Blogging के फील्ड में अगर सबसे ज्यादा किसी टॉपिक पर पोस्ट लिखी गई है तो वह है Search Engine Optimization in Hindi के ऊपर । इंटरनेट पर लोग इससे जुड़े ढेरों प्रश्न पूछते हैं । इनमें सबसे common प्रश्न हैं –
- सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन क्या है ?
- search engine Optimization tutorial in Hindi
- SEO kaise kre ?
ऊपर दिए गए कुछ Common Questions हैं जिसे आप लोग अक्सर पूछते हैं । आज हम आपको SEO से जुड़े हर प्रश्न का विस्तार से उत्तर देंगे । बस आप एक बात समझ लें कि Search Engine Optimisation यानि कि SEO से अपने वेबसाइट को Google के SERP में पहले नंबर पर रैंक करने का कोई भी secret नहीं है । कई बार ऐसा देखा गया है कि जब लोगों के posts गूगल में सही पोजिशन में रैंक नहीं करता है तो वे सोचते हैं कि ranking के लिए कोई Secret बात है , जिसे छुपाया जाता है ।
ऐसी बिल्कुल भी बात नहीं है । इस पोस्ट में हम आपको कुछ सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन के बारे में विस्तार से बताएंगे , इसके साथ ही आपको ढेरों tips भी बताएंगे । अगर आप हमारे द्वारा बताए गए tips और बातों को सही से मान कर Blogging करते हैं तो आपका आर्टिकल / पोस्ट जरूर बेहतर Position पर रैंक होगा । अगर आप पूरा आर्टिकल नहीं पढ़ना चाहते तो Table Of Contents से आपको जो जानकारी चाहिए , उस लिंक पर क्लिक करके information Access कर सकते हैं । तो चलिए शुरू से शुरू करते हैं –
Search Engine Optimization क्या है ?
Search engine optimization ( SEO ) एक प्रेक्टिस है जिसकी मदद से किसी भी वेबसाइट के ट्रैफिक की Quality और Quantity को organic search engine result की मदद से बढ़ाया जाता है । SEO की मदद से अपने ऑनलाइन कंटेंट को Search Engines के लिए ऑप्टिमाइज़ किया जाता है ।
अगर आप search engine optimization करना चाहते हैं तो आपको समझना होगा कि Search Engines जैसे Google , Bing , Yahoo , DuckDuckGo कैसे काम करते हैं –
Search Engines कैसे काम करते हैं ?
Search Engines के तीन Functions होते हैं –
1. Crawling : Search Engines के bots या spiders इंटरनेट पर उपलब्ध सभी online contents को सही से inspect करते हैं । ये किसी भी online content के लिंक से होकर crawling का काम करते हैं ।
2. indexing : Crawling के बाद indexing का काम किया जाता है । इसमें जितने भी डाटा जुटाए गए होते हैं , उन्हें सही तरीके से ऑर्गनाइज किया जाता है । इन्हें ऑर्गनाइज इस तरह से किया जाता है जिससे कि यूजर के सर्च क्वेरी को सही वेब पेज द्वारा उत्तर दिया जा सके ।
3. Rank : Data को सही तरीके से organise करने के बाद Ranking Process शुरू होती है । इसमें किसी भी इंटरनेट यूजर के search query को ध्यान में रखकर organised data में से सबसे बेहतरीन relevant web pages को SERP में रैंक किया जाता है । इनमें सबसे ऊपर Most Relevant Web Pages से लेकर Least Relevant Pages को रैंक किया जाता है ।
तो कोई भी Search Engine बिल्कुल ऊपर बताए तरीके से काम करता है और किसी भी यूजर के सर्च क्वेरी का सही उत्तर SERPs में डिस्प्ले करता है । Search Engine Optimization ( SEO ) को बेहतरीन तरीके से समझाने के लिए , आपको यह बताना बेहद जरूरी था । इस तरह आप समझ गए होंगे कि आप का कंटेंट कैसे Crawl , Index और Rank होता है ।
Search Engine Optimization क्यों जरूरी है ?
