Astrology Meaning in Hindi या ज्योतिष, हिंदू पौराणिक कथाओं का एक अभिन्न अंग है और हजारों वर्षों से इसका अभ्यास किया जाता रहा है । हिंदू पौराणिक कथाओं में ज्योतिष के शुरुआती उल्लेखों में से एक ऋग्वेद में पाया जा सकता है, जो हिंदू धर्म के सबसे पुराने पवित्र ग्रंथों में से एक है । इसी ग्रंथ में एस्ट्रोलॉजी से संबंधित शुरुआती जानकारी मिलती है ।
एस्ट्रोलॉजी का इस्तेमाल जीवन के हर क्षेत्र में किया जा सकता है । उदाहरण के तौर पर आपने देखा होगा कि शादी विवाह से पहले शुभ मुहूर्त निकाला जाता है, कोई व्यवसाय खोलने से पहले एक शुभ दिन का इंतजार किया जाता है और इसी तरह खासकर कि हिंदू धर्म में ज्योतिष के आधार पर कई बड़े और शुभ कार्य किए जाते रहे हैं ।
अगर आप विस्तार से एस्ट्रोलॉजी अर्थ और इससे जुड़े महत्वपूर्ण बिंदुओं को समझना चाहते हैं तो यह Astrology Meaning in Hindi का यह आर्टिकल अंत तक जरूर पढ़ें । हमने इसमें एस्ट्रोलॉजी से संबंधित हर महत्वपूर्ण विषयों को जोड़ा है और आपको सम्पूर्ण जानकारी दी है ।
Astrology Meaning in Hindi

Astrology का हिंदी अर्थ ज्योतिष होता है, जोकि इस बात का अध्ययन है कि आकाशीय पिंडों (जैसे तारे, ग्रह और चंद्रमा) की स्थिति और गति मानव जीवन और भाग्य को कैसे प्रभावित कर सकती है । यह इस विचार पर आधारित है कि किसी व्यक्ति के जन्म के समय आकाशीय पिंडों की स्थिति और उनके व्यक्तित्व लक्षणों और जीवन की घटनाओं के बीच संबंध होता है ।
इसे अगर हम आपके लिए ज्यादा आसान कर दें तो समझ लीजिए कि एस्ट्रोलॉजी यानि ज्योतिष ब्रह्मांड और मानव जीवन के बीच संबंध को समझने और व्याख्या करने का एक तरीका है । ज्योतिष में आस्था रखने वाले व्यक्ति मानते हैं कि व्यक्ति के जीवन में घट रही घटनाएं प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से बाहरी शक्तियों द्वारा प्रभावित होती हैं ।
उदाहरण के तौर पर नौकरी लगना, शादी होना, बीमारी/महामारी, देश की आर्थिक स्तिथि, दुनिया की राजनीति आदि सबकुछ आकाशीय पिंड की स्तिथि तय करती है । यही नहीं, Astrology में यह भी माना जाता है कि किसी व्यक्ति के व्यवहार और चरित्र गुण भी ग्रहों और तारों की स्थिति से प्रभावित होते हैं ।
Definition of Astrology in Hindi
Definition of Astrology की बात करें तो अलग अलग ग्रंथों और विद्वानों ने इसे अपने अपने हिसाब से परिभाषित किया है । हालांकि मोटे तौर पर सबकी ज्योतिष परिभाषा एक ही तरफ इशारा करती हैं कि आकाशीय पिंड मानव जीवन को प्रभावित करते हैं । चलिए कुछ ज्योतिष की परिभाषा पर गौर करते हैं:
1. बृहत पाराशर होरा शास्त्र: जीवों पर ग्रहों के प्रभाव का विज्ञान ।
2. जैमिनी सूत्र: ग्रहों की चाल और प्राणियों पर उनके प्रभाव के ज्ञान का विज्ञान ।
3. गणितज्ञ भास्कराचार्य: मनुष्यों और दुनिया पर उनके प्रभाव को समझने के लिए आकाशीय पिंडों की गति की व्याख्या करने का विज्ञान ।
4. विद्वान वराहमिहिर: ग्रहों और तारों की स्थिति का अध्ययन करके भविष्य की भविष्यवाणी करने का विज्ञान ।
5. अरस्तू: एक विज्ञान जो आकाशीय घटनाओं और स्थलीय घटनाओं के बीच संबंध की जांच करता है ।
ये सभी ज्योतिष की परिभाषा यही इंगित करते हैं कि ग्रहों और तारों की स्तिथि मानव जीवन को प्रभावित करते हैं । हालांकि इसे कई लोग खारिज करते हैं लेकिन देश दुनिया के बड़े बड़े विद्वानों ने इसका समर्थन किया है और इसके फायदों की व्याख्या भी की है ।
