Artificial Intelligence को लेकर अचानक से गूगल पर सर्च करने वाले लोगों की संख्या यूं ही नहीं बढ़ी है । इसका कारण दरअसल ChatGPT और Google Bard है, जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में किसी क्रांति से कम नहीं हैं । इनकी क्षमता इस हद तक है कि ये आपके लगभग किसी भी सवाल का जवाब दे सकती हैं । जी सही पढ़ा, लगभग किसी भी प्रश्न का ।
इनसे आप खुद के ऊपर कविताएं कहानियां लिखवा सकते हैं, किसी भी विषय से संबंधित कोई प्रश्न पूछ सकते हैं, जो चाहे वह सीख सकते हैं और भी बहुत कुछ । कृत्रिम बुद्धिमता के क्षेत्र में अब तक की सबसे मॉडर्न खोजों में AI Chatbots शामिल हो चुके हैं । बस इसी से आप समझ चुके होंगे कि कृत्रिम बुद्धिमता कितनी शक्तिशाली है और आने वाले समय में यह कितना कुछ करके दिखा सकती है ।
लेकिन कुछ प्रश्न आपके दिमाग में बार बार आते होंगे, जैसे:
- Artificial Intelligence क्या है
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के सर्वश्रेष्ठ उदाहरण
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कैसे काम करता है
- कृत्रिम बुद्धि की विशेषताएं
- एआई के प्रकार
- एआई के उपयोग
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के फायदे और नुकसान
- Best Artificial Intelligence Technologies 2023
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का भविष्य
इन सभी विषयों पर आपको बिल्कुल आसान भाषा में उदाहरण देते हुए जानकारी दी जायेगी । हमारी कोशिश रहेगी कि आपको आसान से आसान शब्दों में उदाहरण के साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है और इससे संबंधित विषयों को समझाएं । आप अगर किसी खास टॉपिक को पढ़ने के लिए इच्छुक हैं तो Table of Contents से स्किप कर सकते हैं ।
Artificial Intelligence क्या है ?
Artificial Intelligence जिसे कृत्रिम बुद्धिमता भी कहते हैं, कंप्यूटर विज्ञान की एक शाखा है जो बुद्धिमान मशीनों के निर्माण से संबंधित है, जो ऐसे कार्य कर सकती हैं जिनमें आम तौर पर मानव बुद्धि की आवश्यकता होती है, जैसे भाषण को पहचानना, निर्णय लेना और समस्याओं का समाधान करना इत्यादि ।
जिस प्रकार एक मनुष्य ढेर सारी जानकारियां सबसे पहले सीखता है, समझता है और इसके पश्चात मौजूदा जानकारी के हिसाब से प्रतिक्रिया देता है । ठीक उसी प्रकार कंप्यूटर विज्ञान की शाखा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस भी ऐसे मशीनों के निर्माण के लिए महत्वपूर्ण है जो डेटा से सीखें, बड़ी मात्रा में जानकारी को प्रोसेस करें और भविष्यवाणी करें या उस जानकारी के आधार पर कार्रवाई करें ।
Stanford Professor John McCarthy को Father of Artificial Intelligence कहा जाता है । उन्होंने ही विज्ञान की इस शाखा को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानि कृत्रिम बुद्धिमता का नाम भी दिया था । जॉन मैक कार्थी ने अपने शब्दों में एआई को परिभाषित करते हुए कहा था, “अत्यधिक बुद्धिमान कंप्यूटिंग डिवाइस बनाने का विज्ञान और इंजीनियरिंग ।”
Examples of Artificial Intelligence
