Equity शब्द आपने लगातार हाल की खबरों में सुना होगा । खासकर कि बिजनेस और फाइनेंस की दुनिया में बार बार इक्विटी शब्द का इस्तेमाल आता है । ITC ने ESOS के तहत 76.26 लाख इक्विटी शेयर आवंटित किए, म्युचुअल फंड में मजबूत इक्विटी प्रवाह के बावजूद एएमसी शेयरों में चमक क्यों नहीं है ? क्यों इक्विटी फंड लंबे समय में धन निर्माण के लिए बेहतर काम करते हैं जैसे हेडलाइन आप रोज सुनते होंगे ।
लेकिन आपको पूरी खबर समझने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता होगा । इसी तरह अगर आप कॉमर्स के छात्र हैं तो यह टर्म आपको हर दूसरे सवाल में दिखाई देगा । ऐसे में इक्विटी क्या है समझना काफी जरुरी है इसलिए हमने Equity Meaning in Hindi का यह आर्टिकल तैयार किया है ।
इसकी मदद से आपको उदाहरण के साथ, सरल से सरल शब्दों में यह समझाया जायेगा कि इक्विटी का हिंदी अर्थ क्या है और शेयर मार्केट में इस टर्म के इस्तेमाल का क्या मतलब है । साथ ही यह शेयर से कैसे भिन्न है, ऐसे ही कई प्रश्नों का जवाब आपको इस लेख में दिया जायेगा ।
Equity Meaning in Hindi
Equity का हिंदी अर्थ हिस्सेदारी होता है । अगर आपकी किसी कंपनी में इक्विटी है, इसका मतलब है कि आप कंपनी के एक हिस्से के मालिक हैं । आसान शब्दों में कहें तो इक्विटी किसी चीज़ में आपके स्वामित्व के हिस्से का प्रतिनिधित्व करती है ।
इसे अब आसान से उदाहरण की मदद से समझिए । मान लीजिए कि आप कोई बिजनेस शुरू करते हैं और अपनी तरफ से 10 लाख रुपए का निवेश करते हैं तो यह 10 लाख रूपए आपकी इक्विटी हुई । उसी तरह से अगर आप किसी कम्पनी के स्टॉक खरीदते हैं तो इसका अर्थ है कि कंपनी की इक्विटी का आप एक भाग खरीदते हैं ।
Equity हमेशा स्वामित्व का मूल्य होती है यानि आपके पास कितने प्रतिशत या कितना हिस्सेदारी है, उसे अगर मूल्य में बदलें तो वही इक्विटी है । अक्सर लोग शेयर और इक्विटी को एक समझ बैठते हैं, जोकि कुछ हद तक सही भी है । लेकिन दोनों के बीच एक मुख्य अंतर है जिसे नजरंदाज नहीं किया जाना चाहिए ।
Equity और Share में क्या अंतर है ?
सबसे पहले हम शेयर के कांसेप्ट को संक्षेप में समझेंगे, ताकि आपको दोनों के बीच का फर्क पता चल सके । तो सबसे पहले समझिए कि शेयर क्या होता है । जब आप Share खरीदते हैं तो समझ लीजिए कि आप कंपनी के कुल स्वामित्व का एक हिस्सा खरीदते हैं । यानि आप जितना ज्यादा शेयर खरीदते हैं, आपकी हिस्सेदारी कंपनी में उतनी ही बढ़ती जाती है ।
तो वहीं दूसरी तरफ है Equity । इक्विटी अर्थात आपके पास जितना स्वामित्व है, उसका कुल मूल्य । इक्विटी का आसान सा फॉर्मूला है कंपनी की कुल संपत्ति (Assets) और कंपनी की कुल देनदारियों (Liabilities) में अंतर यानि Assets – Liabilities । इन दोनों के बीच जो अंतर आता है, उस वैल्यू को हम इक्विटी कहते हैं ।
तो इस तरह, शेयर एक कंपनी के एक हिस्से के मालिक होने का तरीका है और इक्विटी उस स्वामित्व का मूल्य है । दूसरे शब्दों में इक्विटी कंपनी में मालिकों द्वारा निवेशित पूंजी है, जबकि शेयर पूंजी या इक्विटी का विभाजन है । उम्मीद है आप इक्विटी और शेयर में अंतर को अच्छे से समझ गए होंगे ।
Equity Market क्या है ?