History of Astrology in Hindi
History of Astrology यानि ज्योतिष का इतिहास शुरू होता है आज से कई हजार वर्ष पूर्व । कई शोधों में यह दावा किया गया है कि ज्योतिष की शुरुआत प्राचीन बेबीलोन से होती है । ज्योतिषियों ने मानव मामलों के बारे में भविष्यवाणी करने के लिए खगोलीय पिंडों की स्थिति और गति का अध्ययन किया । माना जाता है कि बेबीलोनियों ने राशि चक्र बनाया जो 12 नक्षत्रों की एक प्रणाली है ।
हालांकि एक धारणा यह भी है कि Astrology की शुरुआत भारत से हुई थी । हिंदू धर्म में हजारों वर्षों से यह ज्योतिष की परंपरा चली आ रही है और इसका पहला प्रमाण मिलता है बृहत पाराशर होरा शास्त्र में जिसे छठी शताब्दी ईसा पूर्व में ऋषि पराशर ने लिखा था । इसी पुस्तक में ज्योतिष शास्त्र से संबंधित कई विषयों को कवर करता है ।
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इसी पुस्तक में ग्रहों की स्थिति, 12 राशियों का महत्व और ग्रहों के पहलुओं की व्याख्या भी मिलती है । भारत के अलावा अन्य कई देशों में भी ज्योतिष की जड़ें दिखलाई पड़ती हैं । भारत के पश्चात चीन में भी ज्योतिष का पूरा इतिहास दिखलाई पड़ता है जोकि 1200 वर्ष पुराना है । इसे Shengxiao कहते हैं । इजिप्ट, ग्रीस, बेबीलॉन, पर्शिया और यहां तक कि इस्लामिक देशों में भी Astrology की जड़ें दिखलाई पड़ती हैं ।
Astrology Zodiac Signs in Hindi
Astrology में कुल 12 राशियों का अध्ययन किया जाता है जिनके बारे में आपको समझना जरूरी है । ये राशियां आमतौर पर किसी व्यक्ति के जन्मस्थान और जन्म के समय को ज्ञात करके निश्चित किया जाता है । चलिए संक्षेप में सभी 12 राशियों को देखते हैं और जानते हैं कि Astrological sign meaning in Hindi क्या है:
1. Aries (March 21-April 19): Aries को हिंदी में मेष राशि कहते हैं जोकि ज्योतिष में पहली राशि है । यह 21 मार्च से 19 अप्रैल के बीच जन्म लेने वाले लोगों के साथ जुड़ा हुआ है । मेष राशि वाले जीवन के प्रति अपने साहसिक और साहसी दृष्टिकोण के लिए जाने जाते हैं, और उनमें अक्सर नेतृत्व करने और कार्रवाई करने की तीव्र इच्छा होती है ।
2. Taurus (April 20-May 20): Taurus को हिंदी में वॄष कहा जाता है जोकि ज्योतिष में दूसरी राशि है । यह 20 अप्रैल से 20 मई के बीच पैदा हुए लोगों से जुड़ा है । वृष राशि के लोगों को जीवन के प्रति उनके व्यावहारिक और जमीनी दृष्टिकोण के लिए जाना जाता है ।
3. Gemini (May 21-June 20): Gemini को हिंदी में मिथुन कहा जाता है जोकि ज्योतिष में तीसरे स्थान पर मौजूद राशि है । यह 21 मई से 20 जून के बीच पैदा हुए लोगों से जुड़ा है । मिथुन राशि के लोग अपनी जिज्ञासा और सीखने के प्यार के लिए जाने जाते हैं और उनके पास संचार और अभिव्यक्ति के लिए एक स्वाभाविक प्रतिभा है ।
4. Cancer (June 21-July 22): Cancer को हिन्दी में कर्क राशि कहा जाता है जोकि ज्योतिष में चौथे स्थान की राशि है । कर्क राशि वालों को को पोषण, सहज और संवेदनशील होने के लिए जाना जाता है ।
5. Leo (July 23-August 22): Leo को हिंदी में सिंह राशि कहते हैं जिसको शेर से रिप्रेजेंट किया जाता है । यह 23 जुलाई से 22 अगस्त के बीच पैदा हुए लोगों से जुड़ा होता है । सिंह राशि के व्यक्ति आत्मविश्वासी, रचनात्मक और करिश्माई होने के लिए जाने जाते हैं ।