Search Engine Optimization के ढेरों महत्व है –
1. इंटरनेट पर अपनी पहचान बनाने के लिए
Search Engine Optimization की मदद से आपकी वेबसाइट इंटरनेट पर बेहतर पोजिशन पर रैंक होगी । इससे आपके वेबसाइट की इंटरनेट पर पहचान बनेगी । SEO की ही वजह से आप इंटरनेट पर बेहतर रैंक पा सकते हैं । हर Blogger की ख्वाहिश होती है कि वह लोगों के Queries का सही उत्तर दे और इंटरनेट पर उसकी पहचान स्थापित हो । यह तभी संभव है जब आप अपने वेबसाइट का SEO करते हैं ।
Hubspot की एक Report के मुताबिक , Google पर हर सेकंड में 34,000 searches किए जाते हैं । इसके साथ ही किसी भी Search Query का उत्तर जानने के लिए 75% लोग कभी भी दूसरे Search Result Page को नहीं देखते । इसलिए SEO का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आप अपनी वेबसाइट को पहले पेज पर रैंक करा सकते हैं । इस तरह से आपके वेबसाइट की Visibility में इजाफा होगा ।
2. Organic Traffic बढ़ाने के लिए
कौन नहीं चाहता कि उसकी वेबसाइट पर हजारों लाखों की संख्या में Organic Traffic आए । यही एक प्रकार की traffic होती है जिससे हम Frustrate और irritate होने के बजाय , जश्न मनाते हैं । इसलिए अगर आपको अपने वेबसाइट पर ढेरों की संख्या में Organic Traffic लानी है तो आपको SEO करना होगा ।
Search Engine Watch की एक Report के मुताबिक , SERP में पहले पेज पर रैंक करने वाली वेबसाइट लगभग 33% traffic पाती है । इसके बाद के pages के traffic drop देखी गई है । आप नीचे के data से यह समझ सकते हैं –
3. Authority बढ़ाने के लिए
अगर आप चाहते हैं कि आपकी वेबसाइट के ज्यादातर वेब पैजेस SERPs में रैंक हो तो आपको SEO करना होगा । आपके ज्यादा से ज्यादा web pages गूगल में तभी रैंक करते हैं , जब आपके वेबसाइट की authority बेहतर होती है । अगर आपके वेबसाइट की Authority आपके competitiors से कम है , तो आपके SERPs में बेहतर Ranking मिलनी मुश्किल है ।
इसलिए Search Engine Optimization करना बहुत ज्यादा जरूरी है । किसी भी वेबसाइट की अथॉरिटी बढ़ने का मतलब है कि लोग उस वेबसाइट पर ज्यादा भरोसा करते हैं , ज्यादा useful information मिलता है , लोगों के प्रश्नों का सही उत्तर देता है , इत्यादि । आप हमारा Domain Authority कैसे बढ़ाएं ? का हिंदी गाइड पढ़ सकते हैं जिससे आपको काफी मदद मिलेगी ।
तो अब आप समझ गए होंगे कि Search Engine Optimization आपकी वेबसाइट के लिए कितना ज्यादा जरूरी है । तो चलिए अब बात करते हैं कि सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन कितने तरह के होते हैं ?
Search Engine Optimization कितने प्रकार के होते हैं ?