Equity Market को शेयर मार्केट और स्टॉक मार्केट भी कहा जाता है, जो एक प्लेटफॉर्म है जिसकी मदद से शेयर की खरीद बेच की जाती है । यह एक ऐसी जगह है जहां निवेशक कंपनियों में शेयरों या शेयरों के रूप में स्वामित्व खरीद और बेच सकते हैं ।
किसी भी कम्पनी के लिए यह एक महत्वपूर्ण मंच है क्योंकि इसकी मदद से हीं कंपनियां निवेशकों को शेयर बेचकर पूंजी जुटाती हैं । इक्विटी मार्केट परिवर्तनशील होती है यानि इसमें लगातार बदलाव आते रहते हैं । स्टॉक की कीमतें कई कारणों से प्रभावित होती रहती हैं जैसे आर्थिक हालात, कंपनी से जुड़ी खबरें, सरकार की पॉलिसी ।
Equity कैसे कैलकुलेट करें ?
Equity कैलकुलेट करने के लिए एक आसान सा फॉर्मूला है, जिसे आपको अप्लाई करना होगा । वह फॉर्मूला है Equity = Assets – Liabilities ।
इक्विटी एक कंपनी या एक व्यक्ति की सभी देनदारियों का भुगतान करने के बाद की संपत्ति में अवशिष्ट ब्याज है । इक्विटी का मूल्य Positive, Negative या Zero हो सकता है । कंपनी की कुल देनदारियों को उसकी कुल संपत्ति से घटाकर इक्विटी की गणना की जा सकती है । जो मूल्य निकलकर आएगा, कंपनी की शुद्ध संपत्ति या शेयरधारकों की इक्विटी का प्रतिनिधित्व करेगा ।
Types of Equity in Hindi
Equity Meaning in Hindi जानने के साथ ही आपको इसके अलग अलग प्रकारों के बारे में भी समझना चाहिए । इससे आप पूरे कांसेप्ट को अच्छे से समझ पाएंगे ।
1. Common Equity
सबसे पहले स्थान पर आता है Common Equity जिसे हम आम हिस्सेदारी भी कह सकते हैं । यह इक्विटी का सबसे बुनियादी प्रकार है और किसी कंपनी के स्वामित्व को दर्शाता है । दूसरे शब्दों में कहें तो कॉमन इक्विटी का अर्थ है वह राशि जो सभी आम शेयरधारकों ने एक कंपनी में निवेश की है ।
यह शेयरधारकों को यह शक्ति देता है कि वे कम्पनी के कुछ निर्णयों पर वोट कर सकें और साथ ही कम्पनी के प्रॉफिट में से डिविडेंट्स प्राप्त कर सकें ।
2. Preferred Equity
Preferred Equity को हिंदी में पसंदीदा हिस्सेदारी कहा जा सकता है । प्रिफर्ड इक्विटी एक प्रकार का स्वामित्व है जो शेयरधारकों को लाभांश भुगतान और अन्य वितरण के मामले में सामान्य इक्विटी शेयरधारकों पर प्राथमिकता देता है । यानि कॉमन इक्विटी से पहले प्रिफर्ड इक्विटी को लाभांश भुगतान में प्राथमिकता दी जाती है ।
आपने कभी न कभी Preference Share का नाम जरूर सुना होगा, Preferred Equity का ही यह दूसरा नाम है । यह कंपनी में एक प्रकार का स्वामित्व है जिसमें इक्विटी और ऋण दोनों की विशेषताएं होती हैं ।
3. Retained Earnings
Retained Earnings को भी Equity का ही एक प्रकार माना जाता है । Retained Earnings यानि प्रतिधारित कमाई लाभ की वह राशि जो किसी कंपनी ने अपनी सभी प्रत्यक्ष लागतों, अप्रत्यक्ष लागतों, आय करों और शेयरधारकों को इसके लाभांश का भुगतान करने के बाद छोड़ी है ।
कंपनिया प्रतिधारित कमाई का इस्तेमाल व्यवसाय में दोबारा से इन्वेस्ट करने के लिए करते हैं । अगर कंपनी लगातार रिटेन्ड अर्निंग्स को बढ़ाती है तो इससे कंपनी की संपति में वृद्धि होगी और ज्यादा से ज्यादा शेयरहोल्डर्स बनेंगे ।
4. Shareholder’s Equity