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उदाहरण आपको अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में आसानी से मिल जायेंगे । सबसे पहला उदाहरण आप Facial Recognition System को ले लीजिए । यह सिस्टम आपके स्मार्टफोन से लेकर अन्य कई ऐप जैसे Google Photos, Facebook आदि में भी मौजूद है । आप अपने स्मार्टफोन को सुरक्षित करने के लिए इसमें Face Lock लगाते हैं ।
आपको बस एक बार अपने चेहरे को इस सिस्टम में सेटअप करना पड़ता है । इसके पश्चात आप किसी भी जगह हों, किसी भी परिस्थिति में हो, कैसा भी मौसम हो, आप अगर चेहरा साफ साफ स्मार्टफोन के फेशियल रिकॉग्निशन सिस्टम को दिखाई दे रहा है, तो वह तुरंत पहचान लेगा । कई बार तो हम मनुष्य जान पहचान के लोगों का चेहरा कई वर्षों बाद भूल जाते हैं ।
Artificial Intelligence का अगला उदाहरण आप Google Maps का ले सकते हैं । सभी एंड्रॉयड स्मार्टफोन में गूगल मैप्स ऐप डिफॉल्ट रूप से मौजूद होता है । जब आप किसी स्थान की खोज करते हैं, कहीं भी यात्रा करते हैं तो आपने देखा होगा कि यह आपको दूरी, समय, ट्रैफिक सबकी जानकारी दे देता है । यह सबकुछ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की वजह से ही तो मुमकिन हुआ है ।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कैसे काम करता है ?
चलिए अबतक तो आप यह समझ चुके हैं कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है और इसके उदाहरण क्या हैं । लेकिन एक प्रश्न जो सबसे महत्वपूर्ण है, वह यह कि आखिर यह काम कैसे करता है ? आखिर कैसे एक मशीन मुझे देख पाती है, किसी स्थान की दूरी बता पाती है, मेरे प्रश्नों का सोच समझकर जवाब दे पाती है ? इन प्रश्नों का उत्तर 7 Points में है ।
तो चलिए समझते हैं कि आखिर Artificial Intelligence काम कैसे करता है । यहां कुछ technical terms दिए जायेंगे लेकिन आपको आसान उदाहरण के माध्यम से सभी बातें समझाई जायेंगी ।
1. Data Collection
सबसे पहले Data Collection किया जाता है, जोकि अनंत माध्यमों से होता है । आप फेसबुक ऐप का इस्तेमाल करते हैं तो आपका लोकेशन, आपकी व्यक्तिगत जानकारी, आपका डिवाइस, आपकी पसंद नापसंद सबकुछ आपकी सहमति के साथ कलेक्ट किया जाता है । इसके अलावा ऑफलाइन तरीके से भी डाटा कलेक्शन किया जाता है जैसे किताबों और दस्तावेजों से ।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के किए तीन प्रकार के डाटा कलेक्शन किए जाते हैं:
- Text
- Audio
- Image & Video
2. Data Preparation
डाटा कलेक्शन के पश्चात होता है Data preparation । डाटा कलेक्शन तो असंख्य की संख्या में हो गया, लेकिन यह तो जरूरी नहीं है न कि सभी डाटा बिल्कुल सही, उपयुक्त और भरोसेमंद हों । इसलिए प्राप्त आंकड़ों की कटनी छंटनी शुरू होती है और जो वास्तव में जरूरी आंकड़े होते हैं, उन्हें अलग किया जाता है ।
उसी डाटा को इकट्ठा किया जाता है जो Machine Learning के किए वाकई जरूरी है । सबसे ज्यादा समय इसी प्रक्रिया में जाता है, यहां तक कि अगर आप किसी मशीन लर्निंग प्रोजेक्ट की शुरुआत कर रहे हैं तो आपका 80% समय इसी में चला जायेगा । यह सबसे महत्वपूर्ण पड़ाव होता है ।
