Stenography करियर आजकल युवाओं के बीच खासा लोकप्रिय हो रहा है और हर वर्ष कई हजार युवाओं का चयन स्टेनोग्राफर के तौर पर होता है । न्यायालय से लेकर सरकारी संस्थाओं में होने वाली बैठकों में एक स्टेनोग्राफर की आवश्यकता पड़ती है । खासकर कि न्यायालयों और कानूनी क्षेत्रों में स्टेनोग्राफर की मांग अक्सर रहती है । इसलिए इस आर्टिकल में हम विस्तार से इस कैरियर विकल्प के बारे में समझेंगे ।
स्टेनोग्राफर का करियर उनके लिए खासकर के है जिन्हें तेज टाइपिंग आती है । Court Proceedings में एक जज तेज गति से निर्णय सुनाता है और उन निर्णयों को उतनी ही तेज गति से टाइप करना भी जरूरी है । इसके अलावा मेडिकल फील्ड में भी एक स्टेनो की आवश्यकता पड़ती है । डॉक्टर और अन्य हेल्थकेयर प्रोफेशनल द्वारा दिए रिपोर्ट को ट्रांस्क्राइब करने का कार्य स्टेनोग्राफर की ही होती है ।
अगर आप Stenography Job Role में रुचि रखते हैं और एक स्टेनोग्राफर बनना चाहते हैं तो यह लेख आपके लिए महत्वपूर्ण साबित होगा । लेख में आपको स्टेनोग्राफी क्या है, इसकी नौकरी कैसे करें, कैसे सीखें, सैलरी आदि पर हम विस्तार से बात करेंगे ।
Stenography क्या है ?
Stenography एक कला है जिसके अंतर्गत किसी व्यक्ति द्वारा बोले गए वाक्यों को बोलने की ही गति से लिखना होता है । इसके लिए एक मशीन की मदद ली जाती है जिसे स्टेनोटाइप कहा जाता है । इसे हिंदी में आशुलिपि कहा जाता है और इसका उपयोग आमतौर पर न्यायालयों में किया जाता है ।
सुनने में जितना आसान स्टेनोग्राफी यानी आशुलिपि लगती है, उतनी है नहीं । एक स्टेनोग्राफर को कई बार ढेरों बोलने वाले व्यक्तियों के तेज गति से बोले गए कठिन वाक्यों को उसी गति से, बिना कोई गलती किए लिखना होता है । हालांकि इसका उपयोग मुख्य रूप से न्यायालयों में होता है लेकिन कमोबेश सभी सरकारी विभागों में इसकी आवश्यकता पड़ती है । स्टेनोटाइप मशीन पर टाइपिंग का एक उदाहरण:
Stenographer क्या होता है ?
Stenography यानि आशुलिपि करने वाले व्यक्ति को Stenographer यानि आशुलिपिक कहा जाता है । एक आशुलिपिक अन्य व्यक्तियों द्वारा बोले गए संभाषणों को तेज गति से टाइप करता है और बिना गलती किए सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं को रिकॉर्ड कर लेता है ।
एक स्टेनोग्राफर का कार्य बेहद ही सावधानीपूर्वक किया जाना चाहिए क्योंकि एक गलती की वजह से बड़ी दिक्कतें सामने आ सकती हैं । उदाहरण के तौर पर न्यायालय में कानूनी प्रक्रिया के दौरान जज सहित अन्य व्यक्तियों द्वारा बोले गए वाक्य बेहद ही महत्वपूर्ण होते हैं और उन्हें उसी प्रकार से रिकॉर्ड करना उससे भी ज्यादा महत्वपूर्ण होता है ।
