हो सकता है कि आपने कभी Industrial Training Institute न सुना हो लेकिन इसके शॉर्ट फॉर्म ITI का जिक्र अक्सर किया जाता है । हर वर्ष हजारों लाखों की संख्या में छात्र आईटीआई में प्रवेश लेकर पढ़ाई करते हैं । Ministry of Skill Development and Entrepreneurship के अंतर्गत आने वाला आईटीआई आज देश के लाखों युवाओं को प्रशिक्षित कर रहा है ।
इस लेख में हम Industrial Training Institute पर ही विस्तार से बात करेंगे और आपको बताएंगे निम्नलिखित बिंदुओं पर जानकारी देंगे:
- इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट क्या है ?
- आईटीआई का इतिहास क्या रहा है ?
- इसके अंतर्गत कौन से कोर्स आते हैं ?
- इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग क्या होती है ?
- फीस, नौकरी और सैलरी क्या है ?
अगर आप ऊपर दिए सभी बिंदुओं पर विस्तृत जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आर्टिकल अंत तक जरूर पढ़ें । आर्टिकल के अंत में इस विषय से संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों को भी हमने स्थान दिया है ।
Industrial Training Institute क्या है ?
Industrial Training Institute यानि ITI ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट होते हैं जो Ministry of Skill Development and Entrepreneurship के अंतर्गत आते हैं । इनका उद्देश्य विभिन्न व्यापारों और क्षेत्रों में उत्पादक और कुशल श्रमिकों को उपलब्ध कराना है । ये छात्रों को इस प्रकार की ट्रेनिंग देते हैं जिससे वे विभिन्न क्षेत्रों में नौकरी के अनुकूल बन सकें ।
भारत में labour की कमी नहीं है बल्कि skilled labour की कमी है और इस कमी को पूरा करने का जिम्मा ITI का होता है । इस ट्रेनिंग को पूरा करने के पश्चात छात्रों के पास ढेरों नौकरियों को संभावनाएं विकसित हो जाती हैं । कई सरकारी नौकरियों के न्यूनतम पात्रता में आईटीआई और पॉलीटेक्निक को शामिल किया जाता है ।
ITI Courses करने के उपरांत एक छात्र Electrical, Mechanical और Manufacturing Sectors में आसानी से काम कर सकता है । छात्रों को इन क्षेत्रों में काम करने की पूरी ट्रेनिंग दी जाती है । सबसे खास बात यह है कि Industrial Training Institute केंद्र सरकार के अधीन होते हैं इसलिए उच्च गुणवत्ता की शिक्षा आपको काफी कम फीस में मिल जाती है ।
History of Industrial Training Institute
Industrial Training Institute की शुरुआत वर्ष 1950 में की गई थी । Craftsmen Training Scheme के तहत देश में ITI की स्थापना की गई ताकि Skilled Labour की जरूरतों को पूरा किया जा सके । वर्ष 1950 में स्थापित आईटीआई का प्रचार प्रसार धीरे धीरे पुरे भारत में होने लगा । वर्ष 2012 में Quality Council of India को यह जिम्मेदारी दी गई कि वह देशभर के आईटीआई संस्थानों को मान्यता प्रदान करे ।
लेकिन Quality Council of India (QCI) ने अपनी जिम्मेदारियों को सही ढंग से नहीं निभाया क्योंकि वर्ष 2013 से वर्ष 2016 तक ढेरों एप्लीकेशन पेंडिंग में चल रहे थे । इसके अलावा, मान्यता प्रदान करने से संबंधित कई शिकायतें भी सरकार को प्राप्त हुईं । ऐसे में मान्यता प्राप्त आईटीआई संस्थाओं को दोबारा से जांच करने के आदेश दिए गए ।
इस परिस्थिति को देखते हुए Craftsmen Training Scheme को कानूनी रूप से मान्यता दी गई और इसे regulation और monitoring से सम्बन्धित ज्यादा अधिकार और शक्तियां प्रदान की गईं । इस तरह धीरे धीरे पुरे भारत में आईटीआई का विस्तार होता चला गया । इसकी मदद से हजारों छात्र हर वर्ष नौकरियां प्राप्त कर रहे हैं या प्राप्त हुनर की मदद से खुद का कोई उधम चला रहे हैं ।
Courses under ITI
Industrial Training Institute के अंतर्गत 2 प्रकार के कोर्स होते हैं । पहला Engineering के और दूसरा Non-engineering के । आपकी रुचि और सहूलियत के हिसाब से आप कोई भी आईटीआई कोर्स चुन सकते हैं । Courses Under ITI List आप नीचे पढ़ सकते हैं:
- Tool & Die Maker Engineering
- Draughtsman (Mechanical) Engineering
- Diesel Mechanic Engineering
- Draughtsman (Civil) Engineering
- Pump Operator
- Fitter Engineering
- Motor Driving-cum-Mechanic Engineering
- Turner Engineering
- Dress Making
- Manufacture Foot Wear
- Sheet Metal Worker Engineering
- Mechanic Electronics Engineering
- Mechanic Motor Vehicle Engineering
- Mech. Instrument Engineering
- Refrigeration Engineering
आप इनमें से मनपसंद कोर्स के बारे में ज्यादा जानकारी इंटरनेट की मदद से इकट्ठी कर सकते हैं । आप ऊपर दिए सभी कोर्स के बारे में आसानी से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं ।
Industrial Training क्या होती है ?