6. Virgo (August 23-September 22): Virgo को हिंदी में कन्या राशि कहते हैं जिसे एक कन्या से ही रिप्रेजेंट किया जाता है । यह 23 अगस्त से 22 सितंबर के बीच पैदा हुए लोगों से जुड़ा होता है । कन्या राशि के लोग विश्लेषणात्मक, व्यावहारिक और विस्तार-उन्मुख होने के लिए जाने जाते है ।
7. Libra (September 23-October 22): Libra को हिंदी में तुला राशि कहा जाता है । तुला राशि को तराजू से रिप्रेजेंट किया जाता है । यह 23 सितंबर से 22 अक्टूबर के मध्य पैदा हुए लोगों से जुड़ा होता है । तुला राशि के व्यक्ति सामाजिक, कूटनीतिक और कलात्मक होने के लिए जाने जाते है ।
8. Scorpio (October 23-November 21): Scorpio को हिंदी में वृश्चिक राशि कहा जाता है । वृश्चिक राशि को बिच्छू से रिप्रेजेंट किया जाता है । यह 23 अक्टूबर से 21 नवंबर के मध्य पैदा हुए लोगों की राशि है । इस राशि के लोग तीव्र, भावुक और रहस्यमय होने के लिए जाने जाते हैं ।
9. Sagittarius (November 22-December 21): Sagittarius को हिंदी में धनुराशि कहा जाता है । धनुराशि को धनुष से रिप्रेजेंट किया जाता है, 22 नवंबर और 21 दिसंबर के बीच पैदा हुए लोगों को इस राशि से डेनॉट किया जाता है । धनुराशी के व्यक्ति महत्वाकांक्षी, जिम्मेदार और अनुशासित होने के लिए जाने जाते हैं ।
10. Capricorn (December 22-January 19): Capricorn को हिंदी में मकर कहा जाता है । मकर राशि को बकरी से रिप्रेजेंट किया जाता है । 22 दिसंबर और 19 जनवरी के मध्य पैदा हुए व्यक्तियों को इस राशि के अंतर्गत रखा जाता है । मकर राशि के व्यक्ति महत्वाकांक्षी, जिम्मेदार और अनुशासित होते हैं ।
11. Aquarius (January 20-February 18): Aquarius को हिंदी में कुंभ राशि कहा जाता है । कुंभ राशि को घड़े से रिप्रेजेंट किया जाता है, 30 जनवरी से 18 फरवरी के मध्य पैदा हुए लोगों को इस राशि के अंतर्गत रखा जाता है । इस राशि के व्यक्ति स्वतंत्र, अभिनव और मानवीय होने के लिए जाने जाते हैं ।
12. Pisces (February 19-March 20): Pisces को हिन्दी में मीन राशि कहा जाता है । मीन राशि को मछली से रिप्रेजेंट किया जाता है, 19 फरवरी से 20 मार्च के मध्य पैदा हुए लोगों को इस राशि के अंतर्गत रखा जाता है । इस राशि के व्यक्ति सहानुभूतिपूर्ण, कल्पनाशील और सहज होने के लिए जाने जाते हैं ।
Types of Astrology in Hindi
ज्योतिष के कई प्रकार होते हैं और हम एक एक करके सभी Types of Astrology के बारे में डिस्कस करेंगे । तो चलिए जानते हैं कि ज्योतिष के कितने प्रकार हैं:
1. Vedic Astrology (Jyotish)
वैदिक ज्योतिष सबसे ज्यादा Popular Astrology है । यह प्राचीन हिंदू शास्त्रों पर आधारित है जिन्हें वेदों के रूप में जाना जाता है । वैदिक ज्योतिष ग्रहों की स्थिति और व्यक्ति के जीवन पर उनके प्रभाव को निर्धारित करने के लिए गणनाओं की एक जटिल प्रणाली का उपयोग करता है ।
वैदिक ज्योतिष समय, स्थान और मनुष्यों पर उनके प्रभाव के संबंध में ग्रहों की गति और स्थिति की व्याख्या करता है । वैदिक ज्योतिष में, किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली उनके जन्म के सही समय, तिथि और स्थान के आधार पर बनाई जाती है ।
2. Lal Kitab Astrology