Shareholder’s Equity को हिंदी में शेयरधारक इक्विटी कहा जाता है । शेयरधारकों की इक्विटी वह राशि है जो किसी कंपनी के मालिकों ने अपने व्यवसाय में निवेश की है । इसमें वह पैसा शामिल है जो उन्होंने सीधे निवेश किया है ।
अगर आप शेयरहोल्डर इक्विटी निकालना चाहते हैं तो इसका बड़ा सीधा सा फॉर्मूला है: SHAREHOLDERS’ EQUITY = COMMON SHARES + PREFERRED SHARES + PAID-IN CAPITAL + RETAINED EARNINGS । कंपनी के वित्तीय स्वास्थ्य और स्थिरता का मूल्यांकन करते समय शेयरधारकों की इक्विटी पहली चीजों में से एक है जिसे बैंकर और अन्य विश्लेषक देखते हैं ।
5. Private Equity
प्राइवेट इक्विटी निजी तौर पर कारोबार करने वाली कंपनियों में संपत्ति से देनदारियों को घटाने के बाद शेष राशि है । निजी इक्विटी शब्द निवेश फंडों को संदर्भित करता है, आमतौर पर सीमित भागीदारी, जो वित्तीय रूप से कमजोर कंपनियों को खरीदती है और उनका पुनर्गठन करती है ।
निजी इक्विटी उद्योग तेजी से बढ़ा है, यह सबसे लोकप्रिय तब होता है जब स्टॉक की कीमतें अधिक होती हैं और ब्याज दरें कम होती हैं ।
Equality and Equity Meaning in Hindi
Equality का हिंदी अर्थ समानता होता है जबकि Equity का हिंदी अर्थ हिस्सेदारी होता है । दोनों ही शब्द एक दूसरे से किसी भी प्रकार से संबंधित नहीं हैं । हालांकि दोनों शब्द बोलने में एक जैसे लग सकते हैं लेकिन दोनों में काफी अंतर है ।
जब हम बात करते हैं Equality की तो यह शब्द आमतौर पर हमें सोशल साइंस विषय में खुद दिखाई देता है, इससे भी गहराई में जाएं तो संविधान में बार बार इस शब्द का जिक्र है । तो वहीं इक्विटी संविधान और राजनीति से काफी दूर का विषय है और आमतौर पर वित्त की कैटेगरी के अंतर्गत आता है ।
50 Lakh for 5 Equity Meaning in Hindi
50 Lakh for 5% Equity का अर्थ है कि इन्वेस्टर किसी कंपनी में 50 लाख रुपए निवेश करने के बदले में 5% की हिस्सेदारी का प्रस्ताव रख रहा है । शार्क टैंक इंडिया प्रोग्राम में अपने बार बार 50 लाख 5% इक्विटी, 1 करोड़ पर 1% इक्विटी सुना होगा ।
इसका यही अर्थ होता है कि निवेशक 50 लाख या 1 करोड़ रुपए कंपनी में निवेश तो करेगा लेकिन उसको 5% या 1% इक्विटी यानि हिस्सेदारी चाहिए । रुपए निवेश करने के बदले में वह सीधे कंपनी के स्वामित्व में से 5% की हिस्सेदारी की मांग रखता है । अगर कंपनी का मैनेजमेंट प्रस्ताव मान जाता है तो इन्वेस्टर तय राशि जमा करके कंपनी के कुल स्वामित्व का 5% मालिक बन जाता है ।
Equity Fund क्या है ?
Equity Fund एक प्रकार का म्यूचुअल फंड है जोकि विशेष रूप से स्टॉक और अन्य इक्विटी सिक्योरिटी में निवेश करता है । इक्विटी फंड विभिन्न प्रकार के शेयरों में निवेश कर सकते हैं, जिनमें लार्ज-कैप, मिड-कैप या स्मॉल-कैप स्टॉक के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय स्टॉक भी शामिल हैं ।
अगर आप स्टॉक मार्केट में निवेश तो करना चाहते हैं लेकिन किसी एक स्टॉक में निवेश करने के लिए आपके पास समय, जानकारी का अभाव है तो आप इक्विटी फंड की मदद ले सकते हैं । HDFC Mutual Fund, SBI Mutual Fund आदि इसके कुछ सर्वश्रेष्ठ उदाहरण हैं ।