अब हम आपको बताने वाले हैं कि Search Engine Optimization क्या है और यह कितने प्रकार के होते हैं । इसके साथ ही हम आपको कुछ बेहद ही जरूरी SEO tips in Hindi भी देंगे । तो सबसे पहले बात करते हैं कि सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन दो प्रकार का होता है –
1. On – Page search engine optimization
On – Page SEO का मतलब होता है कि जब हम अपने वेबसाइट के internal contents को search engines के लिए ऑप्टिमाइज़ करने का काम करते हैं । On Page SEO आपके Content और HTML दोनों को ऑप्टिमाइज़ करने का एक प्रैक्टिस होता है ।
तो चलिए अब बात करते हैं कि On – Page SEO के लिए कौन कौन से Tips हैं ? यह जानना आपके लिए बहुत ही ज्यादा जरूरी है तभी आप सही तरीके से अपने वेबसाइट के कंटेंट को search engines के लिए ऑप्टिमाइज़ कर सकते हैं । तो On Page SEO के लिए tips हैं –
1. अपने वेबसाइट के लोड स्पीड को बढ़ाने पर ध्यान दें
क्या आपको पता है कि आपके वेबसाइट की स्पीड आपके पूरे Search Engine Optimization पर प्रभाव डालती है । गूगल ने 2010 से Page Speed को एक रैंकिंग फैक्टर मानना शुरू किया था । इसलिए अगर आपकी वेबसाइट Slow है , तो आपका Search Ranking और Overall SEO भी खराब होगा ।
अगर आपकी वेबसाइट 3 सेकंड से ज्यादा का समय load होने में ले रही है तो आपकी Search Ranking पर negative effect पड़ेगा । चलिए आपकी ही बात कर लेते हैं ! जब कभी आप इंटरनेट पर कुछ खोज रहे होते हैं और कोई वेबसाइट जल्दी लोड नहीं होती तो आप क्या करते हैं ? हां , ज्यादातर लोग Back का बटन दबाते हैं । अगर आपकी वेबसाइट slow है तो अन्य यूजर्स भी यही करेंगे ।
इसलिए आपको अपने वेबसाइट की load speed को बढ़ानी चाहिए । इसके अलावा हम आपको कुछ Quick Tips भी दे देते हैं –
- अपने वेबसाइट पर बेमतलब की images का बिल्कुल भी उपयोग न करें । इसके अलावा images को compress करना बिल्कुल भी न भूलें ।
- बेहतरीन CDN ( Content Delievery Network ) का यूज करें ।
- अपने वेबसाइट पर Caching को enable करें । इसके लिए आप W3 Total Cache जैसे plugins का इस्तेमाल कर सकते हैं ।
- आप अपने वेबसाइट पर जरूरत के हिसाब से AMP ( Accelerated Mobile Pages ) को भी इनाबल कर सकते हैं ।
2. Search intent पर फोकस करें
ऊपर दी गई तस्वीर जोकि Webmasters.googleblog का एक स्क्रीनशॉट है , में आप देख सकते हैं कि गूगल Search Intent को Rankings के लिए एक Strong Signal मानता है । अगर आप सोचते हैं कि सिर्फ Keywords की ही मदद से आप किसी Query के लिए रैंक कर जाएंगे तो आप गलत है । अब यूजर्स के search intent को भी ध्यान में रखा जा रहा है ।
Search Intent को आप इस तरह समझें कि किसी यूज़र ने ” Quick egg recipe ” सर्च किया । इसके पीछे उसका search intent किसी 25 – 30 मिनट के egg recipes का देखने को बिल्कुल भी नहीं है । उसे कम से कम समय में किसी प्रकार की egg recipe के बनने का वीडियो देखना है । ऐसे में जो वेबसाइट्स यूजर के इस search intent को समझेंगी , वे Search Rankings में high rank करेंगी ।
इसलिए हमेशा user के search intent को समझने की कोशिश करें । इसके लिए आप किसी keyword पर टॉप पर रैंक हो रही वेबसाइट को एनालाइज कर सकते हैं । आपको बस उस टॉप रैंकिंग वेबसाइट से ज्यादा बेहतर करना है ।
3. Keywords का सही से इस्तेमाल करें
On – Page SEO में Keywords की भूमिका हमेशा रहती है । अगर आप Strategically अपने targeted keywords को प्लेस करते हैं तो आपकी SERPs ( Search Engine Result Pages ) में high rank करने के chances बढ़ जाएंगे ।
