Assignment छात्र जीवन का एक अभिन्न अंग है । आप चाहे किसी भी स्कूल या कॉलेज में पढ़ाई करते हों, आपको समय समय पर असाइनमेंट करने को जरुर मिलता होगा । खासकर कि सीबीएसई स्कूलों में भर भर के असाइनमेंट करने को मिलते हैं । सबसे महत्वपूर्ण बात तो यह है कि इन्हीं असाइनमेंट के आधार पर आपको अंक भी दिए जाते हैं ।
ऐसे में आपके लिए आवश्यक हो जाता है कि आप सही ढंग से असाइनमेंट तैयार करके जमा करें । आज के इस लेख में हम इसी विषय पर विस्तारपूर्वक आपको जानकारी देंगे और बताएंगे कि आप असाइनमेंट कैसे बनाएं ? इसके अलावा इससे संबंधित अन्य जानकारियां जैसे यह क्या होता है, इसके फायदे क्या हैं और इसकी विशेषताएं क्या होती हैं, इन प्रश्नों का उत्तर भी दिया जायेगा ।
अगर आपको भी असाइनमेंट करने के लिए मिला है तो आपके लिए यह Assignment in Hindi का आर्टिकल काफी सहायक साबित होगा । आर्टिकल में दी गई जानकारियां अगर आप सही से समझकर अप्लाई करते हैं तो आपको अवश्य ही पूरे मार्क्स मिलेंगे ।
Assignment क्या है ?
Assignment को हिंदी में दत्त कार्य कहा जाता है, जोकि छात्र को उसके शिक्षक द्वारा दिया गया कार्य है जिसे एक निर्धारित समय में पूरा करना होता है । छात्रों को किसी विषय पर असाइनमेंट देने का उद्देश्य उन्हें विषय संबंधित जानकारियों से अवगत कराना होता है । आमतौर पर इसे गृहकार्य के तौर पर दिया जाता है ।
आमतौर पर असाइनमेंट शिक्षण क्षेत्र में ही इस्तेमाल किया जाता है लेकिन व्यवसाय और निर्माण क्षेत्र में भी इसका उपयोग होता है । उदाहरण के तौर पर अगर आप किसी कम्पनी में नौकरी करते हैं तो आपको कंपनी का SWOT Analysis या PESTLE Analysis करने का असाइनमेंट मिल सकता है ।
इसी प्रकार से एक छात्र को उसके शिक्षक अपने विषय से संबंधित कोई कार्य दे सकते हैं । विज्ञान का शिक्षक छात्र को जहां पृथ्वी पर जीवन की उत्पत्ति विषय पर असाइनमेंट दे सकता है तो वहीं एक इतिहास का शिक्षक अपने छात्र को हड़प्पा सभ्यता पर । असाइनमेंट शिक्षकों को छात्रों का बेहतर आकलन करने में मदद करते हैं । खासकर कि बीएड असाइनमेंट इन हिंदी अक्सर छात्रों को दिए जाते हैं ।
असाइनमेंट की विशेषताएं
अगर आप एक असाइनमेंट बनाने की तैयारी में हैं तो आपको सबसे पहले असाइनमेंट की विशेषताएं समझ लेनी चाहिए । इससे आप एक बेहतरीन असाइनमेंट तैयार कर सकेंगे ।
- असाइनमेंट किसी पाठ का हिस्सा होना चाहिए
- इसे छात्र के सोचने समझने की क्षमता के अनुरूप दिया जाना चाहिए
- असाइनमेंट को दिए गए विषय की हर बारीकियां कवर करनी चाहिए
- असाइनमेंट की भाषा, लेखन शैली और हैंडराइटिंग सीधी, सरल और सुंदर होनी चाहिए
- एक असाइनमेंट में जरूरत पड़ने पर तस्वीरों, ग्राफ, आंकड़ों और मानचित्र का इस्तेमाल किया जाना चाहिए
असाइनमेंट के फायदे
एक Assignment का फायदा छात्र और शिक्षक दोनों को ही मिलता है । आगे आपको असाइनमेंट करने का कार्य मिला है और आप सोच रहे हैं कि आखिर इससे होगा क्या ? तो असाइनमेंट का महत्व जरूर जानें:
- असाइनमेंट लिखना छात्र के Writing Skills को बेहतर करता है
- असाइनमेंट से शिक्षक को छात्र का आंकलन करने में मदद मिलती है
- एक असाइनमेंट छात्र के सोचने समझने और Critical Thinking Skills को विकसित करता है
- इसकी मदद से छात्र विषय को ज्यादा गंभीरता से अध्ययन करता है
- इसकी मदद से छात्र में रचनात्मक कौशल का विकास होता है और उसे शोध कार्य का असली अर्थ समझ आता है
- असाइनमेंट छात्र की परीक्षा में बेहतर अंक लाने में मदद करते हैं
Assignment कैसे बनाएं ?
