अगर आप एक छात्र हैं तो आपको कभी न कभी Project Work अवश्य ही मिला होगा । स्कूल या कॉलेज छात्रों को विभिन्न विषयों पर प्रोजेक्ट वर्क सौंपते हैं ताकि उनकी रचनात्मकता को परखा जा सके और उनके अंदर जिज्ञासा का विकास किया जा सके । कई बार ऐसा होता है कि पूरी प्रोजेक्ट फाइल तो बन जाती है लेकिन Bibliograhy बनाने में दिक्कत होती है ।
आपकी इसी समस्या का समाधान करने के लिए ही हमने How to Write Bibliography का यह आर्टिकल तैयार किया है । इस आर्टिकल में आपको एक प्रोजेक्ट फाइल का अहम हिस्सा बीबलियोग्राफी की पूरी जानकारी दी जायेगी । जरूरी नहीं कि यह पृष्ठ सिर्फ और सिर्फ स्कूली छात्र ही बनाते हों बल्कि उपन्यास या किताबें लिखने वाले लोगों के लिए भी यह पेज महत्वपूर्ण होता है ।
ऐसे में हमने इस विषय से संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों को तैयार किया है और संक्षेप में, सरल शब्दों में उत्तर भी दिया है । वे प्रश्न हैं:
- एक किताब या प्रोजेक्ट वर्क में बीबलियोग्राफी क्या है ?
- बायब्लियोग्राफी कैसे बनाएं ?
- इसका फॉर्मेट क्या होता है ?
- इसके बढ़िया उदाहरण क्या हैं ?
Bibliography क्या होता है ?
Bibliography को हिंदी में ग्रन्थसूची या संदर्भसूची कहा जाता है, किसी पुस्तक या परियोजना कार्य फाइल का सबसे अंतिम लेकिन महत्वपूर्ण पृष्ठ होता है । एक संदर्भसूचि में उन किताबों, अनुसंधान पत्रों, ऑनलाइन वेबसाइटों आदि का जिक्र होता है जिसकी मदद किताब या परियोजना कार्य लिखते समय ली गई थी ।
इसे आसान से उदाहरण से समझिए । मान लेते हैं कि आपको आपके शिक्षक द्वारा ‘भारत में नारीवाद’ विषय पर प्रोजेक्ट वर्क मिलता है । जाहिर सी बात है कि आपको इस विषय की इतनी जानकारी नहीं होगी कि आप 25 से 30 पृष्ठ का कंटेंट लिख सकें (इससे नीचे लिखने पर नंबर भी तो कट जाते हैं) । ऐसे में आप इस विषय पर पहले से लिखी गई किताबों, रिसर्च पेपर्स, वेबसाइटों आदि की मदद लेंगे ।
अब जब आप पूरा प्रोजेक्ट फाइल पूरी कर लें तो सबसे अंत में उन सभी स्रोतों की जानकारी दें जिनकी मदद से आपने कंटेंट प्राप्त किया है । इससे आपके द्वारा बनाए गए प्रोजेक्ट को सत्यापित करने में मदद मिलती है और साथ ही यह हर प्रोजेक्ट फाइल में जोड़ना ही होता है ताकि दूसरों के कार्य को भी क्रेडिट दिया जा सके । ठीक यही कारण किताब लिखने वालों पर भी लागू होता है ।
Bibliography पृष्ठ कैसे तैयार करें ?
Bibliography Page तैयार करना ज्यादा कठिन कार्य बिल्कुल नहीं है । आप जैसे जैसे अलग अलग स्रोतों से जानकारी इकट्ठी करते जाएं, वैसे वैसे उन स्रोतों की संक्षेप जानकारी भी संदर्भसूची पृष्ठ में लिखते जाएं । इस तरह आप आसानी से एक संदर्भसूचि या ग्रंथसूची पृष्ठ तैयार कर लेंगे । चलिए थोड़ा विस्तार से समझते हैं कि बिबलियोग्राफी पृष्ठ कैसे तैयार करें ।
1. सबसे पहले शीर्षक लिखें
इस पृष्ठ को तैयार करने से पहले आपको सबसे ऊपर इसका शीर्षक लिखना चाहिए । आपका शीर्षक क्या होगा, यह पूरी तरह निर्भर करता है कि आप क्या लिखने के लिए विभिन्न स्रोतों की मदद ले रहे थे । एक प्रोजेक्ट फाइल, किताब, रिसर्च पेपर, केस स्टडी आदि सभी के लिए अलग अलग शीर्षक आमतौर पर लिखे जाते हैं ।
जैसे अगर आप किताब लिख रहे हैं तो इस पृष्ठ का शीर्षक References लिखें । इसके अलावा प्रोजेक्ट फाइल के लिए आमतौर पर Bibliography शब्द का ही इस्तेमाल किया जाता है । इसके बाद रिसर्च पेपर और कैसे स्टडी के लिए Works Cited शीर्षक का इस्तेमाल किया जाता है ।
2. सभी जानकारी नोट करते चलें
जैसे जैसे आप अपने प्रोजेक्ट/किताब आदि के लिए विभिन्न स्रोतों की मदद लें, उन स्रोतों की सभी मुख्य जानकारियां नोट करते चलें । इससे आपको सबसे अंत में बिबलियोग्राफी पृष्ठ तैयार करने में मदद मिलेगी । वे मुख्य जानकारियां हैं:
- author
- title
- place of publication
- publisher
- date of publication
- page numbers