हमने आपको ऊपर बताया कि Keywords से ज्यादा अब गूगल search intent को ज्यादा महत्व देता है । परन्तु , अभी भी Keywords की भूमिका बनी ही रहेगी । इसे एक Example के तौर पर देखें तो मान लीजिए आपने गूगल में ” How Artificial intelligence inspiring modern technology ” search किया । इस Query के लिए सबसे पहले web result को मैंने नीचे जोड़ा है ।
इसमें आप देख सकते हैं कि Main Keyword को अच्छे तरीके से Title Tag , permalink ( url ) और Meta Description में उपयोग किया गया है । इसके साथ ही कंटेंट में भी इन keywords का इस्तेमाल हुआ है । इसलिए User Intent के साथ ही Keywords को एनालाइज करना और सही तरीके से place करना भी बहुत जरूरी है ।
हालांकि , पहले के मुताबिक अब Keywords का उतना मतलब नहीं रह गया है । Google इतना स्मार्ट हो चुका है कि उसे अब पता है कि कौन कौन से web pages यूजर के search query / intent को ज्यादा बेहतर से satisfy करेंगे । आपको इसके लिए Keyword research कैसे करें पोस्ट पढ़ना चाहिए ।
4. वेब पेज की images का सही से alt tags दें और उन्हें compress करें
अगले On – Page SEO की बात करें तो आपको वेबसाइट के images का सही तरीके से alt tags देना चाहिए । इसके अलावा आप उनको ढेरों इंटरनेट टूल्स की मदद से compress कर सकते हैं । ध्यान रखें कि images को बिना compress किए अपलोड न करें । सबसे पहले आपको अपने images के size और shape को कंप्रेस करना चाहिए । Image optimisation के लिए यह सबसे बेहतर SEO technique है । खुद John Muller ने इसके बारे में टिप्पणी की है –
Alt text is extremely helpful for Google Images — if you want your images to rank there. Even if you use lazy-loading, you know which image will be loaded, so get that information in there as early as possible & test what it renders as.
— ? John ? (@JohnMu) September 4, 2018
आपकी ये छोटी छोटी चीजें , आपके वेबसाइट के लिए बहुत ही ज्यादा हेल्पफुल साबित होंगी । WHO ( World Health Organisation ) की एक रिपोर्ट के मुताबिक , दुनिया भर में कुल 285 मिलियन visually impaired लोग हैं जिन्हें देखने में किसी न किसी प्रकार की समस्या आती है । इंटरनेट पर content को access करने के लिए Screen Reader इत्यादि का उपयोग करते हैं ।
अगर आप अपनी images का सही तरीके से alt tags देते हैं तो visually impaired लोग बिना image के लोड हुए बिना भी जान जाएंगे कि तस्वीर किस बारे में है । इसके साथ ही अपने वेबसाइट के images को optimise करने से आपकी Search Traffic में भी बढ़ोत्तरी होगी । Neil Patel के एक report के मुताबिक , images की वजह से web pages पर हर दिन 1 billion से ज्यादा page views आते हैं । इस तरह आप समझ सकते हैं कि यह कितना ज्यादा जरूरी है ।
5. अपने वेबसाइट के कंटेंट को Simple और Readable रखें
On – page SEO में यह फैक्टर बहुत बड़ी भूमिका निभाता है । अगर आपका कंटेंट Simple और Readable नहीं है तो लोग आपकी वेबसाइट पर नहीं टिकेंगे । गूगल सबसे ऊपर user experience को रखता है और यह किसी भी वेब पेज की रैंकिंग को भी डिसाइड करता है । इसलिए आगे आपका content बेहतर है , engaging और enjoyable है तो आपका user session और engagement बढ़ेगा ।
Google को यह सिग्नल जाएगा कि आपकी वेबसाइट ज्यादा हेल्पफुल है क्योंकि लोग आपकी वेबसाइट से interact और engage हो रहे हैं । अपने वेबसाइट को ज्यादा engaging और चीजों को सिम्पल रखने के लिए आपको –
- Paragraphs को छोटा रखना चाहिए ।
- Paragraphs के बीच में headings और subheadings का उपयोग करते रहना चाहिए ।
- ज्यादा भारी भरकम शब्दों के उपयोग से बचना चाहिए ।