3. Feature Extraction
Feature Extraction में दोबारा से छंटनी होती है और इस बार ऐसे आंकड़ों को निकाला जाता है जो किसी खास समस्या से जुड़े हों और उसका समाधान करते हों । आंकड़े तो कई विषय या क्षेत्रों से प्राप्त होते हैं, इसलिए उन्हें वर्गीकृत करना और समस्या केंद्रित डाटा को निकालना जरूरी हो जाता है ।
इसके अलावा मशीन आपके डाटा को ज्यों का त्यों ग्रहण तो नहीं कर सकती, इसलिए फीचर एक्सट्रैक्शन की प्रक्रिया में कच्चे डाटा को संख्यात्मक विशेषताओं में बदला जाता है जिसे मशीनें आसानी से समझ पाती हैं । Artificial Intelligence के अंतर्गत यह प्रक्रिया इसलिए भी होती है ताकि मशीनें आसानी से सीख सकें और समय व्यर्थ न हो ।
4. Model Training
फीचर एक्सट्रैक्शन की मदद से अब आपके पास ऐसा डाटा है, जिसे आप सीधे मशीनों को ट्रेन करने के लिए इस्तेमाल में ला सकते हैं । इसलिए अगला पड़ाव भी यही है, मॉडल ट्रेनिंग । Machine Learning यानि मशीनों के सिखाने की प्रक्रिया में Model Training सबसे पहला और महत्वपूर्ण पड़ाव है ।
इस प्रक्रिया में जरूरी डाटा मशीन के मॉडल को प्रदान किया जाता है और उन्हें ट्रेनिंग दी जाती है । इससे उन्हें इनपुट सुविधाओं और आउटपुट लक्ष्यों के बीच संबंध, अलग अलग पैटर्न आदि समझने में आसानी होती है । Input यानि जो आप मशीन को दे रहे हैं और Output यानि जो आपको प्राप्त हो रहा है । जैसे आप Google Assistant से कुछ पूछते हैं (इनपुट) तो वह आपको उत्तर देता है (आउटपुट) ।
5. Model Evaluation
अब आप मशीन को अच्छे से प्रशिक्षण दे चुके हैं और सबकुछ समझा सीखा चुके हैं । लेकिन कैसे पता चलेगा कि वह ठीक ढंग से काम कर रहा है या नहीं, मनचाहा या जरुरी परिणाम दे रहा है या नहीं ? इसके लिए फिर जरूरी हो जाता है Model Evaluation । इसके तहत सबसे पहले ऐसे आंकड़ों का उपयोग किया जाता है जो मशीन को प्रशिक्षण देते समय इस्तेमाल नहीं किया गया था ।
इसके बाद मशीन द्वारा आए आउटपुट और जो आउटपुट वाकई आने चाहिए थे, उन दोनों को मिलाया जाता है । इससे पता चलता है कि मॉडल कितना सटीक और प्रभावशाली है । एक तरह से मशीन मॉडल को इस नए डाटा पर सटीक भविष्यवाणी करनी है तभी जाकर पता लग पाएगा कि यह सटीक है या नहीं ।
6. Model Deployment
जब एक बार Developers यह सुनिश्चित कर लेते हैं कि उनका द्वारा बनाया गया Artificial Intelligence Machine बिल्कुल सटीक है और वास्तविक दुनिया में लोगों द्वारा इस्तेमाल की जा सकती है, तो उसे डिप्लॉय कर दिया जाता है । जैसे हम ChatGPT को देख पा रहे हैं और आने वाले समय में Google Bard को भी ।
इनकी सटीकता परखने के बाद आम जनता के इस्तेमाल के लिए डिप्लॉय कर दिया गया है । अब आप जो भी इनपुट इसे देते हैं, उसके हिसाब से यह आपको आउटपुट देता है । यानि क्रिया की प्रतिक्रिया होती है, जैसे हम आप और सभी जीव करते हैं ।
7. Continuous Monitoring And Improvement
How AI Works के उत्तर का अंतिम और सातवां बिंदु है निरंतर निगरानी और सुधार । आम जनता के इस्तेमाल के लिए तो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मशीन को डिप्लॉय तो कर दिया गया, लेकिन उसपर निरंतर निगरानी रखी जाती है । निरंतर निगरानी रखने का अर्थ है कि उसके परफॉर्मेंस को देखना, समझना और अगर जरूरत पड़ती है तो सुधार करना ।