अगर आप गौर करें तो ज्यादातर स्कूली और कॉलेज के बच्चे सिर्फ किताबी ज्ञान के बल पर नौकरियां ढूंढ रहे हैं । पर होता क्या है ? उन्हें नौकरियां नहीं मिल पाती हैं क्योंकि उन्हें किताबी ज्ञान तो है लेकिन कार्य अनुभव नही है । इस अनुभव को Industrial Training की मदद से प्राप्त किए जा सकता है ।
Industrial Training यानि औद्योगिक प्रशिक्षण एक प्रकार का प्रशिक्षण है जिसके अंतर्गत छात्रों को किसी कंपनी या संस्था में काम करने का अनुभव प्रदान किया जाता है । उन्हें औधोगिक प्रशिक्षण के माध्यम से तैयार किया जाता है ताकि वे विभिन्न सेक्टर्स में आसानी से अपने हुनर के बल पर नौकरी ढूंढ सकें या खुद का कोई उधम शुरू कर सकें ।
आमतौर पर यह ट्रेनिंग 12 महीने से लेकर 14 महीने तक होती है और काफी हद तक Internship से मिलती जुलती है । ट्रेनिंग समाप्त होने के पश्चात छात्रों को ट्रेनिंग सफलतापूर्वक संपन्न करने का सर्टिफिकेट भी प्रदान किया जाता है । कई बार छात्र ट्रेनिंग पूरी करते समय रूपए भी कमाते हैं हालांकि यह संस्था और ट्रेनिंग की प्रकृति पर निर्भर करता है ।
Industrial Training Institute Fee क्या लगता है ?
अगर आप Industrial Training Institute में दाखिला लेते हैं तो आपको काफी ज्यादा फीस देने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी । हालांकि आईटीआई कोर्स फीस पूरी तरह निर्भर करता है कॉलेज पर । सभी सरकारी आईटीआई में फीस काफी कम लगती है और एक समान होती है लेकिन प्राइवेट आईटीआई अपने अपने हिसाब से छात्रों से फीस वसूलती हैं ।
अगर हम Government Industrial Training Institute Fee की बात करें तो यह आपको 5 हजार रुपए से लेकर 7 हजार रूपए तक ही पड़ेगी । आप मात्र इतने रुपए में कोर्स को कर सकते हैं । लेकिन अगर प्राइवेट आईटीआई की बात करें तो इनमें आपको 12 हजार से लेकर 35 हजार रुपए तक देने पड़ सकते हैं । प्राइवेट आईटीआई की फीस संस्थान अपने मनमुताबिक तय करते हैं ।
Industrial Training Institute Jobs
बात करें अगर Industrial Training Institute Jobs की तो एक आंकड़े के मुताबिक हर वर्ष लगभग 70% छात्रों की या तो नौकरी लग जाती है या वे self employed बनते हैं । हजारों छात्रों की नौकरियां कॉलेज प्लेसमेंट के आधार पर लग जाती हैं । अगर आपने किसी सरकारी आईटीआई में प्रवेश लिया है तो ज्यादातर संभावना है कि आपको कॉलेज प्लेसमेंट मिल सकता है ।
IIT करने के पश्चात आपको निम्नलिखित पद पर नौकरियां मिल सकती हैं:
- Refrigeration Engineer
- Mechanic Motor Vehicle Engineer
- Pump Operator
- Dress Maker
- Fitter
- Diesel Mechanic Engineer
ITI Salary in India
भारत में ITI यानि Industrial Training Institute से पढ़ाई पूरी करके निकले छात्रों की सैलरी शुरुआती दौर में कम होती है । आपको शुरुआती दौर में 10,000 रुपए से लेकर 15,000 रुपए तक की नौकरी लग सकती हैं । हालांकि यह पूरी तरह से आपकी विशेषज्ञता और कंपनी पर निर्भर करता है कि आपको कितनी सैलरी मिल सकती है ।
जैसे जैसे आपका कार्य अनुभव बढ़ता जायेगा, आपकी सैलरी भी बढ़ेगी । 3 से 4 वर्षों के अनुभव के पश्चात आपको प्रतिमाह 30,000 रुपए तक की सैलरी भी मिल सकती है । Polytechnic कर रहे छात्रों के मुकाबले आईटीआई करने वाले छात्रों की सैलरी आमतौर पर कम ही होती है । आप पूरी रिसर्च करके के पश्चात ही कोर्स करने से संबंधित कोई निर्णय लें, यही आपको सुझाव दिया जाता है ।
- Interior Designing in Hindi
- Coding in Hindi
- Fashion Designer Course in Hindi
- Web Design Course in Hindi
- Affiliate Marketing Course in Hindi
- ADCA Course in Hindi
- ACCA Course in Hindi
- DMLT Course in Hindi
Conclusion
आज पूरे देश में कई ITI यानि Industrial Training Institute खुल चुके हैं जिनमें लाखों की संख्या में छात्र पढ़ाई कर रहे हैं । इस संस्था में छात्रों को practical training दी जाती है जिससे कि वे हुनरमंद बन सकें और किसी भी सेक्टर में कार्य करने लायक हो सकें । आप काफी कम रुपए में ही आईटीआई में दाखिला ले सकते हैं जिसकी शुरुआती सैलरी आमतौर पर 10,000 रुपए होती है ।
अगर आपके मन में इस विषय से संबंधित कोई भी प्रश्न है तो आप कॉमेंट सेक्शन में पूछ सकते हैं । इसके साथ ही अगर आपको आर्टिकल पसंद आया हो तो इसे शेयर जरूर करें ।