हालांकि परिस्थिति के हिसाब से कुछ जानकारी नहीं प्राप्त हो पाती हैं लेकिन कोशिश करें कि कम से कम Author, Title, Date of Publication जैसी जानकारियां इकट्ठी कर लें । अगर आपने जानकारी किसी वेब पेज से उठाई है तो उसका पूरा यूआरएल लिखना भी आवश्यक हो जाता है ।
उदाहरण के तौर पर मान लेते हैं कि आपको Accenture Company के बारे में प्रोजेक्ट तैयार करने का कार्य स्कूल की तरफ से दिया जाता है । आप इंटरनेट पर इसके बारे में सर्च करते हैं और हमारी वेबसाइट पर Accenture in Hindi का यह आर्टिकल आपको मिल जाता है । आप आर्टिकल में से जानकारियां इकट्ठी कर लेते हैं । इसके बाद संदर्भ सूची में इस स्रोत की जानकारी देने के लिए आपको निम्नलिखित जानकारियां जोड़नी चाहिए:
- Site: Listrovert
- Title: Accenture in Hindi
- URL: listrovert.com/accenture-in-hindi/
- Publication Date: November 17, 2022
3. सिर्फ Credible Sources से ही जानकारी इकट्ठी करें
आज के समय में जानकारियों की भरमार है । आप कुछ भी टाइप कीजिए, आपको उस विषय पर जानकारी देने वाली हजारों वेबसाइटें मिल जायेंगी, सैंकड़ों किताबें मिल जायेंगी, ढेरों रिसर्च पेपर आदि मिल जायेंगे । लेकिन क्या वे सभी Credible और Authentic हैं ? जी नहीं । ऐसे में आपको सिर्फ और सिर्फ उन्हीं साइटों से जानकारी इकट्ठी करनी चाहिए जो सच में विश्वसनीय हैं ।
सबसे पहले देखें कि जानकारी किस वर्ष या तारीख को प्रकाशित की गई है, जानकारी प्रदान करने वाला कितने समय से उस क्षेत्र में एक्टिव है, क्या प्रदान की गई जानकारी अन्य स्रोतों से मिलती जुलती है, क्या उन्होंने व्याकरण संबधी अशुद्धियां की हैं ? इन प्रश्नों का जवाब देकर आप सही और विश्वसनीय स्रोतों की तलाश कर सकते हैं ।
- Project File in Hindi
- How to Write Acknowledgement in Hindi
- Assignment First Page कैसे बनाएं ?
- e-learning in Hindi
- Literary Sources क्या हैं ?
- Literature Review क्या होती है
- Case Study क्या है ?
- Story Writer in Hindi
4. सही फॉर्मेट का पालन करें
अगर आप Bibliography पृष्ठ बनाना चाहते हैं तो जरूरी है कि आप सही फॉर्मेट का पालन करें । एक सही फॉर्मेट कैसा होता है, इसकी जानकारी नीचे दी गई है । हम आगे आपको कुछ उदाहरण भी देंगे जिनकी मदद से आप ज्यादा बेहतर ढंग से समझ सकेंगे कि Bibliography Format कैसा होता है ।
- Page Title
- Author Name
- Title (Book/Research Paper/Web Page)
- Source Title
- Date of Publication
आपको इसी फॉर्मेट में सारे सोर्सेज का उल्लेख करना चाहिए । इससे आपके शिक्षक या पाठक को ज्यादा आसानी होगी यह समझने में कि आपने कहां कहां से जानकारियां इकट्ठी की हैं ।
Bibliography Examples
नीचे 2 Bibliography Examples दिए हुए हैं जिन्हें देखकर आप समझ सकते हैं कि आपको किस प्रकार से यह पृष्ठ तैयार करना चाहिए । आप चाहे किताब के लिए संदर्भसूची तैयार कर रहे हों या किसी प्रोजेक्ट वर्क के लिए, नीचे दिए बिब्लियोग्राफी पृष्ठ उदाहरण सभी परिस्थितियों में आपकी मदद करेंगे ।
ऊपर दिए दोनों ग्रंथसूची पृष्ठ उदाहरण की मदद से आप भी अपने किताब/रिसर्च पेपर/प्रोजेक्ट वर्क के लिए बढ़िया सा ग्रंथसूची पृष्ठ तैयार कर सकते हैं । यह पृष्ठ तैयार करना बिल्कुल भी मुश्किल नहीं है हालांकि आपको इसका फॉर्मेट ध्यान रखना होगा । साथ ही इस पृष्ठ में उन्हीं सोर्सेज की जानकारी दें जो वाकई Credible और Authentic हों ।
उम्मीद है कि आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी पसंद आई होगी और आप अब बड़े ही आसानी से Bibliography लिख सकेंगे । ऊपर बताई सभी बातों को ध्यान में रखकर अगर आप संदर्भसूची पृष्ठ तैयार करते हैं तो आपके शिक्षक या पाठकों के लिए आपका कार्य सत्यापित करने में दिक्कत नहीं होगी । अगर आपके मन में इस विषय से संबंधित कोई भी प्रश्न शेष है तो कॉमेंट करके पूछें । इसके साथ ही आर्टिकल पसंद आया हो तो इसे शेयर जरूर करें ।