- ज्यादा से ज्यादा visual graphics ( जब जरूरी हो ) का उपयोग करना चाहिए । खासकर कि infographics , charts , graphs और youtube videos आपकी वेबसाइट का interaction और engagement रेट बढ़ाने में helpful होंगे ।
6. Permalinks में keywords को यूज करें
अगर आप On Page SEO करना चाहते हैं तो आपको अपने posts और pages के permalink में targeted keywords का यूज करना चाहिए । इसके साथ ही अपने permalinks को ज्यादा बड़ा न होने दें ।
जब Search Engines किसी यूज़र के query के लिए web pages को रैंक करती हैं तो इसका भी ध्यान रखा जाता है । अगर आप अपने permalinks को short और keyword targeted रखते हैं , तो Search Engines और यूजर्स को आपका कंटेंट ज्यादा relevant लगेगा । इसके साथ ही अगर आप अपने permalinks को short रखते हैं तो यह search result pages में भी सही से डिस्प्ले होगा ।
7. ब्लॉग के कंटेंट के लिए Schema Markup का उपयोग करें
अगर आप गूगल के SERPs में बेहतर पोजिशन पर रैंक करना चाहते हैं तो आपको अपने वेब पेजेस के लिए Schema Markup का इस्तेमाल करना चाहिए । इसकी मदद से search engines को आपका कंटेंट समझने में ज्यादा आसानी होगी । अब जैसे कि आप गूगल में Buttur Chicken Masala recipe सर्च करते हैं तो आपको कुछ इस तरह के results देखने को मिलेंगे –
आप ऊपर जो भी कंटेंट देख रहे हैं , ये Schema Markup की वजह से ऐसे डिस्प्ले हो रहे हैं । Schema Markup का Search Engine Optimization में बहुत बड़ा योगदान है और रहेगा । आप भी अपने वेब कंटेंट को Schema Markup की मदद से Structure कर सकते हैं । आप चाहें Book की वेबसाइट चलाते हों या Recipes की , आपको हर तरह के Schema Markups मिल जाएंगे ।
अगर आप WordPress पर ब्लॉगिंग करते हैं तो आपको Schema & Structured Data for WP & AMP का उपयोग करना चाहिए । यह इंटरनेट पर उपलब्ध अभी तक का सबसे बेस्ट Data Structure Plugin है । इसकी मदद से Search Engine Optimization में काफी मदद मिलती है । यह Search snippets पर रैंक करने में मदद करता है ।
इस पोस्ट से जुड़ी जानकारी –
- Hindi या English : किस भाषा में Blogging करें और क्यों ?
- ( Updated ) Blogging में beginners के लिए 16 सबसे जरूरी tips
- Keyword Research कैसे करें ? कीवर्ड रिसर्च के लिए Free Tools कौन से हैं
- Blog Posts कैसे लिखें ? SEO friendly blog posts लिखें जो रैंक हो
- SEO ( Search Engine Optimization ) के लिए top 7 tools | Hindi Guide 2020
तो यह रहा हमारा Search Engine Optimization करने के लिए On Page SEO गाइड । तो चलिए अब बात करते हैं कि Off Page SEO क्या है और आपको इसे कैसे करना चाहिए !
2. Off Page search engine optimization
Off Page SEO का मतलब होता है जब आप अपने वेबसाइट के बाहर अगर आप कुछ ऐसे actions लेते हैं जिनसे आपकी आपकी वेबसाइट search engines के लिए optimise हो और ranking boost हो । Off Page नाम से ही पता चलता है कि उस प्रकार का Search Engine Optimization जो वेबसाइट से बाहर की गई हो ।
Off Page SEO की मदद से आप गूगल के crawlers को बताते हैं कि आपकी वेबसाइट कितना ज्यादा authoritative और popular है । इसमें Link Buliding , Social Share , Guest Posting और Branding का काम करते हैं । तो चलिए अब बात करते हैं कि Off Page SEO कैसे किया जाता है और इसके क्या क्या Techniques हैं –
1. Social Media Marketing से जुड़ें
Off Page SEO करने के लिए आपको Social Media Marketing करना चाहिए । Social Media Marketing की मदद से आप अपने वेबसाइट के Trust और Authority को boost कर सकते हैं । इसके साथ ही आप अपने वेबसाइट पर inorganic traffic भी भेज सकते हैं । Search engine optimization करने के लिए social media marketing से जुड़ना अतिआवश्यक है ।
