Financial Education भारत में अनिवार्य कर दिया जाना चाहिए क्योंकि यह वर्तमान समय की सबसे बड़ी जरूरत है । Reserve Bank of India के एक आंकड़े के अनुसार, भारत का घरेलू ऋण-जीडीपी अनुपात 2010 में 9.5% से बढ़कर 2021 में 11.1% हो गया है । यानि वित्तीय शिक्षा के अभाव में भारतीय कर्ज के शिकार होते जा रहे हैं ।
वित्तीय शिक्षा का सीधा सा अर्थ बस इतना समझ लीजिए कि धन का सही ढंग से उपयोग करने की समझ । महीने की पहली तारीख को सैलरी आती है और अगले एक हफ्ते में ही सारे पैसे खर्च हो जाते हैं, अक्सर उलजुलुल खर्चे भी होते हैं । इसका सही ढंग से इस्तेमाल कैसे किया जाए ताकि यह ज्यादा से ज्यादा हमारे काम आ सके और अपने भविष्य को सुरक्षित कर सकें, यह वित्तीय शिक्षा का महत्वपूर्ण भाग है ।
Financial Education के अंतर्गत कुछ ज़रूरी बिंदु समाहित होते हैं, जोकि निम्नलिखित हैं:
- Budgeting
- Saving
- Investing
- Debt Management
- Financial Planning
इन सभी बिंदुओं पर भी संक्षेप में जानकारी दी जायेगी ।
Financial Education क्या है ?
Financial Education का हिंदी अर्थ होता है वित्तीय शिक्षा या साक्षरता । इसके अंतर्गत धन के बारे में जानकारी दी जाती है ताकि उसका सही से प्रबंधन किया जा सके और भविष्य को सुरक्षित किया जा सके । इसके अंतर्गत बजट, बचत, निवेश, ऋण प्रबंधन, वित्तीय योजना और कराधान की जानकारी दी जाती है ।
अब इसे एक आसान से उदाहरण से समझिए । मान लेते हैं कि आप एक कार खरीदना चाहते हैं और आपको फाइनेंशियल एजुकेशन की पूरी जानकारी है । ऐसे में आप सीधे कार खरीदने के बजाय अपना बजट तय करेंगे, मार्केट में कार के दाम पता करेंगे । साथ ही आप अलग अलग प्लेटफॉर्म की मदद से कार खरीदने पर आना वाला Interest Rate भी समझेंगे ।
अंत में आप Car Dealers से बातचीत करके एक सही दाम में कार का मूल्य तय करेंगे तब जाकर कार खरीदेंगे । लेकिन अगर आपको Financial Education की जानकारी नहीं है तो आपको आसानी से गुमराह किया जा सकता है और आपको भारी नुकसान भी हो सकता है । इसलिए वित्तीय साक्षरता बहुत आवश्यक है खासकर कि मिडिल क्लास और गरीब परिवारों के लिए । उम्मीद है कि आप वित्तीय साक्षरता क्या है समझ गए होंगे ।
Financial Education का महत्व
Financial Education या Financial Literacy का हमारे जीवन में काफी महत्व है । चलिए बिंदुवार क्रम में जानते हैं कि वित्तीय शिक्षा का महत्व क्या है:
- वित्तीय साक्षरता सही फाइनेंशियल डिसीजन लेने में मदद करता है ताकि आप धन का सही से प्रबंधन कर सकें, बचत कर सकें और भविष्य सुरक्षित कर सकें
- इसकी मदद से आप रोजाना होने वाले खर्चों को भी मैनेज कर पाते हैं और साथ ही फाइनेंस से जुड़े कई पहलुओं के बारे में जागरूक हो पाते हैं
- यह आपके अंदर फाइनेंशियल स्ट्रेस को भी कम करता है जिससे आप अच्छा जीवन जी पाते हैं
- वित्तीय शिक्षा कर्ज से बचना, अपने बजट के हिसाब से निर्णय लेना और भविष्य के लिए बचत करना जैसे महत्वपूर्ण सीख देता है
- फाइनेंशियल एजुकेशन की वजह से व्यक्ति ज्यादा बेहतरीन वित्तीय निर्णय लेते हैं जो प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से देश की अर्थव्यवस्था में योगदान देता है
- फाइनेंशियल एजुकेशन किसी भी प्रकार के फ्रॉड से बचाता है और धोखाधड़ी की पहचान करने में सक्षम बनाता है
Elements of Financial Education
अगर आप Financial Education को ठीक से समझना चाहते हैं तो नीचे दिए तत्वों की जानकारी आपको होनी चाहिए । दूसरे शब्दों में इसे हम वित्तीय शिक्षा की विभिन्न विधियां भी कहते हैं । चलिए संक्षेप में इसके बारे में समझते हैं ।
1. Budgeting
बजट बनाना आपके पैसे खर्च करने की योजना बनाने की प्रक्रिया है । इसमें आपके पास कितना धन मौजूद है और आप उसे किस प्रकार खर्च करेंगे, इसकी पूरी योजना है Budgeting कहलाती है । इसकी मदद से यह निर्धारित करने में यह मदद मिलती है कि क्या आपके लिए जो कार्य जरूरी हैं, उन्हें करने के लिए आपके पास पर्याप्त धन मौजूद होगा ?