Lal Kitab Astrology (लाल किताब ज्योतिष) की शुरुआत 19th Century में भारत में हुई । यह नकारात्मक प्रभावों को कम करने और किसी के भाग्य को बेहतर बनाने के लिए सरल उपायों और उपायों के उपयोग के लिए जाना जाता है ।
प्रणाली इस विश्वास पर आधारित है कि प्रत्येक व्यक्ति की एक अद्वितीय नियति होती है और यह कि किसी व्यक्ति के जन्म के समय ग्रह और उनकी स्थिति उस नियति को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं । यह किसी के भाग्य को सुधारने के लिए व्यावहारिक उपायों और तकनीकों पर ध्यान केंद्रित करते हुए ज्योतिष के लिए एक सरल और व्यावहारिक दृष्टिकोण प्रदान करता है ।
3. Nadi Astrology
आपने अवश्य ही नाड़ी ज्योतिष के बारे में भी सुना होगा । नाड़ी ज्योतिष इस विश्वास पर आधारित है कि प्रत्येक व्यक्ति का अतीत, वर्तमान और भविष्य प्राचीन ताड़ के पत्तों में दर्ज होता है जिसे नाड़ियों के रूप में जाना जाता है । नाडी ज्योतिषी इन पत्तियों का उपयोग किसी व्यक्ति के जीवन में भविष्यवाणी प्रदान करने के लिए करते हैं ।
नाड़ी ज्योतिष में, किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली उनके समय, तिथि और जन्म स्थान के आधार पर नहीं बनाई जाती है, बल्कि उनके अंगूठे के निशान से मेल खाने वाली विशिष्ट नाड़ी के पत्ते पर बनाई जाती है । उम्मीद है आप Astrology naadi meaning in Hindi समझ गए होंगे ।
4. Western Astrology
Western Astrology को हिंदी में पश्चिमी ज्योतिष भी कहा जाता है, जो कई मायनों में भारतीय ज्योतिष से अलग है । लेकिन भारत में यह तेजी से पॉपुलर हो रहा है । इसकी शुरुआत प्राचीन ग्रीस और रोम में हुई थी लेकिन धीरे धीरे यह पूरे विश्व में फैल गया । पाश्चात्य ज्योतिष में किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली उसके जन्म के सही समय, तिथि और स्थान के आधार पर बनाई जाती है ।
चार्ट को 12 घरों में बांटा गया है जिनमें से प्रत्येक जीवन के एक अलग क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करता है, जैसे रिश्ते, करियर और स्वास्थ्य आदि । पश्चिमी ज्योतिष राशियों के उपयोग के लिए जाना जाता है, जो किसी व्यक्ति के जन्म के समय सूर्य की स्थिति पर आधारित होते हैं ।
5. KP Astrology
KP Astrology को कृष्णमूर्ति पद्धति कहा जाता है । यह 20वीं शताब्दी में भारत में विकसित ज्योतिष की एक आधुनिक प्रणाली है । कृष्णमूर्ति पद्धति ज्योतिष में, एक व्यक्ति का जन्म चार्ट प्लासीडस हाउस सिस्टम का उपयोग करके बनाया जाता है, जो चार्ट को 12 असमान खंडों में विभाजित करता है जो कि आरोही या बढ़ते संकेत की डिग्री के आधार पर होता है ।
कुल मिलाकर, केपी ज्योतिष एक जटिल और सूक्ष्म प्रणाली है जिसने भारत और दुनिया के अन्य हिस्सों में लोकप्रियता हासिल की है ।
Astrology and Astronomy Meaning In Hindi
Astrology को हिंदी में ज्योतिष कहा जाता है जो यह कहता है कि आकाशीय पिंडों की स्तिथि मानव जीवन के हर पहलू को प्रभावित करते हैं । ज्योतिष किसी व्यक्ति के जन्म और स्थान पर आधारित जन्म कुंडली तैयार की जाती है ताकि किसी व्यक्ति के जीवन की भविष्यवाणी की जा सके ।