आपके वेबसाइट की Strong Social Media Presence की वजह से आपका Brand Awareness बढ़ेगा और लोग आपकी साइट को जरूर visit करेंगे । इससे आपके वेबसाइट की traffic बढ़ेगी जिसका मतलब है कि इससे Search Rankings भी improve होंगी । Social Media Marketing के सफलता पाने के लिए आपको Shareable Contents को produce करना चाहिए । अगर आपका कंटेंट helpful , engaging , interactive और interesting रहेगा तो लोग उसे अवश्य शेयर करेंगे ।
2. Guest Posting करें
Off Page SEO के लिए Guest Blogging सबसे बेस्ट technique है । इसकी मदद से आप आसानी से अपने वेबसाइट की authority और brand awareness को बढ़ा सकते हैं । इसके अलावा link building के लिए , आज के समय में यह सबसे ज्यादा effective माना जाता है ।
इंटरनेट पर ढेरों ऐसी websites हैं जो Guest Posting को एक्सेप्ट करती है । आप अगर किसी अन्य वेबसाइट / ब्लॉग के लिए लिखते हैं तो आपको एक backlink दिया जाता है । इससे आपकी brand reputation बढ़ती है और अपने वेबसाइट को अन्य वेबसाइट पर feature करने का मौका भी मिलता है । Guest Posting के लिए आपको –
- सबसे पहले अपने Niche के top 10 वेबसाइट्स को एनालाइज करना चाहिए ।
- एनालाइज करते समय आपको यह देखना है कि ये sites कहां से backlinks ले रही हैं । इसे अल आसानी से ubersuggest की मदद से जान सकते हैं ।
- इसके बाद जहां से इन sites को backlinks मिल रही हैं , उनसे Contact Form या Email से संपर्क करें और उन्हें Guest Posting के लिए बोलें ।
- Guest Posting के लिए हमेशा High Quality , in depth पोस्ट लिखें । इसमें Graphics को include करना न भूलें ।
3. Blog Commenting करें
Off Page SEO की बात करें तो Blog Commenting एक जबरदस्त White Hat SEO technique है । इसकी मदद से आप अपने वेबसाइट के लिए link juice पास कर सकते हैं । हालांकि , कई लोग Blog Commenting का गलत उपयोग करके इसे Black Hat SEO का एक पार्ट बना देते हैं ।
Blog Commenting करते समय आपको ध्यान रखना है कि आपके comments बिल्कुल भी spammy नहीं होने चाहिए । इसके साथ ही हर Comment में अपने blog के url को न डालें । Blog commenting करने के लिए पूरे पोस्ट के बारे में आप क्या सोचते हैं , आपका क्या सुझाव है , आपके क्या प्रश्न हैं , इत्यादि लिखें । इसके साथ ही आप अपने वेबसाइट के बारे में भी बात कर सकते हैं । Website का url जब बहुत ज्यादा जरूरी हो तभी डालें ।
तो यह रहा हमारा Off Page SEO Guide जिसमें हमने आपको विस्तार से बताया कि यह क्या होता है और इसे कैसे करना चाहिए । अब हम इस Search Engine Optimization के अंतिम भाग यानि कि Technical SEO की बात करेंगे ।
3. Technical Search engine optimization
Technical SEO एक प्रोसेस है जिसकी मदद से Search Engines के लिए वेबसाइट की Crawling और indexing को आसान बनाने का काम किया जाता है । इसकी मदद से Search Engines के bots आसानी से आपके कंटेंट को crawl , index , interpret और rank कर सकते हैं ।
आपको नाम से ही पता चल रहा होगा कि यह Technical Improvements और steps पर focus होता है । इससे आपके Original Web Content और website promotion से कुछ लेना देना नहीं होता है । इसकी मदद से अपने वेबसाइट को अच्छे से structure और searchable बनाने का काम किया जाता है । तो चलिए बात करते हैं कि Technical SEO के क्या क्या Techniques हैं –
1. Search Engines के लिए अपनी वेबसाइट को crawlable बनाएं
