भारत सरकार के कई मंत्रालय हैं जिन्हें देश के विकास हेतु अलग अलग क्षेत्र सौंपे गए हैं । रक्षा, स्वास्थ्य, खेल, वाणिज्य जैसे कई विभाग हैं जिन्हें अलग अलग मंत्रियों को दिया जाता है जिससे इन क्षेत्रों में सुचारू रूप से सतत विकास की प्रक्रिया चलती रहे । ऐसा ही एक मंत्रालय है Ministry of Statistics and Programme Implementation यानि सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय का ।
आज के इस आर्टिकल में मैं आपको Ministry of Statistics and Programme Implementation की पूरी जानकारी दूंगा । इस मंत्रालय का उद्देश्य, इसका मुख्यालय, कार्य, एजेंसी कार्यकारी/मंत्री, इतिहास आदि बिंदुओं पर आपको विस्तारपूर्वक जानकारी दी जायेगी । इसलिए आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें और पसंद आए तो शेयर करें ।
Ministry of Statistics and Programme Implementation क्या है ?

Ministry of Statistics and Programme Implementation को हिंदी में सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय कहा जाता है । इस मंत्रालय का मुख्य उद्देश्य देश में जारी आंकड़ों और गुणवत्ता पहलुओं को महत्व देता है । यह मंत्रालय देश के विभिन्न क्षेत्रों में जारी हो रहे आंकड़ों पर नजर रखने के साथ ही उनकी गुणवत्ता को भी सुनिश्चित करता है ।
आसान भाषा में अगर हम समझें तो देश के विभिन्न क्षेत्रों से जारी हो रहे आंकड़ों की वैज्ञानिक सैंपलिंग और उनकी उच्च गुणवत्ता को जांचने की जिम्मेदारी इसी मंत्रालय की है । यह मंत्रालय भारत सरकार, भारत के राज्यों, अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के बीच समन्वय स्थापित करने के लिए आंकड़े जारी करता है ।
इसका गठन 15 अक्टूबर, 1999 को किया गया था जिसका हेडक्वार्टर नई दिल्ली में है । इस मंत्रालय के सोशल मीडिया अकाउंट्स हैं:
सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय का इतिहास
सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय 15 अक्टूबर, 1999 को अस्तित्व में आया । इससे पहले देश में दो अलग अलग विभाग हुआ करते थे, सांख्यिकी विभाग और कार्यक्रम कार्यान्वयन विभाग । वर्ष 1999 के अंत में इन दोनों विभागों का एक के विलय करके एक मंत्रालय का रूप दे दिया गया था । इस तरह सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय अस्तित्व में आया ।
Ministry of Statistics and Programme Implementation के अंतर्गत दो अलग अलग विभाग आते हैं । पहला सांख्यिकी ( statistics ) और दूसरा कार्यान्वयन ( Implementation ) से संबंधित होता है । बात करते हैं जब सांख्यिकी विभाग की जिसे राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) भी कहा जाता है, तो इसके भी अंतर्गत तीन ऑफिस आते हैं:
- केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ)
- कंप्यूटर केंद्र
- राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण कार्यालय (एनएसएसओ)
इसी तरह कार्यान्वयन विभाग भी 3 अलग अलग भागों में बांटा गया है । इनके नाम हैं:
- बीस सूत्रीय कार्यक्रम
- आधारभूत संरचना निगरानी और परियोजना निगरानी
- सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना
इन सभी मुख्य विभागों को अलग अलग भागों में बांटने के पीछे का उद्देश्य यही होता है कि किसी एक विभाग या मंत्रालय पर काम का बोझ न पड़े । जब विभाग बंट जाते हैं और जिम्मेदारियां तय हो जाती हैं तो सभी कार्य सुचारू रूप से चलते हैं ।
सांख्यिकी मंत्रालय की जिम्मेदारियां
मुख्य रूप से देखा जाए तो Ministry of Statistics की मुख्य जिम्मेदारी देश में जारी हो रहे आंकड़ों पर नजर रखना और उनकी गुणवत्ता सुनिश्चित करना ही है । लेकिन इसके कुछ अन्य जिम्मेदारियां भी हैं जिन्हें हम चलिए संक्षेप में समझते हैं ।
- देश में जारी हो रहे सभी आंकड़ों के लिए कानून और नियम बनाना
- सांख्यिकी से जुड़े सभी नियमों/कानूनों का पालन कराना
- सांख्यिकी विभाग का सतत विकास करना
- भारत भर में सैंपल सर्वे करके किसी समस्या से जुड़े आंकड़े प्राप्त करना
- संगठित विनिर्माण क्षेत्र के विकास, संरचना से जुड़े रिपोर्ट तैयार करना
- अंतरराष्ट्रीय सांख्यिकी एजेंसियों के साथ संपर्क बनाए रखना
यह मंत्रालय न सिर्फ सांख्यिकी से जुड़े आंकड़ों पर नजर रखता है बल्कि उन्हें regulate करने पर भी ध्यान देता है । भारत के विभिन्न क्षेत्र जैसे स्वास्थ्य, रक्षा, गरीबी, बेरोजगारी इत्यादि से जुड़े आंकड़ों को इकट्ठा करने का कार्य यही मंत्रालय करता है ।