मान लेते हैं कि आप 20,000 रुपए महीना कमाते हैं लेकिन बिजली किराया से लेकर मनोरंजन तक, आपके कुल 14,000 रुपए खर्च हो जाते हैं । तो बजट बनाने के लिए आपको अपनी आय में से व्यय को घटाना है जिसके पश्चात आपके पास 6,000 रुपए बचेंगे । इस बचे हुए रुपए का सही इस्तेमाल भी बजट बनाने का ही एक हिस्सा है ।
2. Saving
अगर आप सिर्फ कमा रहे हैं और सारे पैसे खर्च हो जा रहे हैं तो वाकई आगे जाकर आपको काफी दिक्कत होगी । इसलिए बचत करना बहुत जरूरी होता है, भले ही वह 500 रुपए/प्रतिमाह ही क्यों न हो । इससे न सिर्फ आपका भविष्य सुरक्षित होगा बल्कि आपातकालीन स्तिथि में भी आपको किसी पर निर्भर नहीं होना होगा । Financial Education के तहत बचत करना इसीलिए काफी महत्वपूर्ण हो जाता है ।
बचत की मदद से ही आप पैसे से पैसा बना सकते हैं, हालांकि यह प्रक्रिया थोड़ी लम्बी जरूर होती है लेकिन लंबी अवधि में आपको काफी फायदा होता है । आपको यही सलाह दी जाती है कि आपकी इनकम चाहे जितनी भी हो, आपको कुछ न कुछ धनराशि बचत के रूप में अलग रखनी चाहिए ।
3. Investing
बचत के पैसों का सही इस्तेमाल है निवेश करना । निवेश करने का अर्थ उन संपत्तियों में पैसा लगाने से है, जिसमें उम्मीद है कि यह आपको फायदा देगा । ज्यादा आसान भाषा में कहें तो अपनी बचत के पैसे से पैसा बनाना ही निवेश कहलाता है । अगर आप लंबी अवधि में अच्छा खासा पैसा बनाना चाहते हैं, अपने महंगे सपने पूरे करने चाहते हैं तो निवेश जरूर करें ।
Financial Education के अंतर्गत निवेश और इसके फायदों को समझना, सही प्लेटफॉर्म पर पैसा लगाना और पैसे से पैसा बनाना आता है । आज के समय में आपको इंटरनेट पर कई निवेश प्लेटफॉर्म आसानी से मिल जायेंगे, परंतु सही प्लेटफॉर्म की तलाश करना भी फाइनेंशियल एजुकेशन का ही हिस्सा है ।
4. Debt Management
अगर आप किसी भी धनवान व्यक्ति या विद्वान व्यक्ति से कोई अच्छी वित्तीय सलाह मांगेंगे तो उसका जवाब एक ही होगा, कर्ज से बचने की कोशिश करें । वित्तीय शिक्षा के अंतर्गत Debt Management यानि ऋण प्रबंधन एक महत्वपूर्ण पाठ है जिसे सही से समझना बहुत जरूरी है ।
Financial Education में यह महत्वपूर्ण है क्योंकि यह आपको वित्तीय संकटों से बचने और वित्तीय स्थिरता प्राप्त करने में मदद कर सकता है । ऋण प्रबंधन का सबसे महत्त्वपूर्ण बिंदु यही है कि कर्ज से बचें और अगर कर्ज ले लिया है तो जल्द से जल्द भरने की कोशिश करें ।
5. Financial Planning
Financial Planning के अंतर्गत सबसे पहले अपनी वित्तीय स्तिथि जिसमें आय, व्यय, ऋण और बचत शामिल है, उसका मूल्यांकन करना और फिर भविष्य में आप क्या हासिल करना चाहते हैं, उसकी योजना तय करना है । यह एक सतत प्रक्रिया है जिसमें अपनी प्रगति की निगरानी करना और अपनी योजना को आवश्यकतानुसार समायोजित करना महत्वपूर्ण है ।
वित्तीय स्थिरता और सफलता प्राप्त करने के लिए Finance Planning एक महत्वपूर्ण तत्व है । अपने वित्तीय भविष्य के लिए एक योजना बनाकर, आप यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि आप अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने और प्रबंधित करने में सक्षम हैं । फाइनेंशियल एजुकेशन के महत्व को देखते हुए स्कूली बच्चों के लिए वित्तीय साक्षरता की पढ़ाई अनिवार्य कर दी जानी चाहिए ।
Digital Financial Education in India