दोबारा से अगर हम ChatGPT का उदाहरण लें तो यह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस द्वारा बनाया गया सिस्टम कई बार गलत उत्तर देता है, आपको भ्रम में डालता है, पक्षपाती है और भी बहुत खामियां इसमें हैं । ऐसे में यह आम जनता के लिए खतरा भी साबित हो सकते हैं, इसलिए लगातार निगरानी रखना और त्रुटियों को सुधारना जरूरी हो जाता है ।
इस तरह मुझे उम्मीद है कि आप Artificial Intelligence कैसे काम करता है, समझ गए होंगे । एक एआई मॉडल को ट्रेन करना और फिर उसे डिप्लॉय करना बिल्कुल भी आसान काम नहीं है और इसमें कई बार वर्षों की मेहनत लगती है । इसके अलावा असंख्य आंकड़े इकट्ठा करना भी बिल्कुल आसान नहीं होता है । इसके लिए एक मेहनती और टैलेंटेड टीम की आवश्यकता होती है ।
Types of Artificial Intelligence
Artificial Intelligence मुख्य रूप से तीन प्रकार का होता है; Weak AI, Strong AI और Super AI । इन तीनो के बारे में अब हम संक्षेप में उदाहरण के साथ समझेंगे ।
1. Weak AI
सबसे पहले स्थान पर है Weak AI । इसका यह अर्थ बिल्कुल भी नहीं समझिएगा कि यह कमजोर होते हैं बल्कि इनके फीचर्स लिमिटेड होते हैं । यानि ये कुछ इस तरह से डिजाइन ही किए गए हैं कि ये सीमित रूप से कार्य कर सकें । इन्हें दूसरों शब्दों में Artificial Narrow Intelligence (ANI) भी कहा जाता है ।
इन्हें जिस चीज के लिए प्रोग्राम किया गया है, ये बस वही कर सकते हैं । यानि इनके अंदर कुछ नया करने की क्षमता नहीं होती है । Self Driving Cars जैसे Tesla, Virtual Assistant Technology जैसे Alexa और Facial Recognition Systems इसके उदाहरण हैं ।
2. Strong AI
दूसरे स्थान पर आता है Strong AI । इन्हें Artificial General Intelligence (AGI) भी कहा जाता है । इन्हें कुछ इस तरह डिजाइन किया जाता है कि वे मनुष्यों की ही तरह सोचने, विचारने, भविष्यवाणी करने और कुछ नया बनाने की क्षमता रखते हैं ।
ये एआई सिस्टम कई क्षेत्रों में तर्क, योजना, प्राकृतिक भाषा को समझ सकते हैं और समस्याओं को हल कर सकते हैं । हाल ही में आई टेक्नोलॉजी Google Bard और ChatGPT इसके सबसे मॉडर्न उदाहरण कहे जा सकते हैं । हालांकि अभी भी इस क्षेत्र में वैज्ञानिकों को कुछ खास सफलता हाथ नहीं लगी है लेकिन तेज गति से काम चल रहा है ।
3. Super AI
Super AI जिन्हें Artificial Super Intelligence (ASI) भी कहते हैं, फिलहाल एक दूर का सपना है या शायद सपना ही रह जाए, कभी सच न हो । खैर भविष्य के गर्त में क्या है, जिसे पता ? लेकिन वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए कह सकते हैं कि निकट भविष्य में सुपर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस डिजाइन नहीं किया जा सकता ।
दरअसल Super AI उस टेक्नोलॉजी को कहते हैं जो मनुष्यों से भी बेहतर हो । यानि हमारे और आपसे भी बेहतर सोचने समझने और कार्य करने की क्षमता रखती हो और किसी भी समस्या को हल कर सकती हो । लेकिन फिलहाल यह कांसेप्ट सिर्फ गढ़ दिया गया है, लेकिन फिलहाल अभितक Strong AI पर भी सही ढंग से काम नहीं हो सका है ।