अबतक आप अच्छे से समझ चुके हैं कि असाइनमेंट की विशेषताएं और फायदे क्या होते हैं । अब बारी है यह समझने की कि एक assignment कैसे लिखें । सबसे बड़ी समस्या छात्रों के लिए यही आती है कि वे शोधादि तो कर लेते हैं लेकिन उन्हें एक असाइनमेंट को सही और व्यवस्थित क्रम में लिखने नहीं आता है । तो चलिए हम आपको विस्तार से बताते हैं कि एक असाइनमेंट कैसे बनाएं ।
1. सबसे पहले Assignment Front Page बनाएं
एक Assignment लिखने का पहला पड़ाव होता है कि आप इसका फ्रंट पेज तैयार करें । Assignment First Page में ही आपको आपके स्कूल/कॉलेज का नाम, शिक्षक का नाम, कक्षा, रोल नंबर, विषय आदि की जानकारी देनी होती है । हमने विस्तार से असाइनमेंट फर्स्ट पेज कैसे बनाएं लेख में इस विषय पर विस्तारपूर्वक जानकारी दी है ।
पहले पृष्ठ में आपको सभी जरूरी जानकारियां लिखनी है और थोड़ा बहुत डेकोरेशन भी करना है । खासकर कि आप borderline decoration जरूर करें, जोकि देखने में अच्छा और प्रोफेशनल लगता है । साथ ही अपने Handwriting का भी खासा ध्यान रखें और विभिन्न रंगों की कलम इस्तेमाल करें । साथ में पंक्तियों के बीच सही गैप देना भी जरूरी होता है ।
2. विषय की अच्छे से जानकारी इकट्ठी करें
आपको आपके शिक्षक द्वारा जो भी विषय दिया गया है, उसपर आपको अच्छे से रिसर्च करनी चाहिए । इंटरनेट, किताबों, रिसर्च पेपर्स, डॉक्यूमेंट्री आदि की मदद से आप विषय की अच्छे से जानकारी हासिल कर सकते हैं । इंटरनेट पा कुछ बेहद ही अच्छी साइटें हैं जहां आपको आपके विषय से संबंधित जानकारियां बड़ी ही आसानी से मिल जायेंगी ।
Topic Research करते समय अपनी कक्षा का भी ध्यान रखें, अगर आप 10वीं कक्षा से ऊपर के छात्र हैं तो आपको बच्चों के स्तर की रिसर्च नहीं करनी है । आपकी रिसर्च अच्छे लेवल की होनी चाहिए, आपको ढेरों रिसर्च पेपर पढ़ना चाहिए और साथ ही Notes बनाते रहना चाहिए । विकिपीडिया के अलावा आपको Research Gate, Google Scholar, JSTOR जैसी साइटों से जानकारी इकट्ठी करनी चाहिए ।
3. तस्वीरें, आंकड़े और मानचित्र भी असाइनमेंट में जोड़ें
अगर आप अपने Assignment Work को प्रोफेशनल और अट्रैक्टिव दोनों बनाना चाहते हैं तो जरूरी है कि सिर्फ Text Based Information के अलावा तस्वीरें, आंकड़े और मानचित्र भी इकट्ठा करें । खासकर कि आंकड़े यानि Statistics/Figures । इससे आपने जो भी टॉपिक रिसर्च किया है, उसे बल मिलेगा ।
इसके अलावा आंकड़ों के साथ जानकारी देना आपको ज्यादा अंक प्राप्त करने में भी आपकी मदद करेगा । इसके बाद अगर आप History, Geography और Science विषयों के लिए असाइनमेंट तैयार कर रहे हैं तो तस्वीरों का इस्तेमाल अवश्य करें । मानचित्र का इस्तेमाल भी Social Science के विषयों में करना न भूलें ।
4. कभी भी दूसरे के असाइनमेंट को कॉपी न करें
एक Assignment तैयार करते समय ध्यान रखें कि आपको अपने दिए गए विषयों पर रिसर्च करना है, Copy Paste नहीं । यानि आप जो भी जानकारी इकट्ठी कर रहे हैं, उसे अपने शब्दों में अपने हिसाब से लिखकर तैयार करें । अक्सर ऐसा होता है कि छात्र इंटरनेट पर पड़ी जानकारियां ज्यों की त्यों छाप देते हैं और बाद में जब उनकी चोरी पकड़ी जाती है तो पछताते हैं ।
