रवेश प्रतिबंधित हो चुका है । आपके पास अगर नए आइडिया हैं तो आप भी इस क्षेत्र में प्रवेश कर सकते हैं । आपने कुछ महीने पहले ही देखा होगा कि Metaverse के बारे में चर्चा की गई थी । इसके साथ ही Augmented Reality और Artificial Intelligence ज्यादा एडवांस होने वाले हैं ।
ऐसे में कहा जा सकता है कि e-learning का भविष्य काफी उज्ज्वल और भव्य होगा । देखना यह रोचक होगा कि ऑनलाइन शिक्षा के क्षेत्र में Metaverse की एंट्री कैसे होते है और बड़े बदलाव कौन से होंगे । वर्तमान समय में कई शिक्षण संस्थान पर ऑनलाइन क्लासेज उपलब्ध करा रहे हैं और इस संस्कृति पर सरकारें भी जोर दे रही हैं । जल्द ही इ लर्निंग इंडस्ट्री का स्वरूप काफी बड़ा होने वाला है ।
FAQs
1. ई लर्निंग क्या है ?
डिजिटल माध्यमों से शिक्षा ग्रहण करना ही ई लर्निंग कहलाता है । स्मार्टफोन, लैपटॉप, डेस्कटॉप और इंटरनेट कनेक्शन की मदद से जब शिक्षा ग्रहण की जाती है तो इसे e-learning कहा जाता है ।
2. ई लर्निंग के फायदे क्या हैं ?
ई लर्निंग के कई फायदे होते हैं । इसकी मदद से एक छात्र बिना स्थान और समय की पाबंदी के शिक्षा ग्रहण कर सकता है । इसके साथ ही यह कम खर्चीला है और दृश्य माध्यमों से शिक्षा ग्रहण करने की वजह से छात्र ज्यादा बेहतर ढंग से सबकुछ समझ पाता है ।
3. ई लर्निंग के नुकसान क्या हैं ?
ई लर्निंग का सबसे बड़ा नुकसान यही है कि व्यक्ति को पूरी तरह से डिजिटल माध्यमों पर निर्भर होना पड़ता है । किन्हीं कारणों से अगर डिजिटल डिवाइस या इंटरनेट में दिक्कत आ जाए तो ई लर्निंग भी बंद हो जाएगी । इसके अलावा ई लर्निंग के लिए कई बार अलग से प्रशिक्षण की आवश्यकता होती है ।