अगर सुपर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बनाने में कंप्यूटर वैज्ञानिक कामयाब हो जाते हैं तो यह इतिहास की सबसे बड़ी खोज मानी जायेगी और दुनिया की कई धारणाएं और विश्वास बर्बाद हो जायेंगे ।
Real World Applications of Artificial Intelligence
वर्तमान समय में लगभग हर क्षेत्र में आप Artificial Intelligence का इस्तेमाल देख पा रहे होंगे । Education से लेकर Healthcare और Finance से लेकर Marketing तक, लगभग हर इंडस्ट्री में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल किया जाता है । खासकर कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने क्रांति ला दी है ।
X-rays, CT scans, और MRIs के बारे में तो आप सभी जानते ही होंगे जिनकी मदद से किसी व्यक्ति के शरीर के आंतरिक समस्याओं को पहचाना और फिर नियंत्रित किया जाता है । ये तीनों ही टेक्नोलॉजी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की ही देन हैं । इसके साथ ही एआई की ही मदद से तेज गति से दवाओं को भी विकसित किया जा रहा है ।
इसके बाद अगर हम Artificial Intelligence in Education के क्षेत्र में देखें तो इसके कई उदाहरण मिलते हैं । जैसे Plagiarism Detection, इस टूल की मदद से यह आसानी से पता लगाया जा सकता है कि कोई भी टेक्स्ट कंटेंट कितना ओरिजिनल है । इससे शिक्षकों को कॉपी पेस्ट की समस्या का हल करने में मदद मिली है । इसके बाद Text to Speech टेक्नोलॉजी से देखने में असमर्थ छात्र भी पढ़ाई जारी रखने में सक्षम हुए हैं । Grammarly भी एक अच्छा उदाहरण है ।
Popular AI Technologies and Platforms
दुनियाभर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से आश्चर्यजनक प्रोडक्ट और सर्विस तैयार किए गए हैं । चलिए इन Popular AI Technologies पर एक नजर डालते हैं:
1. Virtual Assistant
अगर आप एक स्मार्टफोन यूजर हैं तो आपको Google Assistant, Siri और Alexa के बारे में अवश्य जानकारी होगी । इनकी मदद से आप आसानी से आप कॉल और मैसेज कर सकते हैं, ढेरों प्रश्न पूछ सकते हैं और मनोरंजन भी कर सकते हैं । हमने ऊपर Weak AI की बात की है, वर्चुअल असिस्टेंट वीक एआई के ही उदाहरण हैं ।
आमतौर पर ये यूजर्स द्वारा voiced based inputs प्राप्त करती हैं और उसके आधार पर आउटपुट प्रदान करती हैं । उम्मीद है कि आने वाले भविष्य में ज्यादा बेहतर वर्चुअल असिस्टेंट टेक्नोलॉजी हमें देखने को मिलेगी जो आज के वर्चुअल असिस्टेंट से काफी ज्यादा पावरफुल होगी ।
2. Socratic और Doubtnut
आपने Socratic का नाम सुना हो या न सुना हो, लेकिन Doubtnut का नाम अवश्य सुना होगा । दोनों ही ऐप्स एजुकेशन के क्षेत्र में काफी सहायक साबित हो रहे हैं । दरअसल दोनों ही ऐप्स की मदद से आप सिर्फ प्रश्नों की तस्वीर खींचकर उनका हल पा सकते हैं । खासकर कि गणित के प्रश्नों का हल करना Artificial intelligence Technology पर आधारित इन ऐप्स की मदद से अब आसान हो गया है ।
