बात की जाए अगर भारत की Leading Private Banks की तो उसमे ICICI Bank का नाम अवश्य आता है । पूरे भारत में 13,383 ATMs और 5,418 branches के साथ बैंक तेजी से विकास कर रहा है । लेकिन इसकी शुरुआत कैसे हुई थी, भारतीय प्राइवेट बैंक के क्षेत्र में यह सफल कैसे बना और इसने कौन कौन सी ख्याति हासिल की, यह आपको ICICI Bank History in Hindi में जानने को मिलेगा ।
अगर आप एक छात्र हैं या कोई निवेशक जो कंपनी से जुड़े रिसर्च करना चाहते हैं तो आपके लिए यह लेख मददगार साबित होगा । हम न सिर्फ आपको कम्पनी प्रोफाइल की जानकारी देंगे बल्कि आईसीआईसीआई बैंक के इतिहास, इससे जुड़े रोचक तथ्य और अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों का जवाब भी देंगे ।
ICICI Bank Profile
ICICI (The Industrial Credit and Investment Corporation of India) Bank एक भारतीय निजी बैंक है जिसका गठन वर्ष 1955 में विश्व बैंक, भारत सरकार और भारतीय उद्योग के प्रतिनिधि की पहल पर किया गया था । यह एक मल्टीनेशनल बैंक है जो वित्तीय सेवाएं प्रदान करता है । बैंक का हेडक्वार्टर वडोदरा, गुजरात में स्थित है ।
आईसीआईसीआई बैंक अपने ग्राहकों को कई उत्पाद और सर्विस ऑफर करता है । जैसे:
- Corporate Banking
- Retail Banking
- Investment Banking
- Life Insurance
- Venture Capital
- Asset Management
अगर आप भी ICICI Bank Account Holder हैं या बनना चाहते हैं तो आपको इससे सम्बन्धित सभी जानकारी होनी चाहिए । इसी क्रम में चलिए एक नजर डालते हैं बैंक के Financial Data और Company Profile पर:
1. Revenue: ₹157,536 crore
2. Net income: ₹25,783 crore
3. Total assets: ₹1,752,637 crore
4. Total equity: ₹180,662 crore
Title | Description |
---|---|
कम्पनी | ICICI Bank |
हेडक्वार्टर | वडोदरा, गुजरात |
स्थापना वर्ष | 5 जनवरी, 1955 |
कंपनी MD और CEO | संदीप बक्शी |
कर्मचारियों की संख्या | 97,354 |
वेबसाइट | http://www.icicibank.com/ |
ICICI Bank Timeline in Hindi
ICICI Bank History को विस्तार से जानने से पहले आपको नीचे दिया बैंक टाइमलाइन जरूर देखना चाहिए । इस टाइमलाइन में आपको बैंक के विभिन्न महत्वपूर्ण वर्षों के फैसलों या विकास को आसान ढंग से समझाया गया है । उम्मीद है कि आपको इस टाइमलाइन से आईसीआईसीआई बैंक का इतिहास समझ आ जायेगा ।
ICICI Bank History in Hindi
ICICI Bank History की शुरुआत होती है वर्ष 1955 से । हालांकि तब बैंक अस्तित्व में नहीं आया था लेकिन इसकी Parent Company ICICI का गठन वर्ष 1955 में किया गया । यह गठन World Bank, Indian Government और भारतीय उद्योगों के प्रतिनिधियों की पहल पर किया गया । इसका उद्देश्य एक ऐसा वित्तीय संस्थान बनने का था जो भारतीय उद्योगों को वित्तीय सहायता प्रदान कर सके ।
1980 के दशक तक कम्पनी का उद्देश्य बिल्कुल नहीं बदला । लेकिन 1990 के दशक में भारतीय अर्थव्यवस्था से जुड़े बड़े बदलाव किए गए । भारत सरकार और आरबीआई ने Liberalisation यानि उदारीकरण की नीति अपनाई और घोषणा की कि प्राइवेट खिलाड़ी भी अब भारतीय बैंकिंग के क्षेत्र में कदम रख सकते हैं । इस नीति के बाद आईसीआईसीआई ने अपनी सेवाओं को लेकर कई बड़े बदलाव किए ।
अंत में वर्ष 1994 में ICICI Bank की स्थापना आईसीआईसीआई समूह द्वारा की गई । बैंक के गठन के बाद अब इनकी सेवाओं का क्षेत्र काफी बढ़ गया और ज्यादा से ज्यादा ग्राहकों को इनकी सेवाएं प्राप्त होने लगीं । फिर मात्र 5 वर्षों के उपरांत, 1999 में, ICICI पहली भारतीय कंपनी बन गई जिसे न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट किया गया ।