दूसरी तरफ Astronomy को हिंदी में खगोल विज्ञान कहा जाता है । खगोल विज्ञान पृथ्वी के वायुमंडल से परे ब्रह्मांड में हर चीज का अध्ययन है उदाहरण के तौर पर सूर्य, चंद्रमा, तारे, आकाशगंगा आदि । खगोल विज्ञान सबसे पुराने वैज्ञानिक विषयों में से एक है जो ब्रह्मांड की प्रकृति और उसमें मानव जाति के स्थान को समझने का प्रयास करता है ।
इस तरह Astrology जहां आकाशीय पिंडों जैसे सूर्य, तारों की स्तिथि से मानव जीवन कैसे प्रभावित होता है, इसकी जानकारी देता है तो वहीं Astronomy पृथ्वी के वायुमंडल से परे ब्रह्माण्ड में हर मौजूद सूर्य, चंद्रमा और तारों का अध्ययन है ।
Astrological predictions meaning in Hindi
Astrological Predictions को हिंदी में ज्योतिषीय भविष्यवाणी कहा जाता है । जब किसी विषय, संस्था, देश, समाज को लेकर ज्योतिष विद्या पर आधारित भविष्यवाणी की जाती है तो उसे ज्योतिषीय भविष्यवाणी कहा जाता है ।
इसमें सबसे पहले किसी व्यक्ति के जन्म स्थान, दिन और नाम के आधार पर भविष्यवाणी की जाती है । हाथ देखकर भविष्य बताना ज्योतिष से काफी अलग है जिसे Palmistry या हस्त रेखा विज्ञान कहा जाता है ।
AstroTalk Meaning in Hindi
AstroTalk एक ऑनलाइन ज्योतिष वेबसाइट है जो ऑनलाइन ही व्यक्ति के जन्म समय, स्थान और नाम पर आधारित भविष्यवाणी करता है । आप इस वेबसाइट की मदद से प्रतिष्ठित ज्योतिषियों से कॉल या चैट से संवाद कर सकते हैं और अपनी भविष्यवाणी जान सकते हैं । यह दुनिया की सबसे बड़ी एस्ट्रोलॉजी वेबसाइट है ।
AstroTalk पर भारत के 5000 से भी ज्यादा ज्योतिष मौजूद हैं जिनकी सहायता आप प्राप्त कर सकते हैं । कंपनी को लोगों द्वारा 4/5 की रेटिंग भी मिली है और ज्यादातर रिव्यूज यही बतलाते हैं कि लोगों को वाकई भविष्य को लेकर सही बातें पता चली हैं । अगर आप भी ज्योतिष में विश्वास रखते हैं तो इस वेबसाइट की मदद से आगे बढ़ सकते हैं ।
Astrology कैसे सीखें ?
Astrology अगर आप सीखना चाहते हैं तो हमने अपने पिछले Astrology Course in Hindi में कई प्लेटफार्म्स की जानकारी दी है । आप आर्टिकल में मौजूद ऑनलाइन प्लेटफार्म्स की मदद से ज्योतिष विद्या सीख सकते हैं । कुछ अन्य प्लेटफार्म्स जहां से आप एस्ट्रोलॉजी सीख सकते हैं, वे हैं:
- YouTube
- Udemy
- IvaIndia
- IndianAstrology
अगर आप कोई ट्रेडिशनल एस्ट्रोलॉजी कोर्स करना चाहते हैं तो आप Indian Council of Astrological Science द्वारा पढ़ाए जा रहे Jyotish Praveena- Basic Astrology Course और Jyotish Visharada- Advance Astrology Course जैसे कोर्स कर सकते हैं जोकि 1 वर्ष का होता है ।
FAQs on Astrology Meaning in Hindi
1. एस्ट्रोलॉजी को इंग्लिश में क्या कहते हैं ?
एस्ट्रोलॉजी को इंग्लिश में Astrology ही कहते हैं जबकि इसे हिंदी में ज्योतिष या ज्योतिष शास्त्र कहा जाता है ।
2. क्या ज्योतिष पर विश्वास करना चाहिए ?
अगर हम विज्ञान के नजरिए से देखें तो अब तक ज्योतिष भविष्यवाणियों और वास्तविक जीवन की परिस्थितियों में कोई भी सह – संबंध नहीं देखा गया है । लेकिन अगर आप इसमें आस्था रखते हैं और मानते हैं कि यह आपके जीवन में कुछ अच्छे परिवर्तन ला सकता है तो आपको जरूर इसपर विश्वास करना चाहिए ।
3. ज्योतिष कैसे सीखते हैं ?
ज्योतिष सीखने के लिए आप ऑनलाइन प्लेटफार्म्स जैसे YouTube, Udemy, Jyotish Vidyapeeth की मदद ले सकते हैं । हालांकि अगर आप ज्योतिष सीखने को लेकर गंभीर हैं तो आपको इसका कोई ऑफलाइन कोर्स करना चाहिए ।