इसलिए एक स्टेनोग्राफर बनने से पहले Typing Tests लिए जाते हैं जिसमें व्यक्ति को कम से कम 80 से 100 शब्द/मिनट की गति से लिखना होता है । लिखने की गति के साथ साथ वाक्यों की शुद्धता भी महत्वपूर्ण होती है । अगर आप तेज गति से लिखने के साथ साथ बिना गलती किए पूरी शुद्धता से लिख पा रहे हैं तो आप एक Stenographer बन सकते हैं ।
Stenographer के कार्य
अक्सर एक Stenographer को टाइपिंग यानि लिखने तक ही सीमित कर दिया जाता है । लेकिन क्या आपको पता है कि तेजी गति से संभाषणों को रिकॉर्ड करने के अलावा एक स्टेनोग्राफर के कार्य क्या क्या हैं ? चलिए बिंदुवार ढंग से समझते हैं ।
- कार्यालय दस्तावेजों को लिखना, लिप्यंतरण करना और संकलन करना
- पर्यवेक्षकों के लिए बैठकों की व्यवस्था करना और जानकारी एकत्र करना
- अधिकारियों को सौंपे जाने वाले दस्तावेजों के उचित क्रम को बनाए रखना
- संदर्भ पुस्तकों, नियमों और अध्यादेशों को अपडेट रखना
- टाइप की गई सामग्री को सामान्य भाषा में सटीक रूप से लिप्यंतरित करना
ये सभी कार्य एक आशुलिपिक को करने होते हैं इसलिए Stenography को सिर्फ और सिर्फ टाइपिंग तक ही सीमित करना उचित नहीं है । अगर आप एक स्टेनोग्राफर बनने की कोशिश में हैं तो आपको अपने कार्यों की जानकारी होनी चाहिए ।
Types of Stenography in Hindi
Stenography भी मुख्य रूप से तीन प्रकार का होता है:
- Shorthand
- Speed Writing
- Pitman
1. Shorthand
Shorthand Stenography अक्सर न्यायालयों में उपयोग में लाई जाती है । जब एसएससी स्टेनोग्राफर की नौकरी निकलती है तो भी इसके नोटिफिकेशन के स्किल टेस्ट सेक्शन में आपने shorthand typing के बारे में पढ़ा होगा । पर क्या आपने कभी सोचा है कि शॉर्ट हैंड क्या होता है ?
Shorthand सबसे तेज लिखने की कला है और आमतौर पर अदालत के पत्रकारों द्वारा इसका उपयोग किया जाता है । यह शब्दों को संक्षिप्त करके और ध्वनियों का प्रतिनिधित्व करने के लिए प्रतीकों का उपयोग करके शीघ्रता से लिखने की एक विधि है ।
2. Speed Writing
स्पीडराइटिंग बहुत तेजी से लिखने की एक तकनीक है और इसे नोट्स लेने के लिए विशेष रूप से उपयोगी माना जाता है । यह शब्दों की ध्वनि पर आधारित है और प्रतीकों के बजाय वर्णमाला के अक्षरों का उपयोग करता है । यह Shorthand के मुकाबले कम गति से लिखा जाता है लेकिन हाथ से लिखने के मुकाबले यह ज्यादा तेज होता है ।
3. Pitman
सबसे धीमी गति से लिखने के लिए Pitman का इस्तेमाल किया जाता है । यह ध्वनि-आधारित वर्णमाला का उपयोग करके लिखने की एक विधि है । इसे Sir Isaac Pitman द्वारा वर्ष 1837 में तैयार किया गया था । यह एक ध्वन्यात्मक प्रणाली है जिसमें प्रतीक अक्षरों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं, बल्कि ध्वनियों का प्रतिनिधित्व करते हैं तो वहीं शब्द अधिकांश भाग के लिए, जैसे वे बोले जाते हैं वैसे ही लिखे जाते हैं ।
स्टेनोग्राफर बनने के लिए क्या करें ?