जहां तक बात रही Socratic की तो इसे गूगल ने खरीद भी लिया है । Doubtnut जहां मुख्य रूप से गणित के सवालों तक ही सीमित है तो वहीं Socratic किसी भी विषय के प्रश्नों का हल आपको देता है । बस प्रश्नों की तस्वीर खींचिए और इन ऐप्स से उनका हल पाइए, है न कमाल की एआई टेक्नोलॉजी ।
3. Grammarly
आगर आप फिलहाल शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं, या शिक्षण क्षेत्र से जुड़े हैं तो Grammarly का नाम आपने अवश्य सुना होगा । जिन्हें भी लिखने की आवश्यकता होती है, उनके लिए ग्रामर्ली एक वरदान से कम नहीं है जिसकी मदद से आप अंग्रेजी भाषा में वाक्य, कहानी, कविता, आवेदन पत्र कुछ भी लिख सकते हैं, वो भी बिना गलती किए हुए
दरअसल Grammarly Ai Tool अंग्रेजी भाषा में वर्तनी, व्याकरण, विराम चिह्न आदि की समीक्षा करता है, plagiarism का पता लगाता है, और पहचानी गई त्रुटियों के लिए सजेशन देता है । यानि अगर आप अपनी Writing Skills को बेहतर करना चाहते हैं तो यह एआई टूल आपके लिए काफी सहायक है ।
4. Remini
अगर आपको Photography का शौक है तो आपके लिए Remini App बड़े काम की चीज है । इसकी मदद से आप अपनी तस्वीरों का लुक बदल सकते हैं और पुरानी तस्वीरों को एचडी तस्वीरों में बदल सकते हैं । यह state-of-the-art AI technology का इस्तेमाल करता है और आपकी तस्वीरों में जान डाल देता है ।
अगर आपके पास पुराने समय की कोई ब्लैक एंड व्हाइट तस्वीर है तो उसे आप कलर फोटो में तब्दील कर सकते हैं । इसके साथ ही अगर कोई तस्वीर धुंधली है या साफ नहीं दिखाई दे रही है तो आप इसकी मदद से उसे साफ कर सकते हैं । कुल मिलाकर Artificial Intelligence की मदद से यह ऐप आपके बड़े काम की चीज है ।
5. Duolingo
Best Artificial Technology की बात हो और Duolingo का नाम न आए, ऐसा भला कैसे हो सकता है । Duolingo एक AI-powered language learning app है जो मशीन लर्निंग टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके यूजर्स को भाषा आधारित पाठ प्रोवाइड करता है ।
सिस्टम उन गलतियों में पैटर्न की पहचान करने के लिए मशीन लर्निंग का उपयोग करता है जो उपयोगकर्ता अक्सर दोहराते हैं और फिर उपयोगकर्ता के ही हिसाब से कंटेंट डिजाइन करता है । Duolingo का एआई सिस्टम यूजर्स की गतिविधि पर नज़र रखता है और उन क्षेत्रों की पहचान करता है जहाँ उपयोगकर्ता को सुधार की आवश्यकता है ।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के फायदे और नुकसान
हर सिक्के के दो पहलू होते हैं, इसी तरह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के भी कुछ फायदे हैं तो वहीं कुछ नुकसान भी हैं । तो चलिए संक्षेप में Artificial Intelligence के फायदे और नुकसान समझते हैं । सबसे पहले हम एआई के फायदे जानेंगे:
- एआई-संचालित चैटबॉट और वर्चुअल असिस्टेंट 24/7 उपलब्ध होते हैं, जो ग्राहकों या उपयोगकर्ताओं को त्वरित और कुशल सहायता प्रदान करते हैं
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सभी छोटे या आसानी से किए जाने वाले कार्य कर सकती है, ताकि मनुष्य सिर्फ बड़े और कॉम्प्लेक्स कार्यों को पूरा करने पर ध्यान दें