आपको यह समझना चाहिए कि जितने स्मार्ट आप हैं, उससे कहीं ज्यादा स्मार्ट हैं आज के समय के शिक्षक/प्रोफेसर । जिस इंटरनेट से आप जानकारियां कॉपी कर रहे हैं, उसी इंटरनेट पर ढेरों Plagiarism Tools भी हैं जिसकी मदद से बड़ी ही आसानी से आपकी चोरी पकड़ी जायेगी । इसके बाद न सिर्फ आपके नंबर काट लिए जायेंगे बल्कि आपकी छवि भी खराब होगी ।
5. व्याकरण सहित हैंडराइटिंग पर भी ध्यान दें
एक अच्छे assignment की विशेषता यह होती है कि उसमें व्याकरण संबंधित अशुद्धियां नहीं होती हैं और लिखावट अच्छी होती है । इसलिए आपको असाइनमेंट लिखते समय व्याकरण अशुद्धियों से बचना चाहिए । इसके अलावा जितना हो सके, अच्छी हैंडराइटिंग में लिखने का प्रयास करना चाहिए ।
अक्सर यह देखा गया है कि छात्रों रिसर्च भले ही कितना ही बेहतर क्यों न हो, लेकिन खराब हैंडराइटिंग और अशुद्धियों की वजह से उचित अंक नहीं मिल पाते । यही नियम परीक्षाओं में भी लागू होता है, इसलिए अगर आपको अपनी हैंडराइटिंग सुधारनी चाहिए । इसके लिए आप Handwriting कैसे सुधारें लेख पढ़ सकते हैं ।
6. उचित मात्रा में डेकोरेशन करें
ज्यादा फुल पत्तियां लगाने के बजाय आपको उचित मात्रा में Assignment Decoration करना चाहिए । इसके अलावा अलग अलग रंगों के कलम इस्तेमाल करना भी न भूलें । इससे आपका असाइनमेंट देखने में ज्यादा रोचक लगेगा और यकीन मानिए, आपको इसके अलग से अंक जरूर मिलेंगे । हालांकि Over Decoration से बचना भी चाहिए ।
अलग अलग रंगों के टेप, ग्लिटर पेपर, आर्टिफिशियल बटन और फूल आदि खरीदकर तभी असाइनमेंट में लगाएं जब आपके शिक्षक की यह मांग हो । अन्यथा ज्यादा डेकोरेशन से बचें क्योंकि कई शिक्षक सिर्फ और सिर्फ आपके रिसर्च पर ध्यान देते हैं और ज्यादा डेकोरेशन पर अंक भी काट लिए जाते हैं ।
Assignment Format
एक Assignment और Project File में कुछ खास अंतर नहीं होता है, खासकर कि अगर हम शिक्षा के क्षेत्र में देखें तो ये दोनों एक ही माने जाते हैं । इसलिए इन दोनों का फॉर्मेट भी एक जैसा ही होता है । इसलिए जैसा फॉर्मेट एक प्रोजेक्ट फाइल का होगा, वैसा ही असाइनमेंट का भी:
- Front Page
- Certificate
- Acknowledgement
- Abstract
- Index
- Main Content
- Appendix
- Conclusion
- Bibliography
पूरे असाइनमेंट फॉर्मेट को हमने Project File in Hindi आर्टिकल में कवर किया है । इस आर्टिकल में आपको हर पेज की जानकारी, फॉर्मेट और उदाहरण भी मिल जायेगा ।
FAQs
1. असाइनमेंट का मतलब क्या होता है ?
असाइनमेंट का मतलब दत्त कार्य होता है, जिसे आमतौर पर शिक्षा के क्षेत्र में इस्तेमाल किया जाता है । एक शिक्षक अपने छात्रों को असाइनमेंट देते हैं ताकि वे छात्र का आंकलन कर सकें ।
2. असाइनमेंट कैसे लिखा जाता है ?
असाइनमेंट लिखने के लिए सबसे पहले इंटरनेट, किताबों, रिसर्च पेपर्स, डॉक्यूमेंट्री आदि से जानकारी इकट्ठी की जाती है, नोट्स बनाएं जाते हैं और इसके पश्चात एक निश्चित फॉर्मेट का पालन किया जाता है ।
3. शिक्षा में असाइनमेंट का अर्थ क्या है ?
शिक्षा में Assignment का अर्थ दत्त कार्य होता है । इसके अलावा इसे कार्यभार और सत्रीय कार्य भी कहा जाता है । इसे परियोजना कार्य से जोड़कर देखा जाता है ।