दुनिया की कुछ बहुत बड़ी सांख्यिकी एजेंसियां हैं जिनसे संपर्क स्थापित करना और समन्वय स्थापित करना बहुत ही ज्यादा जरूरी है । वे एजेंसियां हैं United Nations Statistical Devisions, Economic and Social Commission for Asia and the Pacific, International Monetary Fund, Asian Development Bank आदि ।
कार्यान्वयन मंत्रालय की जिम्मेदारियां
सांख्यिकी मंत्रालय के साथ ही कार्यान्वयन मंत्रालय की जिम्मेदारियां तय की गई हैं । इसकी जिम्मेदारियां निम्नलिखित हैं:
1. बीस सूत्री कार्यक्रम की निगरानी करना इसकी एक मुख्य जिम्मेदारी है । बीस सूत्रीय कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य भारत के पिछड़े और निर्धन व्यक्तियों के जीवन स्तर में सुधार करना है ।
2. इस मंत्रालय को देश के 11 प्रमुख बुनियादी ढांचा क्षेत्रों के प्रदर्शन पर नजर रखने की जिम्मेदारी मिली है । वे क्षेत्र हैं ऊर्जा, कोयला, स्टील, रेलवे, दूरसंचार, बंदरगाह, उर्वरक, सीमेंट, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस, सड़कें और नागरिक उड्डयन ।
3. केंद्रीय क्षेत्रों की ऐसी परियोजनाएं जिनमें 150 करोड़ रुपए से ज्यादा की लागत लग रही हो, ऐसी परियोजनाओं की निगरानी करना भी Implementation Ministry की ही जिम्मेदारी है ।
4. संसद सदस्य स्थानीय क्षेत्र विकास योजना के कार्यान्वयन की निगरानी करना भी कार्यान्वयन मंत्रालय की ही जिम्मेदारी है । संसद सदस्य क्षेत्र विकास योजना का उद्देश्य निर्वाचित सांसदों द्वारा उनके क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं का विकास करना है ।
तो इस तरह आप समझ गए होंगे कि Ministry of Statistics and Programme Implementation की क्या क्या जिम्मेदारियां हैं । जहां Statistics Ministry को सांख्यिकी/आंकड़ों को जारी करने और निगरानी करने की जिम्मेदारी मिली है तो वहीं Implementation Ministry की जिम्मेदारी देश के विभिन्न परियोजनाओं और योजनाओं के विकास पर नजर रखने का है ।
सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के कार्यप्रभारी
वर्तमान में केंद्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है और पार्टी के ही मंत्री राव इंद्रजीत सिंह जी को इस मंत्रालय का कार्य प्रभारी नियुक्त किया है । 30 मई, 2019 को इन्होंने मंत्रालय का कार्यभार संभाला था और अभी भी वे इस मंत्रालय के कार्यभार को संभाल रहे हैं । इस मंत्रालय के बनने के बाद सर्वप्रथम भारतीय जनता पार्टी के मुखिया अटल बिहारी बाजपेई जी ने इस मंत्रालय का कार्यभार संभाला था ।
हालांकि, Ministry of Statistics and Programme Implementation उन्होंने सिर्फ 13 अक्टूबर, 1999 से लेकर 1 सितंबर, 2001 तक ही मंत्रालय का कार्यभार संभाला । इसके बाद भारतीय जनता पार्टी के ही सदस्य जगमोहन जी को इस मंत्रालय का कार्यभार सौंपा गया । लेकिन भारतीय जनता पार्टी की सरकार की हार की वजह से फिर इस मंत्रालय की जिम्मेदारी मेनका गांधी को सौंपी गई जोकि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से जुड़ी थीं ।
दूसरी तरफ अगर हम बात करें सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय में राज्य मंत्री की तो इसका कार्यभार भारतीय जनता पार्टी के विजय गोयल जी ने संभाला था । वे 3 सितंबर 2017 से लेकर 30 मई 2019 तक विभाग के राज्य मंत्री थे ।
Facts on Ministry of Statistics and Programme Implementation
सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के कुछ रोचक तथ्य और जानकारियां हैं:
- मंत्रालय की ऑनलाइन वेबसाइट mospi.gov.in है ।
- सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय का सर्वप्रथम कार्यभार अटल बिहारी बाजपेई जी ने संभाला था ।
- इस मंत्रालय का वार्षिक बजट ( 2018 – 2019 ) ₹4,859 करोड़ था ।
- मंत्रालय के एजेंसी कार्यकारी राव इंद्रजीत सिंह जी हैं ।
- Ministry of Statistics and Programme Implementation को छोटे रूप में MoSPI कहा जाता है ।
- इस मंत्रालय का अस्तित्व सांख्यिकी विभाग और कार्यक्रम कार्यान्वयन विभाग के विलय के बाद आया ।
Conclusion
Ministry of Statistics and Programme Implementation यानि सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय से जुड़ी सभी जरूरी जानकारियां मैंने आपको प्रदान की हैं । इसके अलावा, मैंने आपको यह भी बताया कि आप मंत्रालय को किन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर follow कर सकते हैं ।
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अगर आपके मन में Ministry of Statistics and Programme Implementation से जुड़े अन्य प्रश्न हैं तो उन्हें नीचे कमेंट करके आप पूछ सकते हैं । अगर आर्टिकल पसंद आया हो तो इसे शेयर जरूर करें ।