Technical SEO में यह स्टेप सबसे ज्यादा इंपॉर्टेंट हैं । Search Engine Optimization का यह सबसे महत्वपूर्ण पार्ट है । आपको Search Engines के लिए अपनी वेबसाइट को crawlable बनाना चाहिए । इससे Engines के crawlers / bots को आपका कंटेंट crawl और index करने में आसानी रहेगी ।
Crawlers इंटरनेट पर मौजूद सभी कंटेंट को उनके links से crawl करने का काम करती हैं । अगर आप अपने वेबसाइट में जबरदस्त internal linking करनें का काम करते हैं तो आपके contents आसानी से crawl किए जा सकेंगे । इसके अलावा internal linking की मदद से गूगल को आपके वेबसाइट के बारे में समझने में आसानी होती है । अगर आप चाहें तो अपने वेबसाइट के कुछ कंटेंट को crawlers से crawl होने से बचा भी सकते हैं । इसके लिए आपको –
- अपने robot.txt फाइल को अपने हिसाब से customise कर सकते हैं ।
- Robot Meta Tags को अपने वेबसाइट के कंटेंट को ब्लॉक करनें के लिए उसमें बदलाव कर सकते हैं ।
हम इसके लिए आपको Yoast SEO प्लगइन का सुझाव देंगे । अगर आप Blogspot यूजर हैं तो आप अपने dashboard की settings में जाकर robot.txt फाइल को कस्टमाइज कर सकते हैं ।
2. Dead Links को वेबसाइट से रिमूव करें
Technical SEO में अगला नंबर आता है Broken / dead links को फिक्स या रिमूव करने का । आपको अपने वेबसाइट पर मौजूद सभी broken / dead links को fix या remove कर देना चाहिए । Broken या dead links की वजह से 404 error code दिखाई देता है ।
अगर Search Engines को आपकी वेबसाइट पर dead / broken links मिलेंगे तो आपकी rankings प्रभावित हो सकती है । Dead या broken links को रिमूव या फिक्स करने के लिए आपको –
- सबसे पहले tools जैसे Broken Link Checker जैसे प्लगइन का इस्तेमाल कर सकते हैं । इसके अलावा आप Broken Link Check वेबसाइट को भी विजिट कर सकते हैं ।
- इन tools की मदद से आप पता लगा सकते हैं कि आपकी वेबसाइट पर कितने और कौन कौन से broken links हैं ।
- Broken links का पता लगने के बाद आपको इन लिंक्स को डिलीट या move कर देना चाहिए । परन्तु , इसके बाद आपको Redirect का जरूर इस्तेमाल करना चाहिए । इसके लिए आप Redirection Plugin का इस्तेमाल कर सकते हैं ।
3. वेबसाइट पर duplicate content को न रखें
आपको अपने वेबसाइट पर डुप्लीकेट कंटेंट नहीं रखना चाहिए । गूगल को इससे negative signal जाता है और आपकी Search Ranking बुरी तरह से प्रभावित होगी । गूगल ने 2011 में Panda Algorithm Update लाया था जिसका मुख्य मकसद Duplicate Content वाली वेबसाइट्स को penalise करना था । इसलिए Duplicate Content Creation से बचें ।
इसके लिए आप Yoast SEO प्लगइन की मदद ले सकते हैं । इसकी मदद से आप आसानी से अपने हर वेब पेज का एक Original Canonical Tag सेट कर सकते हैं । हालांकि , Dafault के तौर पर , Yoast SEO आपके पेजेस के Canonical Tags सेट करता है जिससे कि Content Duplication की समस्या नहीं रहती है । अगर आप अपने वेबसाइट के Search engine optimization को सही दिशा में रखना चाहते हैं तो duplicate content को भूल जाएं ।
4. अपने वेबसाइट में HTTPS का उपयोग करें
Technical SEO में आपको अपने वेबसाइट की Security पर भी ध्यान देना होगा । अगर आपकी वेबसाइट में security नहीं है और Google के साथ ही Visitors भी आपका पेज पर ट्रस्ट नहीं करेंगे । आपको अपने वेबसाइट के लिए SSL ( Socket Secure Layer ) खरीदना चाहिए । गूगल ने किसी भी साइट के ranking factors में वेबसाइट का HTTPS Secured होना भी एक फैक्टर माना है ।
अगर आपका Budget Low है तो आप Cloudfare से फ्री में SSL खरीद कर अपने वेबसाइट को HTTPS Secure कर सकते हैं । इस तरह आप बेहतर तरीके से Search engine optimization कर सकते हैं ।
5. अपने साइट पर XML sitemap जोड़ें