Digital Financial Services के तेजी से विकास और स्मार्टफोन और इंटरनेट के बढ़ते उपयोग के कारण डिजिटल वित्तीय शिक्षा भारत में काफी महत्वपूर्ण हो गई है । सरकार और एनजीओ मिलकर कई प्रोग्राम चला रहे हैं जिसके अंतर्गत खासकर कि उच्च स्तरीय शिक्षा ग्रहण कर रहे छात्रों को डिजिटल वित्तीय साक्षरता प्रदान की जा रही है ।
भारत सरकार ने देश में डिजिटल वित्तीय शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कई पहलें शुरू की हैं । Pradhan Mantri Gramin Digital Saksharta Abhiyan (PMGDISHA) का नाम खासकर कि भारत के ग्रामीण इलाकों में डिजिटल वित्तीय साक्षरता को बढ़ावा देने के लिए शुरू किया गया एक प्रोग्राम है । इसके अंतर्गत अबतक 6 करोड़ ग्रामीण परिवार कवर किए गए हैं ।
इसके अलावा National Digital Literacy Mission (NDLM) भी देश में वित्तीय साक्षरता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से चलाया गया है । इनका मुख्य उद्देश्य न सिर्फ भारत वासियों को डिजिटल वित्तीय सेवाओं के प्रति जागरूक बनाना है बल्कि उन्हें होने वाले डिजिटल फ्रॉड से भी बचाना है ।
Financial Education Books in Hindi
किताबों की मदद से आप बड़े ही आसानी से फाइनेंशियल एजुकेशन को समझ सकते हैं । Financial Education Books तो ढेरों हैं लेकिन हम आपको कुछ खास किताबों की सूची नीचे दे रहे हैं जिन्हें आप पढ़कर वित्तीय शिक्षा के बारे में समझ सकते हैं ।
ये किताबें सिर्फ और सिर्फ Commerce Background वालों के लिए ही नहीं है, इन्हें आम पाठक भी पढ़ सकते हैं:
- फाइनेंशियल मैनेजमेंट
- कैपिटलाइज़ेशन
- मैनेजमेंट ऑफ़ वर्किंग कैपिटल
- रिच डैड पूअर डैड
- थिंक एंड ग्रो रिच
ये किताबें आपको आसानी से Amazon और Flipkart पर मिल जायेंगी । इसके अलावा अगर आप किताबें नहीं खरीदना चाहते हैं तो KukuFM की मदद से कई फाइनेंशियल एजुकेशन से सम्बन्धित किताबों की समरी सुन सकते हैं ।
Financial Education कैसे सीखें ?
अगर आप वित्तीय शिक्षा ग्रहण करना चाहते हैं तो किसी अच्छे कॉलेज/यूनिवर्सिटी में मैनेजमेंट और फाइनेंस जैसे विषयों में दाखिला ले सकते हैं । इसके अलावा आप चाहें तो ऑनलाइन कोर्स भी घर बैठे कर सकते हैं । अगर आप किसी कारणवश फाइनेंशियल एजुकेशन सीखने के लिए कॉलेज/यूनिवर्सिटी में एडमिशन नहीं लेना चाहते हैं तो नीचे दिए कोर्स करें:
ये सभी वीडियो कोर्स हैं जिन्हें आप बिल्कुल मुफ्त में YouTube की मदद से कर सकते हैं । ये तीनों वीडियो आपके लिए फाइनेंशियल एजुकेशन को सही से समझने में काफी कारगर साबित होंगी । इनके अलावा NSEIndia की मदद से भी पूरा कोर्स बिल्कुल मुफ्त के कर सकते हैं जोकि काफी professional और in depth है ।
Financial Education Tips in Hindi
Financial Education की कुछ महत्वपूर्ण बातें हैं जिन्हें हमने नीचे summarise किया है । वित्तीय शिक्षा के अंतर्गत भी आपको यही बातें सिखाई जायेंगी:
- हर महीने की शुरुआत में एक बजट जरूर बनाएं ताकि आप आसानी से अपने आय, व्यय, ऋण और निवेश को ट्रैक कर सकें
- हर महीने बचत की आदत डालें और कोशिश करें कि आप हर महीने कुछ न कुछ बचत कर रहे हों
- निवेश की जानकारी प्राप्त करें और नियमित तौर पर निवेश करें । इससे आप अपना भविष्य सुरक्षित कर सकते हैं और अपने महंगे सपने पुरे कर सकते हैं
- पहले उच्च-ब्याज ऋण का भुगतान करें और अगर मुमकिन हो सके तो ऋण से हमेशा बचने की कोशिश करें
- आपातकालीन परिस्थितियों के लिए कम से कम 3 महीने के खर्च तक के लिए बचत अलग से रखें ताकि आपको किसी प्रकार की कोई दिक्कत न हो
- टैक्स के बारे में समझें और इसे कम करने की रणनीतियों पर काम करें
- रिटायरमेंट की प्लानिंग शुरू से ही करनी शुरू कर दें