ICICI Group द्वारा आईसीआईसीआई बैंक की स्थापना कम्पनी के लिए मिल का पत्थर साबित हुआ । कम्पनी की पहुंच एक बड़ी संख्या के ग्राहकों तक आसानी से हो पाया । वर्ष 2001 के अक्टूबर महीने में, आईसीआईसीआई ग्रुप और बैंक का आपस में विलय हो गया जिसकी वजह से कंपनी का Growth Rate सकारात्मक रूप से प्रभावित हुआ ।
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इसके पश्चात कम्पनी ने नित नए नए आयामों को छुआ और कई रिकॉर्ड अपने नाम किए । The Asian Banker Excellence in Retail Financial Services International Awards, 2021 में बैंक को Best Retail Bank in India अवार्ड मिला । इसके अलावा कम्पनी को Best Digital Customer Ecosystem Initiative/Application जैसे अन्य ढेरों अवार्ड मिल चुके हैं । हालिया खबर की बात करें तो कंपनी ने Yes Bank में 10 बिलियन रुपए का निवेश किया है ।
Facts About ICICI Group & Bank
History of ICICI Bank के साथ ही इससे जुड़े कुछ रोचक तथ्य भी है जिसे आप जरूर जानना चाहेंगे । कम्पनी के गठन के बाद से इसका सफर काफी रोमांचक और प्रेरणादायक रहा है । कम्पनी ने भारत के वित्त और बैंकिंग क्षेत्र को काफी बदला । इसकी मदद से देश की कई बड़ी संस्थाओं का भी गठन किया जा चुका है । तो चलिए एक नजर आईसीआईसीआई बैंक से जुड़े रोचक तथ्य पर डालते हैं:
1. ICICI Ltd और UTI ने मिलकर भारत का पहला प्रोफेशनल Credit Rating Agency स्थापित किया था।
2. Entrepreneurship Development Institute of India (EDII) की स्थापना वर्ष 1983 में गुजरात सरकार और ICICI, IDBI, SBI और IFCI की मदद से किया गया था । इसका उद्देश्य उद्यमिता विकास, शिक्षा, प्रशिक्षण और अनुसंधान है ।
3. ICICI Bank ने भारत का पहला राष्ट्रीय क्रेडिट ब्यूरो CIBIL (Credit Information Bureau of India Limited) स्थापित करने में भी मदद की है । यह ब्यूरो उपभोक्ताओं के क्रेडिट स्कोर की जांच करती है और रिपोर्ट सौंपती है ।
4. बैंक पर कई बार यह आरोप लगाया जा चुका है कि इसने credit card payments को रिकवर करने के लिए गुंडों का इस्तेमाल किया है । बैंक पर यह भी आरोप लगाया गया है कि इसने क्रेडिट कार्ड पेमेंट का भुगतान न करने या लोन का भुगतान समय पर न करने वालों को जनता के बीच बेइज्जत करने की कोशिश की है ।
5. वर्ष 2018 के अंत में, कम्पनी के CEO और MD चंदा कोचर पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए थे जिसकी वजह से उन्हें इस्तीफा देना पड़ा । बाद में देश की संस्था ED ने चंदा कोचर से ₹780 million के संपत्ति और शेयर को सीज किया ।
FAQs
उम्मीद है कि आपको ICICI Bank History के साथ ही इससे जुड़े तथ्यों को पढ़कर काफी जानकारी मिली होगी । बैंक से जुड़े अक्सर कई प्रश्न इंटरनेट पर पूछे जाते हैं, जिनका जवाब भी आप नीचे पढ़ सकते हैं ।
1. ICICI Bank की स्थापना कब हुई ?
ICICI Group का गठन जहां वर्ष 1955 में हुआ तो वहीं आईसीआईसीआई बैंक की स्थापना वर्ष 1955 में हुआ जब भारत सरकार और आरबीआई ने भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार करने के लिए LPG Policy को इंट्रोड्यूस किया ।
2. वर्तमान में बैंक के चेयरमैन और सीईओ कौन हैं ?
वर्तमान में ICICI Bank CEO संदीप बक्शी हैं तो वहीं इसके चेयरमैन गिरीश चंद्र चतुर्वेदी हैं ।
3. ICICI का फुल फॉर्म क्या है ?
आईसीआईसीआई का फुल फॉर्म The Industrial Credit and Investment Corporation of India है ।