आपके वेबसाइट के सभी posts और pages एक XML sitemap में स्टोर होते हैं । Search Engines के Crawlers आपकी वेबसाइट पर crawl करने के लिए इसकी मदद भी लेते हैं । यह इसलिए क्योंकि आपके वेबसाइट के हर Posts , pages इत्यादि इसमें include होते हैं । Search engine optimization करने के process में यह काफी जरूरी है ।
Search Console को XML साइटमैप सबमिट करना और इसे अपनी वेबसाइट पर maintain करके रखना Technical SEO के अन्तर्गत आता है । हालांकि, जिन वेबसाइट्स पर जबरदस्त और सही तरीके से internal linking होती है , उन वेबसाइट्स को XML sitemap रखने की कोई जरूरत नहीं है । परन्तु , ज्यादातर वेबसाइट्स की इंटरनल लिंकिंग इतनी अच्छी नहीं होती है इसलिए एक sitemap जरूर अपने वेबसाइट में जोड़ें । इस तरह से आपके वेबसाइट के सारे important pages को आसानी से crawl और index किया जा सकेगा । WordPress Bloggers अपने साइट के लिए Google XML Sitemap प्लगइन का इस्तेमाल कर सकते हैं ।
Search Engine Optimization Tips in Hindi
- वेबसाइट की load speed को बढ़ाएं
- अपने वेबसाइट में AMP ( Accelerated Mobile Pages ) को सेटअप करें
- सभी image files को compress करें
- बेहतरीन CDN ( Content Delievery Network ) का इस्तेमाल करें
- अपने वेबसाइट में caching को enable करें
- यूजर के search intent पर फोकस करके posts लिखें
- Keyword Research करें
- हमेशा Long Tail Ketwords के लिए वेबसाइट को optimise करें
- अपने Focused Keyword को पोस्ट के शुरुआती 100 से 120 words में जरूर लिखें
- Keywords को Header tag , permalink , meta description और कंटेंट में add करें
- वेबसाइट के images के alt tags में keywords जोड़ें
- पोस्ट लिखते समय अपने paragraphs को छोटा रखें
- सही तरीके से H1 , H2 , H3 tags को ऑप्टिमाइज़ करें
- Posts में ज्यादा से ज्यादा Visual Graphics जैसे infographics , charts , reports का इस्तेमाल करें
- Blog Content के लिए schema markup का इस्तेमाल जरूर करें
- अपने posts को सोशल मीडिया पर ज्यादा से ज्यादा शेयर करें
- Link Building के लिए Guest Posting करें
- Dead links को वेबसाइट से remove करें
- वेबसाइट में duplicate content कभी भी पोस्ट न करें
- वेबसाइट को HTTPS Secure करें
- Search Console में अपने वेबसाइट के लिए XML Sitemap सबमिट करें
- जबरदस्त internal linking करें
- हमेशा Qualitative और informative वेबसाइट के साथ ही outbound links बनाएं
- Keyword stuffing से बचें
- in depth आर्टिकल लिखने की कोशिश करें
- वेबसाइट के लिए बेहतरीन design और templates का इस्तेमाल करें
- वेबसाइट को mobile optimised बनाएं
- अपने वेबसाइट के कंटेंट को हमेशा update करते रहें
- Anchor Texts links में keywords का इस्तेमाल करें
- वेबसाइट में email subscription का ऑप्शन अवश्य जोड़ें
- Quora पर प्रश्नों के उत्तर दें और अपने site के लिए backlink क्रिएट करें
- Spammy Links को disavow करें
- Black Hat SEO बिल्कुल भी न करें
Search engine optimization in Hindi – Conclusion
तो यह रहा हमारा कंप्लीट Search Engine Optimization Guide in Hindi जिसे आप SEO in Hindi भी कह सकते हैं । हमने इसमें आपको सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन से जुड़ी विस्तृत और बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी दी है । अगर फिर भी आपको किसी भी प्रकार की समस्या है तो आप नीचे कमेंट करके बता सकते हैं । कृपया करके इसे दूसरो के साथ जरूर से जरूर शेयर करें । आप अगला पोस्ट किस विषय पर चाहते हैं , उसके लिए भी नीचे कमेंट कर सकते हैं ।