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से कार्यों में होने वाली त्रुटियों से बचा जा सकता है
- कृत्रिम बुद्धि इंसान के मुकाबले ज्यादा विश्वसनीय, तेज और सटीक होती है, क्योंकि मनुष्यों से गलतियां अक्सर होती हैं
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस हर व्यक्ति की जरूरतों को उनके क्रियाकलापों के आधार पर समझकर उनके लिए personalised experience तैयार कर सकता है
- एआई उन लोगों को भी सहायता प्रदान करने में सक्षम है जो मानसिक या शारीरिक रूप से डिसेबिलिटी के शिकार हैं
जहां Artificial Intelligence के फायदे हैं तो वहीं इसके कुछ नुकसान भी हैं । चलिए कृत्रिम बुद्धिमता के नुकसान को समझते हैं:
- कृत्रिम बुद्धिमता टेक्नोलॉजी से विकसित मशीनें काफी महंगी होती हैं और इसलिए इन्हें अफोर्ड कर पाना मुश्किल होता है
- आर्टिफियल इंटेलिजेंस का सबसे बड़ा खतरा नौकरीपेशा कर रहे लोगों को होता है, इसकी वजह से लोगों की नौकरियां छीन जाती हैं ।
- कई बार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस गलत जानकारियां भी बड़े आत्मविश्वास के साथ देता है
- ऐसा देखा गया है कि एआई अक्सर पक्षपाती होते हैं और किसी एक पक्ष के हिसाब से उत्तर देते हैं, जोकि बहुत खतरनाक है
- एआई पर जरूरत से ज्यादा निर्भर रहना इंसान के Critical Thinking को खत्म कर सकता है और इससे हर छोटे से छोटे कार्य के लिए इंसान एआई पर निर्भर होगा जोकि वापस से खतरनाक साबित हो सकता है
- एआई टेक्नोलॉजी पूरी तरह मशीनी है और इनके अंदर इंसानों जितनी सोचने समझने और भावनात्मक होने की शक्ति नहीं है, इसलिए इनसे खतरा भी हो सकता है
Future of Artificial Intelligence
भविष्य में Artificial Intelligence का रूप आज से काफी अलग होगा और हो सकता है कि यह टेक्नोलॉजी Strong AI Tools में जल्द ही कामयाब भी हो जाएं । हालांकि Super AI फिलहाल एक दूर का सपना मात्र है और फिलहाल के लिए ख्याली पुलाव, लेकिन दुनिया को अगर आप गौर से देखें तो लगता है कि विज्ञान के लिए कुछ भी नामुमकिन नहीं है ।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आने वाले भविष्य में Healthcare, Education, Finance आदि क्षेत्रों में क्रांति लाने वाला है और ऐसी टेक्नोलॉजी भी आने वाली है जिनके बारे में फिलहाल सोच पाना भी मुश्किल है ।लेकिन एक बात तो तय है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आने वाले समय में लोगों की नौकरियां खा जायेगा । इस क्षेत्र में हर एक्सपर्ट व्यक्ति यही कह रहा है कि अगर एआई के ताप से बचना है तो इससे बेहतर होना होगा ।
कृत्रिम बुद्धिमता आने वाले भविष्य में हर क्षेत्र में व्यापक रूप से मौजूद होगा । हालांकि जैसा फिल्मों में दिखाया जाता है कि Artificial Intelligence मनुष्यों पर राज करेगा यह सही है लेकिन इसका तरीका अलग होगा । दरअसल एआई मनुष्यों द्वारा ही ऑपरेट किए जायेंगे लेकिन लोग इनपर जरूरत से ज्यादा निर्भर होना एक तरह से मनुष्य को गुलाम बना देगा । आप फिलहाल स्मार्टफोन को लेकर लोगों की प्रतिक्रिया देख सकते हैं, इससे आपको आई के भविष्य का अंदाजा लग जायेगा ।