स्टेनोग्राफर बनने के लिए क्या करें, यह प्रश्न हर छात्र या युवक के मन में आता है । यह एक रोचक फील्ड है और इसमें अच्छी खासी कमाई की जा सकती है लेकिन इससे पहले आपका एक स्टेनोग्राफर के रूप में चयन होना बेहद जरूरी है । तो एक स्टेनोग्राफर बनने के लिए आपके पास दो रास्ते हैं ।
Stenographer बनने के लिए पहला रास्ता है कि आप विभिन्न सरकारी विभागों में Stenography Jobs के लिए अप्लाई करें और फिर इसकी परीक्षा दें । सरकारी विभागों में एक स्टेनोग्राफर बनने के लिए सबसे पहले आपको SSC Stenography Vacancy आने पर अप्लाई करना होगा ।
इसके बाद परीक्षा लिया जायेगा जिसमें आपको अंग्रेजी, सामान्य ज्ञान और रीजनिंग के प्रश्न पूछे जायेंगे । अगर आप यह परीक्षा सफलतापूर्वक उत्तीर्ण कर लेते हैं तो फिर Skill Test लिया जायेगा । इसी स्किल टेस्ट में ही आपको 80 शब्दों से लेकर 100 शब्दों की टाइपिंग/प्रति मिनट करनी होगी । अगर आप इसे भी उत्तीर्ण कर लेते हैं तो फिर आप एक स्टेनोग्राफर बन जायेंगे ।
लेकिन एक दूसरा रास्ता यह है कि आप सबसे पहले 12th तक की बेसिक शिक्षा प्राप्त कर लीजिए । इसके पश्चात सीधे Typewriting Courses या Writing Courses में दाखिला लेकर डिग्री हासिल कर लीजिए । इसके पश्चात आप किसी भी निजी संस्थान में सीधे तौर पर Stenography Jobs के लिए अप्लाई कर सकते हैं ।
आपका इंटरव्यू और स्किल टेस्ट लेने के तुरंत पश्चात आपको नौकरी मिल जायेगी । इसके अलावा आप ITI Stenographer Course, Diploma Stenographer course, Stenographer Certificate Course कर सकते हैं । स्टेनोग्राफी कोर्स फीस 10,000 रुपए से लेकर 1,00,000 रुपए तक है ।
Stenographer Salary in Hindi
अगर आप Stenography करना चाहते हैं तो सबसे पहले इसकी सैलरी के बारे में जान लीजिए । अगर आप प्राइवेट संस्थाओं में एक स्टेनोग्राफर की नौकरी करते हैं तो आपको महीने का औसतन 14,600 रुपए सैलरी मिलती है । ध्यान दीजिए कि यह एक औसत सैलरी है यानी वास्तविक सैलरी घट या बढ़ सकती है । अनुभव और संस्था के हिसाब से आपकी सैलरी भी होगी ।
लेकिन अगर आप सरकारी विभागों में निकलने वाली Stenography Vacancies भरते हैं और आपकी नौकरी एक आशुलिपिक के तौर पर लग जाती है तो आपको प्रतिमाह 30,000 रुपए/माह की सैलरी मिलेगी । हालांकि सरकारी विभागों में भी एक स्टेनोग्राफर की सैलरी अनुभव, विभाग और वर्ग के हिसाब से अलग अलग होगी ।
FAQs
1. स्टेनोग्राफर का काम क्या होता है ?
एक स्टेनोग्राफर का कार्य अन्य व्यक्तियों द्वारा बोले गए संभाषणों को तेज गति से टाइप करता है और बिना गलती किए सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं को रिकॉर्ड कर लेता है ।
2. स्टेनोग्राफर का कोर्स कितने दिन का होता है ?
आमतौर पर एक स्टेनोग्राफर का कोर्स 1 वर्ष का होता है जिसे 6 महीने के दो सेमेस्टर में बांट दिया जाता है । हालांकि अगर आप सिर्फ टाइपिंग करना चाहते हैं तो यह 3 माह का होता है ।
3. स्टेनोग्राफर बनने के लिए क्या करें ?
स्टेनोग्राफर बनने के लिए आपको ITI Stenographer Course, Diploma Stenographer course या Stenographer Certificate Course में से कोई एक कोर्स कर लेना चाहिए । एक स्टेनोग्राफर बनने के लिया 12वीं कक्षा उत्तीर्ण होना भी जरूरी है । अगर आप सरकारी विभाग में स्टेनोग्राफर बनना चाहते हैं तो इसके लिए आपको सरकारी परीक्षा और स्किल टेस्ट उत्तीर्ण करनी होगी ।
4. स्टेनोग्राफर का वेतन कितना होता है ?
निजी संस्थानों में कार्यरत स्टेनोग्राफर का वेतन 10,000 रुपए से लेकर 25,000 रुपए का होता है तो वहीं एक सरकारी स्टेनोग्राफर का वेतन आमतौर पर 30,000 महीने का होता है । स्टेनोग्राफर का वेतन अनुभव, विभाग और वर्ग पर निर्भर होता है ।